जानिए कौन हैं देवेंद्र यादव जो अरविंदर सिंह लवली की जगह बने दिल्ली कांग्रेस के अध्यक्ष

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जानिए कौन हैं देवेंद्र यादव जो अरविंदर सिंह लवली की जगह बने दिल्ली कांग्रेस के अध्यक्ष

कांग्रेस अध्यक्ष पद से अरविंदर सिंह लवली के इस्तीफे के बाद अब देवेंद्र यादव को अब अतंरिम प्रदेश अध्यक्ष नियुक्त किया गया है। लोकसभा चुनाव के बीच अरविंदर सिंह लवली ने रविवार को कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे को इस्तीफा सौंपकर पद छोड़ने की वजह भी बताई थी।

इनमें आम आदमी पार्टी से गठबंधन और बहारियों को टिकट दिए जाना शामिल था। जानकारी के मुताबिक पहले अरविंदर सिंह लवली के साथ बात करने की कोशिश की गई लेकिन बाद में उनका इस्तीफा स्वीकार हो गया। उनकी जगह अब नए अध्यक्ष का ऐलान भी हो गया है। पार्टी ने इसके लिए देवेंद्र यादb को चुना है। वह दिल्ली कांग्रेस के अंतरिम अध्यक्ष होने के साथ-साथ पंजाब के पार्टी प्रभारी भी है। पार्टी ने उन्हें पिछले साल दिसंबर में यह जिम्मेदारी सौंपी थी। 

देवेंद्र यादव दिल्ली के बादली से ही 2008 से 2015 के बीच दो बार विधायक रह चुके हैं। वहीं पंजाब के प्रभारी नियुक्त होने से पहले वह उत्तराखंड के प्रभारी भी थे। उन्हें पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अजय माकन का करीबी माना जाता है। लवली के इस्तीफे के बाद देवेंद्र यादव के साथ-साथ राजेश लिलोठिया भी इसके दावेदार माने जा रहे थे। लेकिन अब आलाकमान ने देवेंद्र यादव के नाम पर मुहर लगा दी है।

बता दें, आम आदमी पार्टी (आप) के साथ गठबंधन के विरोध में कांग्रेस की दिल्ली इकाई के प्रमुख अरविंदर सिंह लवली के इस्तीफे ने पार्टी की अंदरूनी कलह को खुलकर सामने ला दिया है। इसके बाद कांग्रेस नेताओं का एक वर्ग अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (एआईसीसी) के दिल्ली प्रभारी दीपक बाबरिया को हटाने की मांग कर रहा है।

आम आदमी पार्टी ने इसे कांग्रेस का अंदरूनी मामला बताया है, जबकि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने कहा कि लवली ने अपनी अंतरात्मा की आवाज सुनी है, क्योंकि कोई भी देशभक्त उन लोगों के साथ खड़ा नहीं हो सकता जो देश को विभाजित करने की बात करते हैं। इसने दावा किया कि कांग्रेस को इसके परिणाम भुगतने होंगे।

कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे को शनिवार को भेजे गए अपने इस्तीफे में लवली ने यह भी कहा कि वह अपने आप को ‘‘लाचार’’ महसूस कर रहे थे, क्योंकि दिल्ली इकाई के वरिष्ठ नेताओं द्वारा सर्वसम्मति से लिए गए सभी फैसलों पर अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (एआईसीसी) के दिल्ली प्रभारी दीपक बाबरिया रोक लगा देते थे।

इस बीच, बाबरिया ने कहा कि आम आदमी पार्टी के साथ गठबंधन के मुद्दे पर दिल्ली प्रदेश कांग्रेस समिति (डीपीसीसी) के सभी नेताओं को विश्वास में लिया गया था और लवली को पार्टी समिति के समक्ष अपने विचार रखने चाहिए थे।

बाबरिया ने कहा कि यह ‘‘दुर्भाग्यपूर्ण’’ है कि लवली का इस्तीफा ऐसे समय में आया है जब देश में लोकसभा चुनाव हो रहा है, लेकिन इसका कांग्रेस के प्रदर्शन पर कोई असर नहीं पड़ेगा।

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