Really?? The truth is that, in large part, our poverty was a result of decades of colonial rule which systematically plundered the wealth of an entire subcontinent. Yet the most valuable possession we were robbed of was not the Kohinoor Diamond but our pride & belief in our own… https://t.co/KQP40cklQZ
— anand mahindra (@anandmahindra) August 24, 2023
उस वीडिया में बीसीसी एंकर की ओर से सवाल उठाया गया था कि भारत की अधिकांश आबादी गरीबी में रहती है और देश के 700 मिलियन से ज्यादा लोगों के पास शौचालय तक नहीं है़ ऐसे में क्या भारत को वास्तव में स्पेस पर पैसा खर्च करना चाहिए? वायरल वीडियो में बीबीसी एंकर को यह कहते हुए सुना जा सकता है, भारत, एक ऐसा देश हैं बेसिक इंफ्रा की बहुत कमी है, जहां पर बहुत गरीबी है. 700 मिलियन से अधिक भारतीयों के पास शौचालय तक नहीं है. वास्तव में, क्या उन्हें स्पेस प्रोग्राम पर इस तरह से पैसा खर्च करना चाहिए?
आनंद महिंद्रा ने दिया मुंहतोड़ जवाब
बीबीसी एंकर के वीडियो वाले ट्वीट का जवाब देते हुए महिंद्रा ने लिखा, वास्तव में?? सच्चाई यह है कि, बड़े पैमाने पर, हमारी गरीबी दशकों के औपनिवेशिक शासन का परिणाम थी जिसने पूरे उपमहाद्वीप की संपत्ति को व्यवस्थित रूप से लूटा. फिर भी हमसे जो सबसे मूल्यवान संपत्ति लूटी गई वह कोहिनूर हीरा नहीं बल्कि हमारा गौरव और अपनी क्षमताओं पर विश्वास था.'
फिर क्या कहा
उन्होंने आगे कहा, क्योंकि उपनिवेशीकरण का लक्ष्य - इसका सबसे घातक प्रभाव - अपने पीड़ितों को उनकी हीनता के बारे में समझाना है. यही कारण है कि शौचालय और स्पेस एक्सप्लोरेशन दोनों में निवेश करना कोई विरोधाभास नहीं है. महोदय, चंद्रमा पर जाने से हमारे गौरव और आत्मविश्वास को बढ़ाने में मदद करता है. यह विज्ञान के माध्यम से प्रगति में विश्वास पैदा करता है. यह हमें गरीबी से बाहर निकलने की प्रेरणा देता है.' भारत ने बुधवार को चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर सॉफ्ट लैंडिंग करने वाला पहला देश बनकर इतिहास रच दिया और रूस, अमेरिका और चीन के बाद चंद्रमा पर उतरने वाला चौथा देश बन गया.
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