यह पुरस्कार कला, साहित्य और शिक्षा, खेल, चिकित्सा, सामाजिक कार्य, विज्ञान और इंजीनियरिंग, सार्वजनिक मामलों, सिविल सेवा, व्यापार और उद्योग आदि जैसे सभी क्षेत्रों/विषयों में विशिष्ट और असाधारण उपलब्धी/सेवा के लिए दिया जाता है। जाति, व्यवसाय, स्थिति या लिंग के भेद के बिना सभी व्यक्ति इन पुरस्कारों के लिए पात्र हैं। डॉक्टरों और वैज्ञानिकों को छोड़कर सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों में काम करने वाले सरकारी कर्मचारी पद्म पुरस्कारों के लिए पात्र नहीं हैं।
एमएच की ओर से जारी विज्ञप्ति में कहा गया है कि मोदी सरकार पद्म पुरस्कारों को 'जनता के पद्म' में बदलने के लिए प्रतिबद्ध है। इसलिए सभी नागरिकों से अनुरोध किया जाता है कि वे स्व-नामांकन सहित नामांकन और सिफारिशें करें।
इस संबंध में अधिक जानकारी गृह मंत्रालय की वेबसाइट (https://mha.gov.in) और पद्म पुरस्कार पोर्टल (https://padmaawards.gov.in) पर पुरस्कार और पदक शीर्षक के तहत भी उपलब्ध है। इन पुरस्कारों से संबंधित कानून और नियम वेबसाइट (https://padmaawards.gov.in/AboutAwards.aspx) पर लिंक के साथ उपलब्ध हैं।
पद्म विभूषण असाधारण और विशिष्ट सेवा के लिए दिया जाता है। जबकि उच्च कोटि की विशिष्ट सेवा के लिए पद्म भूषण और किसी भी क्षेत्र में विशिष्ट सेवा के लिए पद्म श्री प्रदान किया जाता है। अधिकारियों ने बताया कि पुरस्कार पाने वालों में कई गुमनाम नायक हैं जो चुपचाप समाज और लोगों की बेहतरी के लिए काम कर रहे हैं और जिन्हें नरेंद्र मोदी सरकार 2014 में सत्ता में आने के बाद से सम्मानित कर रही है।
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