केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने की 'प्रहरी पोर्टल' की शुरुआत
केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय द्वारा प्रहरी पोर्टल की शुरुआत की गई है। इस संयुक्त कार्य प्रणाली में युवाओं में नशीली दवाओं से पैदा होने वाले खतरों पर नजर रखने के लिए कुछ समूहों को भी शामिल किया गया है। इस पोर्टल को स्कूलों के आसपास नशीली दवाओं की बिक्री को रोकने के लिए निगरानी प्रणाली को तैयार करने के लिए किया गया है। इसके अलावा प्रहरी समूहों की मदद से छात्रों और अध्यापकों को जागरूक किया जाएगा। राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग (एनसीपीसीआर) और नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो ने भी इसे लेकर एक राष्ट्रीय समीक्षा बैठक का आयोजन किया है।
'प्रहरी पोर्टल' का उद्देश्य
इस कार्यक्रम का उद्देश्य नशा मुक्त भारत के तहत बच्चों को नशीली दवाओं और मादक द्रव्यों के सेवन से रोकना है। इस संयुक्त कार्ययोजना को 'नशीली दवाओं के खिलाफ लड़ाई (A War Against Drugs)' नाम दिया गया है। केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने एनसीपीसीआर और एनसीबी की इस संयुक्त कार्य प्रणाली योजना की तारीफ की है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नशा मुक्त भारत के संकल्प के प्रति प्रतिबद्धता जताई है। केंद्रीय मंत्री ने इस बात पर जोर दिया कि युवाओं को नशे से दूर रहने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा देश में 59 प्रतिशत आबादी युवाओं की है और वे विकसित भारत के भविष्य के नेता हैं। अपने संबोधन में केंद्रीय मंत्री ने केंद्र सरकार की नशीली दवाओं के खिलाफ जीरो-टॉलरेंस नीति के बारे में विस्तार से बताया।
बच्चों को नशे से दूर रखने के लिए हर संभव प्रयास किए जाएंगे
केंद्रीय मंत्री आगे कहा कि सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) और सशस्त्र सीमा बल को नशे की तस्करी करने वालों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने का अधिकार दिया गया है। उन्होंने इस बात का भी जिक्र किया कि वर्ष 2019 में नशे की रोकथाम के लिए नेशनल नारकोटिक्स कोओर्डिनेशन (एनसीओआरडी) का गठन किया गया था। इसके तहत 30 जिलाधिकारियों को नशे के खिलाफ उल्लेखनीय कार्रवाई के लिए सम्मानित किया गया था। केंद्रीय मंत्री ने राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग को बच्चों को नशे से दूर रखने के लिए हर संभव मदद की घोषणा की है। इस मौके पर आयोग के अध्यक्ष प्रियांक कानूनगो ने भी युवाओं को नशे से दूर रखने के लिए प्रतिबद्धता जताई।
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