चीनी विदेश मंत्री का यह बयान तब सामने आया है, जब तवांग में झड़प के बाद दोनों देशों के संबंधों फिर से तल्खी आ गई है। हालांकि, झड़प के बाद 20 दिसंबर को भारत और चीन के बीच कोर कमांडर स्तर की 17वीं दौर की बैठक हुई। इस बातचीत में देपसांग और डेमचक से चीनी सेना के पीछे हटने का मसला मुख्य एजेंडा था। हालांकि, इस बातचीत में कोई ठोस हल तो नहीं निकला, लेकिन दोनों पक्ष संपर्क में रहते हुए इसे जल्द सुलझाने पर सहमत हुए।
अब तक पांच जगहों से हट चुकी हैं दोनों सेनाएं
यह वार्ता पीएम नरेंद्र मोदी व चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के बीच जी-20 सम्मेलन में हाथ मिलाने के एक माह बाद हुई थी। पूर्वी लद्दाख में मई, 2020 में तनातनी के बाद अब तक 5 तनातनी वाले जगहों से दोनों सेनाएं पीछे हट चुकी हैं। फरवरी, 2021 को पैंगोंग झील के दोनों तरफ व गोगरा-हॉटस्प्रिंग इलाके के पेट्रोलिंग प्वाइंट (पीपी)-15 व 17 से अगस्त में दोनों सेनाएं पीछे हटी थीं।
Source: digital media
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