लक्ष्मण ने सियाचिन ग्लेशियर के खतरनाक इलाकों में ड्यूटी के दौरान अपनी जान देश के लिए न्योछावर करदी।
कौन हैं देश पर पहलेअग्निवीर शहीद?
अग्निवीर की पहली शहादत पर सेना ने क्या कहा?
सेना भर्ती में क्या है अग्निपथ स्कीम?
गवते अक्षय लक्ष्मण देश के लिए शहीद होने वाले पहले अग्निवीर वीर जवान हैं। जो दुनिया के सबसे ऊंचे युद्धक्षेत्र सियाचिन में फायर एंड फ्यूरी कॉर्प्स का हिस्सा थे। फायर एंड फ्यूरी कॉर्प्स ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (पूर्व में ट्विटर ) पर पोस्ट कर लक्ष्मण को श्रद्धांजलि दी, तस्वीरे शेयर कर लिखा- 'बर्फ में चुपचाप बने रहने के लिए, जब बिगुल बजेगा तो वे उठेंगे और फिर से मार्च करेंगे। फायर एंड फ्यूरी कॉर्प्स की सभी रैंक सियाचिन की कठिन ऊंचाइयों पर ड्यूटी के दौरान अग्निवीर (ऑपरेटर) गावते अक्षय लक्ष्मण के सर्वोच्च बलिदान को सलाम करते हैं और परिवार के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त करते हैं।'
महाराष्ट्र के रहने वाले थे अक्षय लक्ष्मण
सेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे (Army Chief General Manoj Pandey) और बल के सभी रैंक के कर्मियों ने महाराष्ट्र के अग्निवीर गवते अक्षय लक्ष्मण की मौत पर शोक व्यक्त किया है। काराकोरम पर्वतीय श्रृंखला में करीब 20,000 फीट की ऊंचाई पर स्थित सियाचिन को दुनिया के सबसे ऊंचे युद्धक्षेत्र के रूप में जाना जाता है, जहां सैनिकों को
अत्यधिक ठंड और तेज हवाओं से जूझना पड़ता है। भारतीय सेना ने लिखा- 'दुःख की इस घड़ी में भारतीय सेना शोक संतप्त परिवार के साथ मजबूती से खड़ी है।'
कौन है अग्निपथ स्कीम?
आपको बता दें, पिछले साल जून, 2022 में मोदी सरकार (Modi government) ने सेना में भर्ती के लिए अग्निपथ स्कीम को शुरू किया था। अग्निपथ स्कीम के तहत सेना में भर्ती होने वाले सैनिकों को अग्निवीर कहा जाता है। ये सभी अग्निवीर सेना में चार साल तक अपनी सेवाएं देते हैं। 4 साल के बाद समीक्षा कर सेवाओं को आगे बढ़ाया जाता है। भारतीय सेना में अब सैनिकों की भर्ती अग्निपथ स्कीम के तहत ही होती है।
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