Afghanistan: सलंग दर्रे की सुरंग में तेल टैंकर लुढ़कने से लगी आग; 19 लोगों की मौत, 32 के घायल होने की खबर

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अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में सलंग सुरंग में तेल के टैंकर में विस्फोट हो गया। इस घटना में कम से कम 19 लोगों की मौत हो गई है, वहीं कम से कम 32 लोगों के घायल होने की सूचना है। 2.6 किलोमीटर लंबी सलंग सुरंग काबुल से लगभग 130 किमी की दूरी पर है। अफगानिस्तान के उत्तरी भाग को दक्षिणी भाग से जोड़ने वाला यह एक अहम मार्ग है। इसका निर्माण 1960 के दशक में सोवियत संघ को हमला करने में मदद करने के लिए किया गया था।

कम से कम 19 लोगों की मौत

परवान प्रांत के प्रवक्ता सईद हिमतुल्लाह शमीम के मुताबिक, शनिवार रात को सलंग सुरंग में हुए विस्फोट की वजह से कम से कम 19 लोगों की जान चली गई। इन मृतकों में महिलाएं और बच्चे भी शामिल हैं। प्रवक्ता के मुताबिक अभी भी कई जीवित लोग मलबे में फंसे हुए हैं और हताहतों की संख्या बढ़ सकती है। रात करीब 8.30 बजे हुई इस घटना के कारणों का अभी पता नहीं चल पाया है।

आग पर पाया गया काबू

एक स्थानीय स्वास्थ्य अधिकारी डॉ अब्दुल्ला अफगान के मुताबिक, परवान के स्वास्थ्य विभाग को अब तक 14 लोगों की मौत और 24 घायलों की सूचना मिली है। उन्होंने कहा कि मरने वालों में 5 महिलाएं और 2 बच्चे शामिल हैं। पीड़ितों में से कुछ गंभीर रूप से झुलस गए थे और उनकी पहचान नहीं हो पाई है। लोक निर्माण मंत्रालय के प्रवक्ता मौलवी हमीदुल्लाह मिस्बाह ने रविवार को कहा कि आग बुझा दी गई है और सुरंग को साफ करने के लिए दल अब भी काम कर रहे हैं।

2010 में भी हुआ था हादसा

अधिकारियों ने बताया कि सलंग दर्रा को अब यातायात के लिए बंद कर दिया गया है। बचाव दल घटनास्थल पर हेलीकॉप्टर से तैनात है। बतादें कि सलंग दर्रा में ही सलांग सुरंग बनी हुई है। सलंग दर्रा, दुनिया के सबसे ऊंचे पहाड़ी राजमार्गों में से एक है, जिसकी ऊंचाई लगभग 3,650 मीटर (12,000 फीट) है। यह दर्रा हिंदू कुश पर्वत श्रृंखला से होकर गुजरता है। सर्दियों के दौरान दुर्घटनाओं, भारी बर्फबारी और हिमस्खलन के कारण सालंग दर्रा अक्सर दिनों के लिए बंद रहता है। सालंग दर्रे में 2010 में हिमस्खलन में 150 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई थी।

source: digital media

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