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Delhi: स्वाति मालीवाल ने पुलिस को दर्ज कराया बयान, 13 तारीख की पूरी घटना का किया जिक्र, नीचे पढें पुरी खबर👇👇👇
कोविशील्ड को विकसित करने वाली ब्रिटिश कंपनी एस्ट्राजेनिका ने पिछले दिनों वहां की एक अदालत में स्वीकार किया था कि उसके टीके से कुछ लोगों में गंभीर बीमारी हो सकती है. इसी तरह अपने देश में विकसित भारत बायोटेक कंपनी की वैक्सीन 'कोवैक्सीन' के साइड इफेक्ट को लेकर एक रिपोर्ट आई है. इसमें दावा किया गया है कि इस वैक्सीन को लगवाने के करीब एक साल बाद तक ठीक ठाक संख्या में लोगों में इसके साइड इफेक्ट देखे गए. इससे सबसे ज्यादा प्रभावित किशोर लड़कियां थीं. कुछ साइड इफेक्ट बेहद गंभीर किस्म के थे.
प्रतिष्ठित बिजनेस अखबार 'इकनॉमिक टाइम्स' की एक रिपोर्ट के मुताबिक इस वैक्सीन के साइड इफेक्ट को लेकर एक 'ऑब्जर्वेशनल स्टडी' की गई. इसमें टीका लगवाने वाले एक तिहाई लोगों में 'एडवर्स इवेंट्स ऑफ स्पेशल इंट्रेस्ट' यानी एईएसआई पाया गया. यह स्टडी रिपोर्ट स्प्रिंगर लिंक (SpringerLink) जर्नल में प्रकाशित हुई है.
बीएचयू में हुई स्टडी
यह स्टडी बनारस हिंदू विश्वविद्याल की संखा शुभ्रा चक्रबर्ती और उनकी टीम ने किया है. रिपोर्ट के मुताबिक टीका लगवाने वाले अधिकतर लोगों में एक साल तक साइड इफेक्ट देखा गया. स्टडी में 1024 लोगों को शामिल किया गया. इसमें 635 किशोर और 391 युवा थे. इन सभी से टीका लगवाने के एक साल बाद तक फॉलोअफ चेकअप के लिए संपर्क किया गया. स्टडी में 304 किशोरों यानी करीब 48 प्रतिशत में 'वायरल अपर रेस्पेरेट्री ट्रैक इंफेक्शन्स' देखा गया. ऐसी स्थिति 124 यानी 42.6 युवाओं में भी दिखी.
इसके अलावा 10.5 फीसदी किशोरों में 'न्यू-ऑनसेट स्कीन एंड सबकुटैनियस डिसऑर्डर', 10.2 जनरल डिसऑर्डर यानी आम परेशानी, 4.7 फीसदी में नर्वस सिस्टम डिसऑर्डर यानी नसों से जुड़ी परेशानी पाई गई. इसी तरह 8.9 फीसदी युवा लोगों में आम परेशानी, 5.8 फीसदी में मुस्कुलोस्केलेटल डिसऑर्डर यानी मांसपेशियों, नसों, जोड़ों से जुड़ी परेशानी और 5.5 में नर्वस सिस्टम से जुड़ी परेशानी देखी गई.
रिपोर्ट के मुताबिक कोवैक्सीन का साइड इफेक्ट युवा महिलाओं में भी देखा गया. 4.6 फीसदी महिलाओं में पीरियड से जुड़ी परेशानी सामने आई. 2.7 फीसदी में ओकुलर यानी आंख से जुड़ी दिक्कत दिखी. 0.6 फीसदी में हाइपोथारोइडिज्म पाया गया.
1 फीसदी लोगों में गंभीर साइड इफेक्ट
जहां तक गंभीर साइड इफेक्ट की बात है तो यह करीब एक फीसदी लोगों में पाया गया. 0.3 फीसदी (यानी 300 में से एक व्यक्ति) में स्ट्रॉक की दिक्कत और 0.1 फीसदी में गुईलैइन-बैरे सिंड्रोम (Guillain-Barre Syndrome) पाया गया.
