दहेज के लिए शादी नहीं तोड़ना चाहता था सचिन
मगर, लड़की के सपने उस वक्त टूट गए जब लड़के के पिता ने दहेज में मोटी रकम मांगी. परिवार ने दहेज देने में असमर्थता जताई तो सचिन के परिवार ने शादी से इनकार कर दिया. इसी बीच इस पूरे मामले की जानकारी सचिन को हुई तो उसने सुषमा से बात की. वो दहेज के लिए शादी नहीं तोड़ना चाहता था.
किसी को बिना बताए लड़की के घर पहुंचा
इसलिए वो पिता और घर में किसी को बिना बताए नवादा से शेखपुरा पहुंचा. लड़की के घर जाकर अपनी बात रखी. फिर लड़की के अभिभावकों ने पहल की और दोनों ने कोर्ट मैरिज कर ली. इसके बाद अरघौती मंदिर जाकर भगवान को साक्षी मानते हुए शादी की रस्में भी पूरी कीं.
'सचिन ने समाज में एक मिसाल पेश की है'
सचिन के इस कदम की लोग काफी सराहना कर रहे हैं. जिसे भी उसके इस कदम की जानकारी हो रही है वो प्रशंसा कर रहा है. लोगों का कहना है कि सचिन ने समाज में एक मिसाल पेश की है. उसके इस कदम से लोगों में जागरूकता आएगी.
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