दरअसल मुख्यमंत्री ने शुक्रवार को ही शोक संदेश जारी करते हुए इस हादसे पर दुख जताया था. शनिवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि मोतिहारी के ईंट भट्ठे में चिमनी में विस्फोट में मारे गए लोगों के परिवारों को मुख्यमंत्री राहत कोष से चार-चार लाख रुपये की अनुग्रह राशि दी जाएगी. वहीं घायलों के इलाज का खर्च राज्य सरकार वहन करेगी. इससे पहले केंद्र सरकार ने भी मृतकों के परिजनों को दो लाख की राशि पीएम फंड से मुआवजे के तौर पर देने की बात कही है. साथ ही घायलों के इलाज के लिए 50 हजार रुपये की राशि देने की घोषणा की है.
बता दें कि शुक्रवार को मोतिहारी के रामगढ़वा थाना क्षेत्र के चंपापुर नरीरगिर चौक के समीप ईंट-भट्ठा में आग लगने के बाद उसका चिमनी ब्लास्ट के साथ ही नीचे गिर गई. जिसमें दबने से नौ लोगों की मौत हो गई जबकि 15 लोग जख्मी हो गए. इनमें कई लोगों की हालत गंभीर बनी हुई है. घायलों को रक्सौल के एक निजी नर्सिंग होम में भर्ती कराया गया है. मौके पर प्रशासन और एसडीआरएफ की टीम अभी भी सक्रिय है. कई लोगों के अभी भी मलबे में दबे होने की आशंका है. रात में कोहरे के कारण रेस्क्यू ऑपरेशन में परेशानी आ रही थी, इसलिए दोबारा सुबह से बचाव और राहत कार्य जारी है.
बताते चलें कि बिहार के मोतिहारी में ईंट भट्ठे की चिमनी में कल हुए ब्लास्ट में मरने वालों की संख्या बढ़कर 9 हो गई है. वहीं कई लोग घायल हैं. पहली चिमनी फुंकाई के बाद मजदूर आग लगने के बाद जश्न मना रहे थे, तभी अचानक धमाका हो गया. घटना की सूचना मिलने के बाद डीएम शीर्षत कपिल अशोक और एसपी डॉ. कुमार आशीष समेत कई अधिकारियों की टीम मौके पर पहुंची. कई थाना की पुलिस मौके पर कैंप कर रही है. दस एंबुलेंस बचाव कार्य में लगाए गए हैं. एसडीआरएफ की टीम बुलायी गई. एसडीआरएफ और अग्निशमन दल की टीम मलवा को हटाकर उसमें दबे लोगों को निकालने में लगी है. रात में कोहरे के कारण रेस्क्यू ऑपरेशन में परेशानी आ रही थी, इसलिए दोबारा सुबह से बचाव और राहत कार्य जारी है. सुबह में एक सिर और मोबाइल बरामद हुआ है. सभी मृतकों के शव को पोस्टमॉर्टम के लिए सदर अस्पताल भेज दिया गया है.