देशभर में की जाती है सप्लाई
घोड़ा मंडी की बात करें तो वहां सुबह 2 बजे ही कपड़ों की मंडी शुरू हो जाती है. कुछ व्यापारी तो बैटरी वाली लाइट की रोशनी में ही कपड़ों की बिक्री करते हैं. वहीं कपड़े बेचने वाले एक दूकानदार ने बताया कि यहां से पूरे देश के छोटे कस्बों में बच्चों से लेकर बड़ों तक के कपड़े सप्लाई किये जाते हैं. इन्हीं कपड़ों को धुलाई करने के बाद पैंट बाजार फेरीवाले गांव-गांव, गली-गली घूमकर बेचते हैं. क्योंकि घोड़ा मंडी में बिकने वाले कपड़ों के रेट इतने कम हैं कि आप महज 100 रुपए झोली भर सकते हैं.
कपड़ों के दाम
घोड़ा मंडी दुकानदार उसमान बताते हैं कि यहां बच्चों का टी-शर्ट, 1 रुपए , शर्ट बच्चों का , 5 रुपए, स्वेटर 20 रुपए से लेकर 50 रुपए तक, 15 रुपए की जींस, व 60 रुपए साड़ी बेची जाती है. वहीं एक खरीददार ने बताया कि जिस पैंट को वो यहां 20 रुपए में खरीद रहा है. फेरी वाला उसे 150 तक में खरीद लेता है. उसके बाद वह जरूरतमंद पर जाते-जाते 200 रुपए से ऊपर हो जाती है. वहीं उन्होने बताया कि इनमें कुछ कपड़े पुराने भी होते हैं. जिन्हें धुलकर तैयार कर पैकिंग की जाती है.
HIGHLIGHTS
- दिल्ली के कई ईलाकों रात 2 बजे ही लग जाती है कपड़ों मंडी
- लगभग 1000- 1500 दुकानों पर बिकते हैं कपड़े
- 10 रुपए लेकर 60 रुपए मिल जाती है महिलाओं की साड़ियां