स्टडी में कहा गया है कि इस वैक्सीन को लगवाने के बाद युवा-किशोर महिलाओं में थायरायड बीमारी का प्रभाव काफी ज्यादा बढ़ गया. कई किशोरियों में थायरायड का लेवल कई गुना बढ़ गया.
एक साल बाद भी असर
चिंताजनक बात यह है कि वैक्सीन लगवाने के एक साल बाद जब इन लोगों से संपर्क किया गया तो इनमें से अधिकतर लोगों में ये बीमारियां मौजूद थीं. इसमें यह भी कहा गया है कि कोवैक्सीन के साइड इफेक्ट का पैटर्न कोरोना की अन्य वैक्सीन के साइड इफेक्ट के पैटर्न से अलग है. ऐसे में उनका सुझाव है कि वैक्सीन के प्रभाव को गहराई से समझने के लिए और अधिक दिनों तक नजर रखने की जरूरत है.
Delhi: स्वाति मालीवाल ने पुलिस को दर्ज कराया बयान, 13 तारीख की पूरी घटना का किया जिक्र
Swati Maliwal News: दिल्ली पुलिस की टीम आप की राज्यसभा सांसद स्वाति मालीवाल के घर से निकल गई. चार घंटे से भी जयादा समय रुकने के बाद पुलिस की टीम उनके आवास से निकली. स्वाति मालीवाल ने अपना बयान दर्ज करा दिया है.
दिल्ली पुलिस के अफसर दोपहर 1 बजकर 50 मिनट पर यहां आए थे. स्वाति मालीवाल के फ्लैट की टावर के बाहर सीआरपीएफ के 4-5 जवानों को तैनात किया गया था.
13 तारीख का पूरा घटनाक्रम बताया- सूत्र
दिल्ली पुलिस सूत्रों के मुताबिक, स्वाति मालीवाल ने अपने बयानों में सोमवार 13 तारीख का पूरा घटनाक्रम बताया. किन हालातों में उन्होंने पीसीआर कॉल की उसके बारे में भी पुलिस को बताया. पुलिस ने उनके बयानों के आधार पर कानूनी कार्रवाई शुरू की. आप की राज्यसभा सांसद ने स्पेशल सेल के एडीशनल सीपी प्रमोद कुशवाह और एडीशनल डीसीपी नॉर्थ अंजीता के सामने बयान दर्ज कराए.
सिविल लाइंस थाने पहुंच गई थीं स्वाति मालीवाल
गौरतलब है कि स्वाति मालीवाल जब सीएम आवास पर पहुंची थीं तो उनके साथ मुख्यमंत्री के निजी सहायक विभव कुमार ने अभद्रता की. इसके बाद स्वाति मालीवाल सिविस लाइंस थाने पहुंची थीं. वहां पर उन्होंने कोई लिखित शिकायत नहीं दी. इस घटना के बाद आम आदमी पार्टी की भी प्रतिक्रिया सामने आई. आप के राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने कहा कि ये घटना निंदनीय है और इस मामले में सीएम कार्रवाई करेंगे.
कल संजय सिंह पहुंचे थे स्वाति मालीवाल के घर
इतना ही नहीं, संजय सिंह बुधवार (15 मई) को स्वाति मालीवाल से मुलाकात करने पहुंचे थे. पीटीआई की मानें तो संजय सिंह के साथ दिल्ली महिला आयोग की एक सदस्य भी मालीवाल के घर पहुंची थीं.
विभव कुमार को एनसीडब्ल्यू का नोटिस
उधर राष्ट्रीय महिला आयोग (एनसीडब्ल्यू) ने विभव कुमार को तलब किया है. शुक्रवार (17 मई) को इस मामले में एनसीडब्ल्यू सुनवाई करने जा रही है.
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