इसके बाद दोनों के बीच फोन पर ही लंबी बात होती थी। जूली ने अजय को बताया था कि उसके पति की मृत्यु हो चुकी है। उसकी 11 साल की एक बेटी है। एक साल पहले जूली अपनी बेटी हलीमा को लेकर अजय के घर आ गई थी। यहां आकर जूली ने मुस्लिम धर्म छोड़कर हिंदू धर्म अपना लिया था। इसके बाद मंदिर में शादी कर ली थी।
15 दिन जूली बांग्लादेश चली गई थी। कुछ दिन बाद ही जूली फिर यहां आ गई थी। तीन माह पहले अजय को अपने साथ ले गई थी। इसके बाद से अजय जूली के घर बांग्लादेश के गाजीपुर में रह रहा था। दस जुलाई के बाद अजय ने अपने खून से लथपथ फोटो भेजे थे।
इसके बाद से अजय बीच-बीच में परिवार को फोटो भेज रहा था। अजय ने फोन पर हुई बातचीत में बताया कि जूली उसे अब भारत नहीं आने दे रही है। उसने उसे कैद कर रखा है। उसके साथ मारपीट कर दी है। जूली ने उससे झूठ बोला था कि उसके बेटे की मौत हो चुकी है। यहां इसका बेटा जिंदा है।
उसके मां-बाप और भाई सब हैं। ये लोग मुझे टॉर्चर करते हैं। जूली उस पर दबाव बना रही है कि वह धर्म परिवर्तन करके यहीं बांग्लादेश में रहे।
मैं यहां बहुत परेशानी में हूं: अजय
इसके अलावा अजय ने ये भी बताया कि जब उसकी पत्नी पास होती है तो वह सब कुछ ठीक होने की बात करता है। क्योंकि जूली और उसके परिवार के लोग हाथों में डंडे लेकर मेरे पास ही खड़े हो जाते हैं। जूली और उसके परिवार के लोग इधर उधर चले जाते हैं तब ही मैं सच बोल पता हूं। मैं यहां बहुत परेशानी में हूं। मेरी मदद कीजिए।