समाचार एजेंसी एएनआई की रिपोर्ट के मुताबिक भूकंप देर रात करीब 1.19 बजे आया। ठीक एक दिन पहले यानी 31 दिसंबर को सुबह पांच बजकर 51 मिनट पर हिमाचल के मंडी जिले में भूकंप के हल्के झटके महसूस किए गए जिसकी तीव्रता रिक्टर स्केल पर 2.8 दर्ज की गई। भूकंप का केंद्र मंडी जिले में जमीन से पांच किलोमीटर नीचे था। चूंकि इस भूकंप तीव्रता काफी कम थी इस वजह से अधिकांश लोग इसे महसूस नहीं कर पाए। भूकंप से किसी जानमाल के नुकसान की खबर नहीं है।
बीते 15 दिनों के भीतर हिमाचल प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों में चार बार भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं। बीते 26 दिसंबर को कांगड़ा में 2.8 की तीव्रता का भूकंप आया था। 21 दिसंबर 2022 को लाहौल-स्पीति जिले में 2.6 और 16 दिसंबर को किन्नौर में 3.4 तीव्रता के भूकंप के झटके महसूस किए गए थे। वैज्ञानिकों की मानें तो धरती के भीतर की प्लेटों में घर्षण के कारण भूकंप के झटके महसूस किए जाते हैं। भूकंप के दौरान धरती के भीतर की ऊर्जा बाहर निकलती है।
दिल्ली-एनसीआर में इससे पहले 12 नवंबर को भूकंप के तगड़े झटके महसूस किए गए थे। भूकंप आने के बाद लोग घर और दफ्तरों से बाहर आ गए थे। भूकंप की तीव्रता 6.3 मापी गई थी। दिल्ली एनसीआर के अलावा इन्हें उत्तराखंड और बिजनौर तक महसूस किया गया था। 9 नवंबर 2022 को भी दिल्ली-एनसीआर इलाकों में भूकंप के झटके महसूस किए गए थे। इन्हें चीन और नेपाल में भी महसूस किया गया था। इसकी तीव्रता 6.3 मापी गई थी। भारत में इन झटकों को यूपी, उत्तराखंड समेत 7 राज्यों में महसूस किया गया था।