उन्होंने सोमवार को कहा कि लालू प्रसाद यादव की ओर से आज से नहीं पहले से ये बात की जा चुकी है. लालू यादव पर जो भ्रष्टाचार का आरोप है, ये मामला तब शुरू हुआ जब लालू यादव मुख्यमंत्री थे. जिस समय वे जेल गए उस समय उन्हीं के गठबंधन के लोग केंद्र सरकार में भी थे. बीजेपी ने अगर कुछ नया किया हो या भ्रष्टाचार का कोई आरोप लगाया हो तो ये कहा जा सकता है लेकिन ये मामला पुराना है तो चलेगा.
जमीन के बदले नौकरी घोटाला में पूछताछ
उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि जब तक जांच की प्रकिया पूरी नहीं हो जाती तब तक ये मामला चलेगा. राष्ट्रीय जनता दल के प्रमुख और पूर्व रेल मंत्री लालू प्रसाद कथित जमीन के बदले नौकरी घोटाला मामले में पूछताछ के लिए सोमवार को पटना में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के कार्यालय पहुंचे. अधिकारियों ने यह जानकारी दी. आरजेडी सुप्रीमो के साथ उनकी बेटी मीसा भारती भी मौजूद थीं और वे सोमवार को पूर्वाह्न 11 बजकर पांच मिनट पर ईडी कार्यालय पहुंचे.
आरजेडी ने बीजेपी पर लगाया गंभीर आरोप
ईडी कार्यालय में लालू को प्रवेश कराने के बाद मीसा भारती ने पत्रकारों से कहा कि जब भी कोई केंद्रीय जांच एजेंसी हमारे परिवार के किसी सदस्य को पूछताछ के लिए बुलाती है तो हम वहां जाते हैं और उनके साथ सहयोग करते हैं और उनके सभी सवालों का जवाब देते हैं. बता दें कि लालू यादव के पहुंचने पर पटना ईडी कार्यालय के बाहर मौजूद उनके समर्थकों और पार्टी नेताओं ने केंद्र में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी पर अपने विरोधियों के खिलाफ केंद्रीय जांच एजेंसियों का गलत इस्तेमाल करने का आरोप लगाया.
लालू परिवार पर क्या आरोप?
मामला 2004 और 2009 के बीच रेल मंत्री के रूप में लालू यादव के कार्यकाल के दौरान कथित अनियमितताओं से संबंधित है. आरोप लगाया गया है कि लालू यादव और अन्य आरोपियों ने नौकरी चाहने वालों को औने-पौने दाम पर यादव परिवार के सदस्यों के नाम पर जमीन ट्रांसफर करवा दी.
इस मामले में लालू यादव, उनकी पत्नी और पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी और बेटी मीसा आरोपियों में शामिल हैं. सीबीआई मामले में रिश्वतखोरी के आरोपों की जांच कर रही है और ईडी मनी लॉन्ड्रिंग ट्रेल की जांच कर रही है.
उधर इस मामले में बिहार के उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने कहा, "देश की जनता जानती है कि ये भ्रष्टाचारी लोग हैं. भ्रष्टाचार इनके लिए गहना है. मैं तेजस्वी यादव से आग्रह करना चाहता हूं कि वे बिहार के युवाओं को ये तंत्र बता दें कि डेढ़ साल के अंदर करोड़पति कैसे बनते हैं."
ईडी को उनकी उपलब्धता की सूचना देते हुए आज एक मेल भेजा गया है. न्यूज एजेंसी एएनआई के मुताबिक, पार्टी के सूत्रों ने इस बात की जानकारी दी. 27 जनवरी को ईडी ने सीएम को पत्र लिखकर मामले के संबंध में पूछताछ के लिए 29 या 31 जनवरी की तारीख मांगी थी.
ईडी की टीम झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन से पूछताछ के लिए उनकी दिल्ली स्थित घर में पहुंची थी लेकिन वह नहीं मिले. ईडी की टीम दिल्ली में सीएम सोरेन की तलाश में शांति निकेतन,मोतीलाल नेहरू मार्ग और झारखंड भवन भी गई लेकिन सीएम नहीं मिले. सोमवार (29 जनवरी) को सीएम सोरेन को ईडी के सामने पेश होने के लिए कहा गया था. ईडी की टीम सीएम सोरेन से संपर्क करने की कोशिश कर रही है लेकिन उनसे संपर्क नहीं हो पाया है.
बता दें कि जमीन घोटाले से जुड़े मामले में ईडी ने 20 जनवरी को रांची में सीएम सोरेन से उनके आधिकारिक आवास पर पूछताछ की थी. ईडी के अधिकारी दिल्ली पुलिस के साथ दक्षिण दिल्ली के शांति निकेतन भवन सुबह 9 बजे पहुंची थी जबकि इस दौरान प्रेस फोटोग्राफर, रिपोर्टर और कैमरा टीमें बाहर मौजूद थीं.
ईडी ने पिछले सप्ताह सोरेन को नया समन जारी किया था और उनसे पूछा गया था कि 29 जनवरी या 31 जनवरी के बीच अपनी उपलब्धता के बारे में बताएं. सूत्रों ने कहा कि सोरेन ने ईडी को मेसेज भेजा था लेकिन पूछताछ के लिए तारीख और समय की पुष्टि नहीं की थी. वह 27 जनवरी को रांची से दिल्ली के लिए रवाना हो गए थे. एजेंसी ने 20 जनवरी को मामले में पहली बार सीएम सोरेन का बयान दर्ज किया था. ईडी के अधिकारियों ने लगभग सात घंटों के दौरान धन शोधन निवारण अधिनियम (PMLA) के तहत बयान दर्ज किया था.
इसलिए दोबारा होगी पूछताछ
माना जाता है कि उस दिन पूछताछ खत्म नहीं हुई थी, इसलिए नया समन जारी किया गया है. एजेंसी के मुताबिक यह जमीन घोटाले से जुड़ा मामला है. इस जमीन का मालिकाना हक माफिया के पास है. ईडी ने अब तक इस मामले में 14 लोगों को गिरफ्तार किया है जिसमें 2011 बैच की आईएएस अधिकारी छवि रंजन भी शामिल हैं.
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