भीषण गर्मी से देश में हाहाकार, लू से कई सौ मौतें, जानें किस राज्य में हुई कितनी मौतें?

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भीषण गर्मी से देश में हाहाकार, लू से कई सौ मौतें, जानें किस राज्य में हुई कितनी मौतें?

देश में भीषण गर्मी अपने चरम पर है. इस वजह से अलग-अलग राज्यों से कुल मिलाकर करीब 300 लोगों की मौत हो चुकी है. लू की वजह से स्थिति बेहद खतरनाक बनी हुई है.आलम ये है कि अभी तक बिहार में करीब 73, उत्तर प्रदेश में 162, झारखंड में 9, राजस्थान में 5 और ओडिशा में 41 सहित अन्य राज्यों में काफी लोगों की मौत गर्मी की वजह से हो गई.

राज्य मौत
उत्तर प्रदेश 164
बिहार 73
दिल्ली 1
राजस्थान 5
झारखंड 7
ओडिशा 41
आंध्र प्रदेश 2
महाराष्ट्र 12

हालांकि आंकड़े बढ़ सकते हैं जिस हिसाब से हिटवेव चरम पर हैं।👇👇👇

बिहार भीषण गर्मी और लू की चपेट में है.प्रचंड गर्मी अब लोगों के लिए आपदा बन रही है.इसी वजह से यहां अलग अलग जिलों में करीब 73 लोगों की मौत हो गई है. अभी तक कोई अधिकृत एकीकृत मौतों का आंकड़ा जारी नहीं किया गया है लेकिन जिलों से मिले आंकड़ों इस प्रकार हैं 👇👇👇
बिहार की राजधानी पटना समेत पूरे प्रदेश में भीषण गर्मी का प्रकोप है. गर्मी की वजह से लोग बेहाल हैं. बिहार आपदा प्रबंधन विभाग के मुताबिक, हीटवेव से प्रदेशभर में करीब 73 लोगों की मौत भी हो गई है. इनमें 10 मतदानकर्मी भी शामिल हैं. मरने वालों में औरंगाबाद के 15, पटना के 11, भोजपुर के 10, रोहतास के 8, कैमूर के 5, गया के चार, मुजफ्फरपुर के दो, बेगूसराय-जमुई, बरबीघा और सारण के एक-एक लोग शामिल हैं. हालांकि, इन सभी की मौत लू लगने से ही हुई है, इसकी पुष्टि अभी नहीं की गई है. बिहार के कई जिलों में अधिकतम तापमान 47 डिग्री सेल्सियस के पार है. राजधानी पटना की अगर हम बात करें तो यहां पारा 43 डिग्री के आसपास है. भीषण गर्मी के चलते रोजमर्रा के काम करने वालों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.

🚨हो जाऐ सावधान हाई अलर्ट जारी किया गया है
👇👇👇
30 मई से 10 जून तक सुबह 10 बजे से 3 बजे तक कोई भी व्यक्ति बाहर नहीं निकलेगा क्योंकि मौसम विभाग ने यह बताया है कि तापमान 45-C से 55-C तक जायेगा, अगर किसी भी व्यक्ति को घुटन महसूस हो, तबियत खराब हो तो डॉक्टर को दिखाएं रूम के अंदर दरवाजा खोल कर रखे ताकि विंटीलेशन रहे मोबाइल का इस्तेमाल कम करे, मोबाइल फटने की संभावना जताई जा रही है, दही, मट्टा, बेल का जूस आदि ठंडे चीजों का प्रयोग ज्यादा करे कृपया सावधान रहें और लोगो को भेजे।👇👇👇

यूपी में इतने लोगों की गई जान

वहीं, उत्तर प्रदेश में भी गर्मी का कहर लगातार जारी है. रिपोर्ट्स के मुताबिक, गर्मी की वजह से यूपी में अभी तक 162 मौतें हो चुकी हैं. मौत का यह आंकड़ा दूसरे राज्यों से सबसे ज्यादा है. सिर्फ यहीं नहीं गर्मी की मार से मौतें हो रही हैं बल्कि देश के दूसरे राज्यों में भी हालात बेहद भयावह है.

ओडिशा में इतनी मौत

भयंकर गर्मी का असर पूर्व से लेकर पश्चिम भारत तक देखने को मिल रहा है. इसकी चपेट में ओडिशा भी है. ओडिशा में गर्मी की वजह से 41 लोगों की मौत की खबर सामने आई है. सुंदरगढ़ में 17, संबलपुर में 8, झारसुगुड़ा में 7, बोलनगीर में 6 लोगों ने लू की चपेट में आकर जान गंवाई है. इसी तरह से राज्य के दूसरे हिस्सों में भी तीन लोगों की मौत की खबर है.

झारखंड और राजस्थान

वहीं, झारखंड में भी स्थिति भयावह है. गर्मी और लू की वजह से यहां 9 लोगों को जान गंवानी पड़ी. झारखंड के मेदिनीनगर में 47.4 डिग्री तापमान दर्ज किया गया है, जबकि गढ़वा में 47.1 डिग्री तापमान पहुंच गया. इसके अलावा जयपुर में भी हीटवेव से मरने की संख्या 5 हो गई है.
तपती गर्मी के बीच क्या गुड न्यूज?
अभी के लिए मौसम विभाग से गुड न्यूज यह मिल रही है कि आने वाले दिनों में दिल्ली-एनसीआर में भी बारिश देखने को मिलेगी और हरियाणा, यूपी और राजस्थान में भी बरसात के आसार हैं। पूर्वोत्तर के राज्यों में तो अभी से ही बारिश शुरू हो चुकी है, केरल में भी समय रहते मॉनसून ने अपनी दस्तक दी है। अब ये खबर इसलिए ज्यादा बड़ी बन जाती है क्योंकि इस समय धरती तप रही है, पूरा उत्तर भारत लू की चपेट में चल रहा है।

उत्तर भारत में कब पहुंचेगी राहत

मौसम के जानकार अनुमान लगा रहे हैं कि जून के अंत तक मॉनसून दिल्ली में दस्तक दे सकता है। आमतौर पर राजधानी में मॉनसून 27 जून के आसपास पहुंचता है। इधर, बिहार, झारखंड, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश के कुछ हिस्सों और गुजरात के कुछ हिस्सों में मॉनसून के पहुंचने की सामान्य तारीख 10 जून है। संभावनाएं जताई जा रही हैं कि बिहार में अपने समय से ही मॉनसून पहुंचेगा।

IMD महानिदेशक एम मोहापात्र ने कहा था, 'भीषण चक्रवात के कारण मॉनसून की बंगाल की खाड़ी की शाखा काफी सक्रिय है। इसने क्षेत्र पर मॉनसून के बहाव को खींच लिया है। बीते दो दिनों से पूर्वोत्तर के राज्यों में मूसलाधार बारिश हो रही है। साथ ही बीते दो दिनों से केरल में भी मॉनसून के आने के संकेत मजबूत हो रहे हैं।'

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