New Parliament: नए संसद भवन के उद्घाटन समारोह में, रतन टाटा से बिमल पटेल तक, देखें मेहमानों की पूरी लिस्ट...
न्यूज एजेंसी ANI ने सूत्रों के हवाले से बताया कि सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के मुख्यमंत्रियों को भी निमंत्रण भेजा जा चुका है. सूत्रों ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि 'दोनों सदनों के संसद सदस्यों के अलावा पूर्व लोकसभा अध्यक्षों और पूर्व राज्यसभा सभापति को भी निमंत्रण भेजा गया है.' (फोटो PTI)राज्यसभा के वर्तमान उप सभापति, हरिवंश नारायण सिंह के रविवार को समारोह के लिए उपस्थित होने की संभावना है. इसके अलावा भारत सरकार के सभी मंत्रालयों के सचिवों को भी निमंत्रण भेजा गया है. नए संसद भवन के उद्घाटन के लिए नए संसद भवन के मुख्य वास्तुकार बिमल पटेल और प्रतिष्ठित उद्योगपति रतन टाटा को भी आमंत्रित किया गया है. (फोटो PTI)
टाटा प्रोजेक्ट्स ने नए संसद भवन के निर्माण का टेंडर जीता था, जो केंद्र की सेंट्रल विस्टा पुनर्विकास योजनाओं का एक हिस्सा था. टाटा प्रोजेक्ट्स ने लार्सन एंड टूब्रो को पछाड़ा था. टाटा प्रोजेक्ट्स ने 861.9 करोड़ रुपये में इस परियोजना को पूरा करने की पेशकश की थी. सूत्रों ने कहा कि राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ के 28 मई को नए संसद भवन के उद्घाटन के अवसर पर बधाई संदेश जारी करने की संभावना है. (फोटो PTI)
इसके साथ ही फिल्मी सितारों और खिलाड़ियों सहित कुछ प्रमुख हस्तियों को भी निमंत्रण भेजा गया है. सूत्रों ने कहा कि ‘उद्घाटन समारोह के दौरान, लोकसभा अध्यक्ष द्वारा एक भाषण दिया जाएगा. इस मौके पर पीएम मोदी के भाषण देने की भी उम्मीद है. संसद के सभी सदस्य नए संसद भवन के लोकसभा कक्ष में बैठेंगे, जिसमें 800 से अधिक लोग बैठ सकते हैं. यह वही कक्ष है जिसका उपयोग बजट सत्र और ऐसे अन्य अवसरों के दौरान संयुक्त संसदीय अभिभाषण के लिए किया जाएगा. (फोटो PTI)
वहीं प्रधानमंत्री संसद भवन का उद्घाटन क्यों कर रहे हैं, इस पर विपक्ष के हमले के जवाब में सत्ताधारी दल बीजेपी ने दलीलों का पलटवार किया है. नया संसद भवन आत्मनिर्भर भारत (आत्मनिर्भर भारत) की भावना का प्रतीक है और 28 मई को पीएम मोदी द्वारा राष्ट्र को समर्पित किया जाएगा. संसद का वर्तमान भवन 1927 में बनकर तैयार हुआ था, जो अब लगभग 100 वर्ष पुराना होने जा रहा है. इस भवन में वर्तमान आवश्यकताओं के अनुरूप स्थान का अभाव अनुभव किया जा रहा था. दोनों सदनों में सांसदों के बैठने की सुविधाजनक व्यवस्था का भी अभाव था जिससे सदस्यों की कार्यकुशलता प्रभावित हो रही थी. (फोटो PTI)
उपरोक्त को ध्यान में रखते हुए, लोकसभा और राज्यसभा दोनों ने प्रस्ताव पारित कर सरकार से संसद के लिए एक नई इमारत बनाने का आग्रह किया. नतीजतन, 10 दिसंबर 2020 को पीएम मोदी द्वारा संसद के नए भवन की आधारशिला रखी गई. नवनिर्मित संसद भवन को गुणवत्तापूर्ण निर्माण के साथ रिकॉर्ड समय में तैयार किया गया है. (फोटो PTI)
अब संसद का नवनिर्मित भवन, जो भारत की गौरवशाली लोकतांत्रिक परंपराओं और संवैधानिक मूल्यों को और समृद्ध करने का काम करेगा, अत्याधुनिक सुविधाओं से भी लैस है, जो सदस्यों को अपने कार्यों को बेहतर ढंग से करने में मदद करेगा. नए संसद भवन से 888 सदस्य लोकसभा में बैठ सकेंगे. भविष्य की आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए संसद के नवनिर्मित भवन में लोकसभा में 888 सदस्यों और राज्य सभा में 384 सदस्यों की बैठक की व्यवस्था की गई है. दोनों सदनों का संयुक्त सत्र लोकसभा चैंबर में होगा. (फोटो PTI)