आसपास के लोगों की मौके पर भीड़ जुट गई। घायलों को फौरन एसकेएमसीएच में लाया गया। वहां पर तीनों को बर्न वार्ड में भर्ती कर इलाज शुरू कर दिया गया है। इसमें दो मजदूर मिथिलेश मांझी (35) और अमरजीत (25) की हालत नाजुक बताई जा रही है। बर्न वार्ड में डॉक्टर की टीम इलाज में लगी हुई है। अगर स्थिति नहीं संभली तो उन्हें रेफर किया जाएगा।
घटना को दबाने की कोशिश
इस पूरे घटनाक्रम को दबाने की कोशिश की जा रही है। घायल से लेकर उनके परिचित और स्थानीय लोग भी स्पष्ट कुछ बताने को तैयार नहीं हैं। घायल संचालक सकिंदर ने बताया की शाम में काम कर रहे थे। इसी दौरान ऊपर से एक ईंट गिरा। ड्रम में गर्म पानी रखा हुआ था। ईंट गिरने से पानी का छींटा उनलोगों के शरीर पर गिरा, जिससे वे लोग झुलस गए। इसके अलावा और कोई बात नहीं है। ड्रम फटने की बात से इंकार कर रहे हैं।
घटनास्थल की तस्वीर बयां कर रही सच्चाई
घटनास्थल की तस्वीर काफी भयावह है। वहां पर एक ड्रम के चीथड़े उड़े हुए हैं। इसी में गर्म पानी था, जो फटने के बाद तीनों के शरीर पर पड़ा था। जिस तरह तीनों झुलसे हुए हैं उसे देखकर ही अंदाजा लगाया जा सकता है कि विस्फोट कैसा रहा होगा। मिल के अंदर ईंटे बिखरी हुई हैं। कुर्सी टूटी हुई है। सामान बिखरा पड़ा है। दीवार भी क्षतिग्रस्त है। बावजूद इसके कोई भी कुछ बोलने को तैयार नहीं हो रहा है।
सीजन में चलता है राइस मिल
मेडिकल में पहुंचे सरपंच सतीश कुमार ने बताया कि ये मिल सीजन में ही चलता है। बहुत बड़ी फैक्टरी या मिल नहीं है। गांव में छोटे स्तर पर धान को उबालने का काम किया जाता है। वही सकिंद्र कर रहे थे। ये उनका ही काम हो रहा था। अभी धान का सीजन है। इसलिए वे काम कर रहे थे। उन्होंने भी विस्फोट या ड्रम फटने की बात से इंकार किया है।
जांच में जुटी पुलिस
घटना की सूचना के बाद तुर्की और कुढ़नी पुलिस जांच में जुट गई है। तुर्की ओपी प्रभारी रवि प्रकाश ने बताया की घटना की जानकारी मिली है। छानबीन की जा रही है। इधर, मेडिकल में भी ओपी पुलिस बयान दर्ज करने में जुटी है। घायलों के परिजन का कहना है ये किसी की लापरवाही से नहीं हुआ है। ये एक हादसा था।
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