मजदूरों ने कोबरा को देखा, मच गया हड़कंप
काम करने वाले मजदूरों ने जैसे ही कोबरा को देखा उनमें हड़कंप मच गया। आनन -फानन में मकान मालिक ने इसकी सूचना पुलिस को दी। पुलिस ने सर्पमित्र गजेंद्र दुबे को सूचित किया। सूचना पाकर मौके पर पहुंच सर्पमित्र ने सावधानीपूर्वक सांप को पकड़ा और सुरक्षित तरीके से जंगल में छोड़ दिया।
सर्पमित्र ने बताया, सांप पकड़ कर देखा तो कोबरा प्रजाति का नाग था
सर्पमित्र गजेंद्र दुबे ने बताया कि छीतापार ग्राम निवासी अशोक पटेल ने दोपहर तीन बजे भेड़ाघाट पुलिस थाने में सूचना दी कि उनके निर्माणाधीन मकान में एक सांप ईंटों के ढेर में छिपा है। थाने से उन्हें सूचना दी गई। सर्पमित्र ने बताया कि मौके पर जाकर देखा तो सांप ईंटों के ढेर में छिप रहा था। जिसे पकड़ कर देखा तो सांप कोबरा प्रजाति का नाग था। जिसकी लंबाई तीन फीट और आयु तीन महीने की थी। सांप को पकड़ कर जंगल में छोड़ दिय ागया।
छोटा पर जहरीला
सर्पमित्र ने बताया कि सांप की उग्र भले ही तीन माह की है फिर भी यह बेहद ख़तरनाक और जहरीला है। कोबरा में न्यूरोटाक्सिन ज़हर पाया जाता है जो सर्प दंश पीड़ित व्यक्ति के नर्वस सिस्टम को जाम कर देता है और दो घंटे के भीतर पीड़ित व्यक्ति को मेडिकल उपचार ना मिला तो संभवतः पीड़ित व्यक्ति की जान जा सकती है।
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