Cyclone: चक्रवात बिपरजॉय का चंद घंटों में दिखेगा विकराल रूप, इन राज्यों में झमाझम होगी बारिश...
Cyclone Biparjoy: चक्रवात बिपरजॉय की रफ्तार धीरे-धीरे तेज होती जा रही है. यह उत्तर और उत्तर पूर्व की ओर तेजी से आगे बढ़ रहा है. मौसम विभाग ने कहा है कि आने वाले समय में इसकी रफ्तार और तेज हो जाएगा. इस कारण कई राज्यों में जोरदार बारिश की संभावना है.भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने यह जानकारी देते हुए कहा कि चक्रवाती तूफान बिपरजॉय के अगले 24 घंटे में और भी ज्यादा तेज होने की संभावना है. अरब सागर में बन रहे इस चक्रवाती तूफान बिपरजॉय के कारण अरुणाचल प्रदेश, असम, मेघालय समेत कई और राज्यों में झमाझम बारिश हो सकती है.अरब सागर में बन रहे गंभीर चक्रवाती तूफान बिपारजॉय को देखते हुए भारतीय तटरक्षक क्षेत्र उत्तर पश्चिम ने गुजरात, दमन और दीव के मछली पकड़ने वाले समुदाय, नाविकों और हितधारकों को आवश्यक सावधानी और सुरक्षा उपाय करने की सलाह देने के लिए आउटरीच शुरू किया है. भारतीय तट रक्षक इकाइयां जहाजों, विमानों और रडार स्टेशनों के माध्यम से समुद्र में जहाजों को नियमित सलाह भेज रही हैं. वहीं, भारतीय तट रक्षक दल के सदस्य मछुआरों को सावधानी बरतने की सलाह दे रहे हैं. तूफान को देखते हुए उन्हें गहरे समुद्र में न जाने की सलाह दी गई है.
बंदरगाहों ने जारी की चेतावनी
अरब सागर में आए चक्रवात बिपरजॉय उत्तर की ओर बढ़ रहा है. तूफान को देखते हुए मछुआरों को गहरे समुद्र क्षेत्रों से तट पर लौटने के लिए कहा गया है और बंदरगाहों को दूरस्थ चेतावनी संकेत जारी करने का निर्देश दिया गया है.मौसम विभाग ने बताया कि इस साल अरब सागर में आए पहले चक्रवात से राज्य के तटीय क्षेत्रों में हल्की बारिश और गरज के साथ बौछारें पड़ने की उम्मीद है.भारत मौसम विज्ञान विभाग की ओर से कहा गया है कि पूर्व-मध्य अरब सागर के ऊपर बहुत गंभीर चक्रवाती तूफान बिपरजॉय उत्तर-उत्तर पश्चिम की ओर बढ़ रहा है.
65 मील प्रति घंटे समुद्री मील की रफ्तार से चल सकती है हवा
अहमदाबाद में आईएमडी के मौसम विज्ञान केंद्र की निदेशक मनोरमा मोहंती ने कहा है कि इस चक्रवात के कारण 11 और 12 जून को हवा की गति 45 से 55 समुद्री मील प्रति घंटे तक जा सकती है. इस दौरान हवा की गति 65 समुद्री मील के निशान को भी छू सकती है. चक्रवात के कारण दक्षिणी गुजरात और सौराष्ट्र सहित तटीय क्षेत्रों में हल्की बारिश और गरज के साथ बौछारें पड़ने के आसार हैं. सभी बंदरगाहों को दूरस्थ चेतावनी संकेत जारी करने के लिए कहा गया है.
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