75 दिनों की लंबी चुनावी प्रक्रिया के बाद कल शाम जब प्रचार का शोर थमा तो प्रधानमंत्री ध्यान लगाने के लिए कन्याकुमारी पहुंच गए। पीएम मोदी कल देर शाम से विवेकानंद रॉक मेमोरियल में मेडिटेशन कर रहे हैं।
एक जून को ही ध्यान समाप्ति
पीएम मोदी का 45 घंटे का ध्यान 1 जून को समाप्त होगा। इसी दिन लोकसभा चुनाव 2024 के अंतिम चरण का मतदान होना है। उसी दिन शाम को एग्जिट पोल आएंगे।
एक जून को ध्यान समाप्ति के बाद कन्याकुमारी से प्रस्थान करने से पहले मोदी संभवतः स्मारक के बगल में स्थित तमिल कवि तिरुवल्लुवर की प्रतिमा देखने भी जाएंगे।
लोकसभा चुनाव के 7वें और अंतिम चरण के तहत शनिवार 1 जून को 8 राज्यों एवं संघ शासित प्रदेशों की 57 लोकसभा सीटों पर मतदान होगा। इन सीटों पर चुनाव प्रचार के आखिरी दिन, चुनाव प्रचार अभियान की समाप्ति के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपनी तीन दिवसीय आध्यात्मिक यात्रा पर ध्यान लगाने के लिए कन्याकुमारी पहुंच गए।
लोकसभा चुनाव के लिए देश भर में पिछले 75 दिनों के दौरान 206 चुनावी रैलियां, रोड शो एवं चुनाव से जुड़े अन्य महत्वपूर्ण कार्यक्रमों और 80 से ज्यादा मीडिया साक्षात्कार देने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज से कन्याकुमारी के उसी प्रसिद्ध विवेकानंद रॉक मेमोरियल (विवेकानंद शिला पर) पर एक जून तक ध्यान लगाएंगे, जहां पर स्वामी विवेकानंद ने तीन दिनों तक तपस्या करते हुए विकसित भारत का सपना देखा था। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार यह वही स्थान है जहां देवी पार्वती ने एक पैर पर खड़े होकर भगवान शिव की प्रतीक्षा की थी। यह भारत का सबसे दक्षिणी छोर है, जहां पर पूर्वी घाट और पश्चिमी घाट आपस में मिलते हैं। यह क्षेत्र हिंद महासागर, बंगाल की खाड़ी और अरब सागर का मिलन स्थल भी है।
हालांकि, यह कोई पहला मौका नहीं है, जब पीएम मोदी चुनाव प्रचार अभियान के अंत के बाद किसी आध्यात्मिक यात्रा पर जा रहे हो। पीएम मोदी इससे पहले भी इस तरह की विशेष आध्यात्मिक यात्राओं पर जाते रहे हैं। इससे पहले वर्ष 2019 में पीएम मोदी ने देवभूमि उत्तराखंड के केदारनाथ जाकर गुफा में ध्यान किया था और वर्ष 2014 में शिवाजी के प्रतापगढ़ का दौरा किया था।
कन्याकुमारी पहुंचने के बाद उन्होंने भगवती अम्मन मंदिर में पूजा- अर्चना की।
उसके बाद वो नौका पर सवार होतक तट से करीब 500 मीटर दूर समुद्र में चट्टान पर स्थित विवेकानंद रॉक मेमोरियल पहुंचे और ध्यान शुरू किया जो एक जून तक चलेगा। रॉक मेमोरियल पहुंचने के बाद उन्होंने ध्यान मंडपम में अपना ध्यान शुरू किया।45 घंटे के दौरान पीएम मोदी सिर्फ तरल आहार लेंगे। वो नारियल पानी और अंगूर का सेवन करेंगे। प्रधानमंत्री इस दौरान मौनव्रत का पालनो करेंगे।
स्वामी विवेकानंद की याद में ही बनाया बनाया गया है, जिन्होंने देशभर का दौरा करने के बाद 1892 के अंत में समुद्र के अंदर इन चट्टानों पर तीन दिन ध्यान लगाया था और विकसित भारत का सपना देखा था।
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