आरबीआई ने जारी किया सर्कुलर
आरबीआई ने एक सर्कुलर जारी किया है। इस सर्कुलर में बैंक ने कहा कि क्रेडिट कार्ड, डेबिट कार्ड, प्रीपेड कार्ड का इस्तेमाल सभी नेटवर्क के लिये किया जाना चाहिए। बैंक ने इसके लिए लोगों से राय भी मांगी है।
आरबीआई ने क्यों लिया ये फैसला
कार्ड द्वारा आराम से आप किसी भी मर्चेंट को पेमेंट कर सकते हैं। कार्ड नेटवर्क की वजह से मर्चेंट (दुकानदार) और कार्डधारक के बीच लेनदेन सुविधाजनक हो जाता है। कार्ड नेटवर्क एक तरह का इंफ्रास्ट्रक्चर उपलब्ध कराता है। इसके लिए कार्ड नेटवर्क फीस भी लेती है।
अगर कार्ड नेटवर्क कंपनी की बात करते हैं तो चार मुख्य क्रेडिट कार्ड नेटवर्क मास्टर कार्ड, वीज़ा, अमेरिकन एक्सप्रेस और डिस्कवर हैं। इसमें से दो कंपनी कार्ड जारीकर्ता भी हैं। ये एमेक्स और डिस्कवर है।
जब भी आप कोई कार्ड से पेमेंट करते हैं तो कार्ड नेटवर्क द्वारा यह तय किया जाता है कि क्रेडिट कार्ड द्वारा कहां कहां पेमेंट हो सकती है। आप अगर कभी दो अलग क्रेडिट कार्ड की सुविधाएं देखें तो आप पाएंगे कि एक कार्ड पर जो सुविधा है वो सुविधा दूसरी कार्ड पर नहीं है।
हर मर्चेंट या दुकानदार सभी तरह के कार्ड पेमेंट को स्वीकार नहीं कर पाते हैं। इसे आप इस तरह समझ सकते हैं कि कई जगह वीजा कार्ड काम नहीं करता है तो कहीं मास्टर कार्ड काम नहीं करता है। इस वजह से केंद्रीय बैंक क्रेडिट कार्ड पेमेंट को लेकर ये नियम लाने वाला है।
रुपे कार्ड को बढ़ावा
अगर क्रेडिट कार्ड या फिर डेबिट कार्ड को लेकर नियमों को बदला जाएगा तो इसका सबसे ज्यादा सकारात्मक प्रभाव रुपे कार्ड पर देखने को मिलेगा। ऐसा माना जा रहा है कि देश में रुपे कार्ड को बढ़ावा देने के लिए भारतीय रिजर्व बैंक ये फैसला ला रहा है। अमेरिकी वीजा और मास्टर कार्ड पर सभी तरह की सुविधाएं मौजूद है। लेकिन इनके कार्ड नेटवर्क में रुपे कार्ड की एंट्री नहीं है।
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