ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी का हेलिकॉप्टर क्रैश में निधन हो गया है। वे 63 साल के थे। ईरान की सरकारी न्यूज एजेंसी IRNA ने सोमवार सुबह इसकी जानकारी दी। अजरबैजान से लौटते समय उनका हेलिकॉप्टर रविवार शाम करीब 7 बजे लापता हो गया था। इसमें राष्ट्रपति के साथ विदेश मंत्री होसैन अमीराब्दुल्लाहियन समेत 9 लोग सवार थे। हादसे में सभी मारे गए।
इनका अजरबैजान के घने और पहाड़ी इलाके में रविवार को हेलिकॉप्टर क्रैश हो गया था। इसी हेलिकॉप्टर में राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी, विदेश मंत्री और अन्य अफसर सवार थे।
ईरानी राष्ट्रपति इब्राहिम रायसी के साथ विदेश मंत्री होसैन अमीराब्दुल्लाहियन, पूर्वी अजरबैजान प्रांत के गवर्नर और अंगरक्षक उस हेलीकॉप्टर में सवार थे। रईसी रविवार को अजरबैजान के राष्ट्रपति इल्हाम अलीयेव के साथ एक बांध का उद्घाटन करने के बाद ईरान की सीमा की ओर लौट रहे थे, लेकिन, खराब मौसम के कारण उनका हेलीकॉप्टर वरज़कान और जोल्फा शहरों के बीच दिजमार जंगल में क्रैश हो गया था।
वहीं, इसको लेकर भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोशल मीडिया पर लिखा, ''राष्ट्रपति रईसी की आज हेलिकॉप्टर उड़ान के बारे में आ रही ख़बरों से ग़हरी चिंता हुई है. हम संकट की इस घड़ी में ईरानी लोगों के साथ एकजुटता से खड़े हैं और राष्ट्रपति और उनके दल की सलामती की कामना करते हैं"। जबकि, अमेरिका के विदेश विभाग के एक प्रवक्ता ने कहा है कि वो ईरान के राष्ट्रपति के हेलिकॉप्टर के क्रैश होने की रिपोर्टों पर नज़र रखे हुए हैं।
आपको बताते चलें कि, ईरान में सुप्रीम नेता के पास ही सबसे ज़्यादा ताक़त होती है। सुप्रीम नेता ही नीतियों को तय करता है। सुप्रीम नेता कुर्सी पर बने रहेंगे और ईरान के संविधान के अनुच्छेद 131 के मुताबिक़, अगर राष्ट्रपति की मौत होती है या वो पद से हटते हैं, ऐसी स्थिति में उपराष्ट्रपति (मोहम्मद मुखबर) चुनाव होने तक राष्ट्रपति बन जाएंगे। नया राष्ट्रपति 50 दिनों के अंदर चुना जाना होगा।