Bihar News: बिहार में बदलते मौसम के बीच ठनका गिरने से कई लोगों की मौत हुई है। मुख्यमंत्री कार्यालय की ओर से साझा की गई जानकारी के मुताबिक पीड़ित परिवारों को चार लाख रुपये का मुआवजा प्रदान किया जा रहा है। बिहार में प्रति वर्ष ठनका की चपेट में आकर सैकड़ों लोग अपनी जान गंवा देते हैं। हालांकि, बिहार सरकार ने एक ऐसा एप तैयार किया है, जिससे लोगों को समय रहते इसकी जानकारी मिल जाती है।
पटना: बिहार के छह जिलों में आकाशीय बिजली की जद में आने से कम से कम आठ लोगों की मौत हो गई है। एक अधिकारी ने बुधवार को यह जानकारी दी।अधिकारी ने बताया कि पिछले 24 घंट में भागलपुर, मुंगेर, जमुई, पूर्वी चंपारण, पश्चिमी चंपारण और अररिया जिलों में ये मौतें हुई हैं। बिहार मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राज्य में पिछले 24 घंटे में आकाशीय बिजली की जद में आने से हुईं मौतों पर गहरी संवेदना व्यक्त की है। मुख्यमंत्री कार्यालय (सीएमओ) के अनुसार, प्रत्येक मृतक के परिजन को चार लाख रुपये की अनुग्रह राशि देने की भी घोषणा की गई है।👇👇👇
ब्रेकिंग
मोतिहारी
जिला परिषद सदस्य व चांदमारी सोसायटी कम्प्लेक्स के सचिव सुरेश यादव को अपराधियों ने चांदमारी गुमटी के नजदीक मारी गोली। हुई मौत। मौके पर पहुंची पुलिस छानबीन में जुटी। सुरेश यादव को परिजन रहमानिया मेडिकल सेंटर ले गए थे जहां डॉक्टर ने मृत घोषित कर दिया।👇👇👇
परिवारों को मुआवजा सीएमओ के बयान के अनुसार, भागलपुर और मुंगेर जिलों में दो-दो मौतें हुई हैं, इसके बाद जमुई, पूर्वी चंपारण, पश्चिमी चंपारण और अररिया जिलों में एक-एक मौत हुई है। बयान में मुख्यमंत्री ने लोगों से खराब मौसम के दौरान सावधानी बरतने और आपदा प्रबंधन विभाग द्वारा जारी निर्देशों का पालन करने की भी अपील की। उन्होंने कहा कि खराब मौसम में घरों में रहें और सुरक्षित रहें।
विभाग कर रहा जागरूक
ध्यान रहे कि आपदा प्रबंधन विभाग की ओर से लोगों को सावधान करने के लिए हमेशा जागरूकता अभियान चलाया जाता है। आपदा प्रबंधन विभाग ने सोशल मीडिया पर वीडियो अपलोड कर लोगों को बताया है कि उन्हें कब बाहर रहना है और कब घर के अंदर चले जाना है। बारिश और मेघ गर्जन के समय किस तरह की सावधानी बरतनी है। विभाग की ओर से लगातार लोगों को सावधान करने की प्रक्रिया जारी है
ठनका से रहें सावधान
आपदा प्रबंधन विभाग के मुताबिक ठनका गिरने से जन-धन को होने वाली हानि से बचाव के दृष्टिकोण से यह आवश्यक है कि हम उनका से बचने के लिए थोड़ी सावधानी बरतें। यदि आप खुले में हों तो शीघ्रातिशीघ्र किसी पक्के मकान में शरण लें। सफर के दौरान अपने वाहन में ही बने रहें। खिड़कियां, दरवाजे, बरामदे एवं छत से दूर रहें। तीव्र गर्जन सुनने पर सुरक्षित स्थान पर आश्रय लें। बिजली गर्जन के समय पेड़ों, टीन और धातु की छतों के नीचे और पास में शरण नहीं लेना चाहिए। समुचित दूरी बनाए रखना चाहिए। भीड़ में खड़े होने से बचना चाहिए। गड़गड़ाहट के अंतिम गर्जन के बाद कम से कम 30 मिनट के लिए गतिविधियों को बंद कर देना चाहिए। उस दौरान मोबाइल का प्रयोग नहीं करना चाहिए। घर के अंदर इलेक्ट्रॉनिक सामानों का कनेक्शन काट देना चाहिए।
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