पुलिस ने यह जानकारी दी। पुलिस के मुताबिक, मृतकों में तीन महिलाएं और दो बच्चे शामिल हैं।
पुलिस ने बताया कि कार चालक ने ट्रक को ओवरटेक करने की कोशिश की लेकिन उसी दौरान विपरीत दिशा से आ रहे ट्रक से बचने के चक्कर में वाहन ट्रक के पिछले हिस्से से जा टकराया।
पुलिस के मुताबिक, ट्रक से टक्कर के बाद कार में आग लग गई और सभी सात लोगों की झुलसकर मौत हो गयी। कार में एलपीजी (गैस) लगी हुई थी।
पुलिस ने बताया कि कार सवार सभी लोग उत्तर प्रदेश के मेरठ जिले के रहने वाले थे और सालासल बालाजी मंदिर में पूजा अर्चना कर लौट रहे थे।
पुलिस उपाधीक्षक (फतेहपुर सर्किल) रामप्रताप बिश्नोई ने बताया कि आर्शीवाद पुलिया के पास एक कार की ट्रक से टक्कर हो गई, जिससे उसमें आग लग गई। कार में तीन महिलाओं और दो बच्चों सहित सात लोगों की मौत हो गई।"
उन्होंने बताया कि आग लगने से कार के दरवाजे नहीं खुल पाये और कार में सवार तीन महिलाओं, दो बच्चे और दो पुरुष की झुलसकर मौत हो गई।
फतेहपुर कोतवाली थानाधिकारी सुभाष बिजारणिया ने बताया कि मृतकों की पहचान नीलम गोयल (55), उनके बेटे आशुतोष गोयल (35), मंजू बिंदल (58), उनके बेटे हार्दिक बिंदल (37), हार्दिक की पत्नी स्वाति बिंदल (32), उनकी बेटी दीक्षा (सात वर्ष) और उसकी दो वर्षीय बहन के रूप में हुई है।
उन्होंने बताया कि हादसे की सूचना मिलने के बाद फतेहपुर, रामगढ़ और लक्ष्मणगढ़ से दमकल विभाग की गाड़ियां मौके पर पहुंचीं।
उन्होंने बताया कि करीब आधे घंटे में कार और ट्रक में लगी आग पर काबू पाया गया।
उन्होंने बताया, "शवों को पोस्टमार्टम के लिये राजकीय धानुका उप-जिला अस्पताल के शवगृह में भेज दिया गया।" हादसे के चश्मदीदों में से एक रामनिवास सैनी ने बताया कि वह अपनी गाड़ी की सर्विसिंग कराने जा रहे थे कि तभी यह हादसा हुआ।
उन्होंने बताया कि कार चालक वाहन को ओवरटेक करने की कोशिश कर रहा था और ट्रक के पिछले हिस्से से जा टकरा गया।
सैनी ने बताया कि उन्होंने अपना वाहन सड़क किनारे खड़ा किया और देखा कि कार में दो यात्री मदद मांग रहे थे लेकिन आग लगने के कारण वह मदद नहीं कर सके।
एक टिप्पणी भेजें
0टिप्पणियाँ