Viral प्रेम प्रसंग और विवाह की खबरें तो सामने आते रहती हैं लेकिन बिहार में एक बार फिर समलैंगिक विवाह का मामला बक्सर जिला से सामने आया है। जहां दो लड़कियों का इश्क परवान चढ़ा और दोनों ने आपस में शादी रचा ली। सुपौल की रहने वाली अनिसा और अररिया की रहने वाली पायल ने शनिवार के दिन कोर्ट में विवाह किया। इसके बाद डुमरेजनी मंदिर (डुमरांव) में हिंदू रीति रिवाजों के साथ सात फेरे लेते हुए जीवन भर एक दूजे के होने की कसमे खाई। शादी के बाद दोनों लड़कियों ने कहा कि वह दोनों एक दूसरे से प्रेम करती हैं और शादी से काफी खुश हैं।
सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा वीडियो
समलैंगिक विवाह का पूरा मामला कोरानसराय का है। विवाह होने के बाद यह खबर पूरे इलाके में आग की तरह फैल गई। वहीं सोशल मीडिया पर शादी का वीडियो तेज़ी से वायरल हो रहा है। कोरानसराय पुलिस को जब मामले की सूचमा मिली तो वह भी मौके पर पहुंची। जांच में दोनों लड़कियों के बालिग़ पाई जाने के बाद पुलिस भी दोनों को उनके हाल पर छोड़ दिया और लौट गई। विवाह तक मामला कैसे हुआ, किस तरह से दोनों संपर्क में आई? आगे हम आपको इसके बारे में बताने जा रहे हैं।
काम के दौरान बढ़ी दोनों की नज़दीकियां
ऑर्केस्ट्रॉ में दोनों लड़कियां डांसर के तौर पर पिछले तीन साल से एक साथ काम करती हुई आ रही हैं। ऑर्केस्ट्रॉ में काम करने के दौरान ही दोनों में नज़दीकियां बढ़ीं और उनका इश्क ऐसा परवान चढ़ा की, विवाह के बाद ही साथ रहने की कसम ही खा ली। दोनों लड़कियों ने मंदिर में शादी कर इस रिश्ते को समाज में मंज़ूर करवाने की कोशिश की है। एक दूसरे को वर माला पहनाने के बाद अनिसा ने पायल की मांग में सिंदूर भरा। वहीं अनिसा ने लड़के की तरह कपड़े पहने थे और पायल ने लड़कियों के कपड़े पहन रखे थे।
परिवार के लोग नहीं थे शादी के लिए राज़ी
सुपौल निवासी लालजी (संचालक, आर्केस्ट्रा पार्टी) ने की मानें तो अनिसा के परिवार वाले इस विवाह से राज़ी हैं, वहीं पायल के परिजन इस शादी के खिलाफ हैं। परिवार के विरोध जाकार इन्होंने समलैंगिक विवाह रचाई है। इस तरह के विवाह का पहला मामला बक्सर ज़िले में देखने को मिला है। अनिसा कुमारी (त्रिवेणीगंज, सुपौल) और पायल कुमारी (जयनगर, अररिया) ने डुमरांव अनुमंडलीय कोर्ट में कानूनी तरीके शादी रचाई। इसके बाद उन्होंने बांके बिहारी मंदिर में मत्था टेका और अपने दोस्तों की मौजूदगी में शादी की। इस दौरान अनिशा पति और पायल पत्नी बनी। इस शादी पर ग्रामीणों ने नाराज़गी जताते हुए कहा कि इससे समाज में ग़लत संदेश जाता है। ऐसे कल्चर को बढ़ावा नहीं देना चाहिए।