नई दिल्ली: आज विकसित भारत के संकल्पों को लेकर अहम दिन है :
इस दौरान PM मोदी ने विकसित भारत @ 2047 वॉयस ऑफ यूथ कार्यशाला को वर्चुअली संबोधित कर अपने संबोधन में कहा- आज विकसित भारत के संकल्पों को लेकर बहुत ही अहम दिन है। मैं सभी राज्यपालों को विशेष बधाई दूंगा कि उन्होंने विकसित भारत के निर्माण से जुड़ी इस वर्कशॉप का आयोजन किया है। देश की युवाशक्ति को दिशा देने का दायित्व जिन साथियों पर है, उनको आप एक मंच पर लाए हैं। शिक्षण संस्थानों की भूमिका व्यक्ति निर्माण की होती है और व्यक्ति निर्माण से ही राष्ट्रनिर्माण होता है। आज भारत जिस युग में है, उसमें व्यक्तित्व विकास का अभियान बहुत महत्वपूर्ण हो गया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज जिस कालखंड में भारत है, उसमें व्यक्ति निर्माण का अभियान बहुत अहम हो गया है। मैं आप सभी को Voice of Youth वर्कशॉप की सफलता के लिए अग्रिम शुभकामनाएं देता हूं। इतिहास हर देश को एक ऐसा कालखंड देता है जिसमें वह अपनी विकास यात्रा को कई गुना आगे ले जाता है! एक तरह से अब ये हमारे देश का 'अमृत काल' है! यह भारत के इतिहास का वह काल है, जब वह लम्बी छलांग लगा रहा है।
PM मोदी के संबोधन की प्रमुख बातें-
आज हर व्यक्ति, हर संस्था और हर संगठन को इस प्रण के साथ आगे बढ़ना है कि मैं जो कुछ भी करूंगा वो विकसित भारत के लिए होना चाहिए। आपके लक्ष्य, आपके संकल्पों का ध्यय केवल विकसित भारत ही होना चाहिए।
देश के नागरिक जब देश के हित की सोचेंगे, तभी एक सशक्त समाज का निर्माण होगा। जिस तरह समाज का मानस होता है, वैसी ही झलक हमे शासन-प्रशासन में नजर आती है। आज हर व्यक्ति, हर संस्था, हर संगठन को विजिट भारत के निर्माण में योगदान देने का संकल्प लेना चाहिए। आपके लक्ष्य, आपके संकल्प का ध्यान केवल विकसित भारत पर होना चाहिए। आप किसी भी क्षेत्र में हों, किसी भी पद पर हों, उन तरीकों के बारे में सोचें जो भारत को 'विक्सित देश' बनने के लक्ष्य को साकार करने में मदद कर सकते हैं।
विकसित भारत के निर्माण का ये अमृतकाल वैसा ही है, जैसे हम अक्सर परीक्षाओं के दिनों में देखते हैं। विद्यार्थी परीक्षा में अपने प्रदर्शन को लेकर बहुत आत्मविश्वासी होती है। मगर फिर भी वो अंतिम समय तक कोई कोर कसर बाकी नहीं छोड़ता। जब परीक्षा की तारीखें आ जाती है, तो ऐसा लगता है कि पूरे परिवार की परीक्षा की तारीख आ गई है। हमारे लिए भी देश के नागरिक के तौर पर परीक्षा की डेट डिक्लेयर हो चुकी है। हमारे सामने 25 साल का अमृतकाल है। हमे चौबीसों घंटे इसी अमृतकाल और विकसित भारत के लक्ष्यों के लिए काम करना है।
युवाशक्ति agent of change भी है और beneficiaries of change भी है। आज जो युवा साथी कॉलेज और यूनिवर्सिटी में हैं, उनके करियर को भी यही 25 साल तय करने वाले हैं। एक मजबूत और सशक्त समाज तभी बनता है जब नागरिक देश के हित में सोचते हैं, जब वे देश के कल्याण के बारे में सोचते हैं। किसी भी देश के प्रशासन और शासन की झलक समाज की मानसिकता तय करती है!
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