CM योगी और राम मंदिर को बम से उड़ाने की धमकी देने वाले 2 आरोपियों को पुलिस ने दबोचा, खुला बड़ा राज

Digital media News
By -
0
CM योगी और राम मंदिर को बम से उड़ाने की धमकी देने वाले 2 आरोपियों को पुलिस ने दबोचा, खुला बड़ा राज


किसान नेता देवेंद्र तिवारी की सूचना पर यूपी 112 में तैनात इंस्पेक्टर सहेंद्र कुमार ने 28 दिसंबर को सुशांत गोल्फ सिटी थाने में एफआईआर दर्ज कराई थी। जिसमें बताया गया था कि देवेंद्र के पास जुबेर खान नाम से एक ई-मेल आया।

श्रीराम मंदिर, सीएम योगी और एसटीएफ चीफ को बम से उड़ाने की धमकी देने के मामले में जांच टीम को आईपी एड्रेस मिल गया है। अब संबंधित ई मेल आईडी किस नंबर के जरिये बनाई गई है, उसकी जानकारी जीमेल मुख्यालय से मांगी गई है। मोबाइल नंबर मिलते ही पुलिस को आरोपी तक पहुंचने में और आसानी हो जाएगी।

किसान नेता देवेंद्र तिवारी की सूचना पर यूपी 112 में तैनात इंस्पेक्टर सहेंद्र कुमार ने 28 दिसंबर को सुशांत गोल्फ सिटी थाने में एफआईआर दर्ज कराई थी। जिसमें बताया गया था कि देवेंद्र के पास जुबेर खान नाम से एक ई-मेल आया। जिसमें धमकी दी गई कि श्रीराम मंदिर, सीएम योगी और एसटीएफ चीफ अमिताभ यश को बम से उड़ा देंगे। पुलिस के साथ कई और जांच एजेंसियां भी प्रकरण की तफ्तीश में जुट गईं। एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि जहां से ई मेल भेजा गया, उसका आईपी एड्रेस पता चल गया है। 

मोबाइल नंबर संबंधी जानकारी मांगी गई है। वहीं, इंटरनेट प्रोवाइडर कंपनी से ये भी जानकारी मांगी गई है कि जिस नंबर से इंटरनेट इस्तेमाल किया गया, वह नंबर क्या है। एक साइबर एक्सपर्ट ने जानकारी दी कि अगर आईपी एड्रेस की जानकारी हो गई तो ये पता चल गया होगा कि ई मेल कहां से भेजा गया। ऐसे में आशंका है कि संवेदनशील मामला होने की वजह से पुलिस अफसर ने अभी इस बारे में जानकारी साझा नहीं की। आरोपी के पकड़े जाने के बाद पुलिस पूरा खुलासा करेगी।
 
नई अपडेट 👇

देवेंद्र तिवारी ने ही रची थी पूरी साजिश

आरोपियों के कबूलनामे के अनुसार, देवेंद्र तिवारी ने खुद ही यह साजिश रची थी. देवेंद्र ने सुरक्षा पाने और बड़ा नेता बनने के लिए अपने ही कर्मचारियों से खुद को धमकी भरा ईमेल कराया था. जिसमें ताहर सिंह और ओम प्रकाश मिश्रा को गिरफ्तार किया गया है. फिलहाल, मुख्य साजिशकर्ता देवेंद्र की तलाश जारी है.

योगी आदित्यनाथ, देवेन्द्र तिवारी को 'बम' से उड़ाने की धमकी, बूचड़खानों के खिलाफ PIL से जुड़ा मामला

पूछताछ में पता चला है कि देवेंद्र ने अपने सोशल मीडिया हैंडलर ताहर सिंह और पर्सनल सेक्रेटरी ओम प्रकाश से धमकी भरा मेल फर्जी ईमेल आईडी से भिजवाया था. मेल भेजने के लिए उसने 2 मोबाइल खरीदकर दोनों को दिए थे. फिर मेल भेजने के बाद मोबाइल को जला दिया था.

इसलिए था रचा नाटक

देवेंद्र तिवारी ने सोशल मीडिया पर हाइलाइट होने और सुरक्षा लेने के लिए पूरा नाटक रचा था. इस मामले में उसने थाने में मुकदमा भी दर्ज करवाया था. शिकायत के समय देवेंद्र ने अपने वीडियो बयान में कहा था कि जो मामले पहले से दर्ज है उसमें अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है ना ही मेरी सुरक्षा को लेकर कोई कदम उठाया गया. उसने कहा था कि ऐसा लग रहा है कि मेरी हत्या के बाद ही ये लोग जागेंगे.
Tags:

एक टिप्पणी भेजें

0टिप्पणियाँ

एक टिप्पणी भेजें (0)