Ankit Murder: बहन ने नहीं दी शरण, तो कौन है उसका दूसरा पनाहगार? जानें आखिर माही से कैसे बन गई ज़हरीली गर्लफ्रेंड

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Ankit Murder: बहन ने नहीं दी शरण, तो कौन है उसका दूसरा पनाहगार? जानें आखिर माही से कैसे बन गई ज़हरीली गर्लफ्रेंड हल्द्वानी : Ankit Murder Case: कारोबारी अंकित चौहान की हत्या की असल वजह माही उर्फ डौली है, जो अपने प्रेमी और दो नौकरों के साथ हत्याकांड के बाद से फरार है। घटना को अंजाम देने के बाद माही एक बार दिल्ली पहुंची थी, लेकिन यहां उसकी बहन ने ही उसे शरण नहीं दी। इसलिए एक रात पीलीभीत में गुजारनी पड़ी, लेकिन अब आशंका है कि वह दोबारा दिल्ली गई है। इसलिए पुलिस की दो टीमें दिल्ली में माही समेत चारों की तलाश में जुटी है। अब सवाल खड़ा होता है कि दिल्ली में दूसरा पनाहगार कौन है?

कोबरा से कटवाकर करवाई प्रेमी की हत्‍या

कारोबारी अंकित चौहान की प्रेमिका माही आर्य उर्फ डौली ने 14 जुलाई की रात कोबरा से कटवाकर उसकी हत्या करवाई थी। मास्टरमाइंड डौली का साथ उसके नए प्रेमी दीप कांडपाल, नौकरानी ऊषा देवी और नौकरानी के पति रामअवतार और सपेरे प्रेमनाथ ने दिया। सांप लेकर आने वाला सपेरे प्रेमनाथ को पकड़ पुलिस ने पूरे मामले का पर्दाफाश किया था, लेकिन माही समेत चार लोग घटना के बाद से फरार हैं।

इन्हें पकडऩा बेहद जरूरी है। क्योंकि, मास्टरमाइंड की गिरफ्त में आने के बाद कुछ नई कड़ियां और सामने आ सकती हैं। फरारी के बाद चारों लोग दिल्ली पहुंचे थे, लेकिन वहां उन्हें शरण नहीं मिल सकी थी। इसलिए 16 जुलाई को चारों पीलीभीत में नौकरानी ऊषा के घर रात बिताने के लिए पहुंचे थे।

दूसरी तरफ पुलिस की अलग-अलग टीमें धरपकड़ में जुटी हैं। दो टीमों ने दिल्ली में डेरा जमा रखा है, जबकि तीसरी नेपाल बार्डर पर निगरानी में जुटी है। पुलिस को इस बात की बड़ी आशंका है कि सभी आरोपित दिल्ली में छुपने के लिए गए होंगे।

कोई धन्नासेठ मदद तो नहीं कर रहा

न कोई काम न धंधा। न पुस्तैनी संपत्ति। उसके बावजूद आलीशान घर और महंगे शौक। हर चीज की कीमत होती है। इसके ऐवज में माही ऐश की जिंदगी जीती थी। जांच में 20 धन्नासेठों का संपर्क माही से निकला है। ऐसे में जांच का विषय है कि पुरानी किसी मजबूरी में इनमें से कोई माही की मदद तो नहीं कर रहा।

माही व चार अन्य आरोपितों की तलाश में पुलिस टीम जुटी हुई है। अलग-अलग जगहों पर इन्हें भेजा गया है। उम्मीद है कि जल्द आरोपित पकड़ में होंगे। - पंकज भट्ट, एसएसपी

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