आरोपी शंकर मिश्रा ने अपने वकील के जरिए अपना बयान जारी कर बचाव किया है। अपने बयान में उसने कहा है कि महिला ने अपने व्हाट्सएप मैसेज में स्पष्ट रूप से कथित कृत्य की निंदा की है। इसके साथ ही उसके खिलाफ शिकायत दर्ज करने का कोई इरादा नहीं दिखाया है। शंकर मिश्रा के हवाले से उसके वकील ईशानी शर्मा और अक्षत बाजपेयी द्वारा जारी बयान में कहा गया है कि आरोपी और पीड़िता महिला के बीच व्हाट्सएप संदेशों से साफ होता है कि आरोपी ने 28 नवंबर को कपड़े और बैग साफ करवाए थे और उन कपड़ों की 30 नवंबर को डिलीवरी हुई थी। महिला की लगातार शिकायत केवल एयरलाइन द्वारा भुगतान किए जा रहे पर्याप्त मुआवजे के संबंध में थी, जिसके लिए उसने 20 दिसंबर, 2022 को बाद में भी शिकायत की थी।
आरोपी शंकर मिश्रा के वकीलों के अनुसार, आरोपी ने 28 नवंबर को पेटीएम पर समझौते के अनुसार मुआवजे का भुगतान किया था। आरोपी एस मिश्रा की वकील एडवोकेट इशानी शर्मा ने बयान में कहा है कि महिला ने मुआवजा स्वीकार किया और किसी भी संदेश में 'मुझे इसकी आवश्यकता नहीं है' या "यह नहीं चलेगा" जैसे शब्दों का इस्तेमाल नहीं किया। लगभग एक महीने बाद 19 दिसंबर को उसकी बेटी ने पैसे वापस कर दिए। केबिन क्रू द्वारा जांच समिति के समक्ष दर्ज किए गए बयानों से पता चलता है कि घटना का कोई चश्मदीद गवाह नहीं है और सभी बयान केवल सुनी-सुनाई बातें हैं।
शंकर मिश्रा के वकीलों के अनुसार, केबिन क्रू द्वारा प्रस्तुत किए गए बयानों में पक्षों के बीच हुए समझौते की भी पुष्टि की गई है। बयान में आरोपी ने यह भी कहा है कि उसे देश की न्याय व्यवस्था पर पूरा भरोसा है और वह जांच प्रक्रिया में सहयोग करेगा।
बेंगुलुरू में मिली आखिरी लोकेशन
गौरतलब है कि 26 नवंबर, 2022 को एआई 102 में सवार एक महिला यात्री से शिकायत मिली थी कि एक पुरुष सह-यात्री ने सीट के पास पेशाब कर उसके कपड़े और बैग गंदे कर दिए थे। इस मामले में महिला यात्री ने शुरू में अनुरोध किया कि विमान की लैंडिंग के बाद दोषी के खिलाफ कार्रवाई की जाए। हालांकि बाद में उन्होंने अपना अनुरोध वापस ले लिया क्योंकि संभवतः दोनों पक्षों ने आपस मे मामला सुलझा लिया था। जिसके बाद आरोपी को जाने दिया गया था। वहीं, अब डीजीसीए के दखल के बाद आरोपी शंकर की तलाश की जा रही है। आरोपी यात्री की आखिरी लोकेशन बेंगलुरु में ट्रेस हुई है।
सूत्रों ने इसकी जानकारी दी है। उन्होंने बताया कि उसकी बहन वहां रहती है। फरार आरोपी की तलाश में लगी पुलिस टीम ने उसकी बहन से भी पूछताछ की है। उन्होंने कहा कि तकनीकी सर्विलांस का इस्तेमाल कर उसकी तलाश की जा रही है। आरोपी के खिलाफ लुक आउट नोटिस भी जारी किया गया। इसके साथ ही दिल्ली पुलिस ने पायलट समेत 6-8 फ्लाइट क्रू मेंबर्स को भी तलब करके जांच में शामिल होने के लिए कहा है।
वेल्स फ़ार्गो कंपनी के कानूनी विभाग से पुलिस ने मांगा सहयोग
आरोपी शंकर मिश्रा के खिलाफ लुक आउट सर्कुलर (LOC) जारी करने के बाद अब दिल्ली पुलिस मामले की जांच में सहयोग करने के लिए अमेरिका स्थित वेल्स फारगो कंपनी के कानूनी विभाग के पास पहुंची है। दिल्ली पुलिस के एक अधिकारी ने बताया है कि हमने आरोपी एस मिश्रा से सहयोग करने या जल्द से जल्द जांच में शामिल होने के लिए भारत में अमेरिका स्थित कंपनी वेल्स फारगो की कानूनी टीम से संपर्क किया है।
कौन है शंकर मिश्रा
गौरतलब है कि इस पूरे मामले में आरोपी शंकर मिश्रा फिलहाल फरार चल रहा है। पुलिस टीमें उसकी खोज में लगी हुई है। पुलिस को मिली आरोपी की जानकारी के मुताबिक, आरोपी शख्स अमेरिकी कंपनी वेल्स फार्गो के भारत चैप्टर का वाइस प्रेसीडेंट है। इसके अलावा वह मुंबई का रहने वाला है।
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