मेरठ की थाना लाल कुर्ती क्षेत्र की इस मलिन बस्ती में हमारे संवाददाता निखिल अग्रवाल ने कुछ ऐसे ही लोगों से बातचीत की. लोगों ने सरकार के इस कदम की सराहना भी की है. साथ ही कहा कि उन्हें भी कुछ सुविधा दे दी जाए, ताकि उनकी जिंदगी कुछ आसान बना सके
दिल्ली से सटे एनसीआर में कई ऐसी बस्तियां हैं जिनमें बाहर से आए शरणार्थी अवैध तरीके से रह रहे हैं. इन बस्तियों में रह रहे लोगों पर लगातार आरोप लगता है कि ये लोग बांग्लादेश समेत दूसरे देशों से आए हैं. कुछ रोहिंग्या लोग भी यहां से पकड़े गए हैं. लेकिन अब CAA का नोटिफिकेशन आने के बाद ऐसी बस्तियों में हलचल का माहौल है. यह लोग खुद को भारत देश का नागरिक बता रहे हैं.
कई बार ऐसे लोग एसटीएफ और एटीएस के रडार पर भी आए
कई लोगों के पास अपने आधार कार्ड और नागरिकता होने का सबूत है. लेकिन वहीं इनके बीच कुछ लोग ऐसे भी हैं जो दबे छुपे तरीके से इन बस्तियों में शरण लेकर रह रहे हैं. कई बार ऐसे लोग एसटीएफ और एटीएस के रडार पर भी आए हैं. जो अनैतिक गतिविधियों को अंजाम देकर इन बस्तियों में जाकर छुप जाते हैं. मेरठ के कैंट इलाके में रहने वाले लोगों में कोई कूड़ा बीनता है, तो कोई गुब्बारे बेचकर अपनी रोजी-रोटी चलाता है. कई बार यह लोग देश की सुरक्षा के लिए बड़ा खतरा भी बन जाते हैं.
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