दरअसल, यह घटना दोपहर साढ़े 12 बजे कोटा के घटना कुन्हाड़ी थर्मल चौराहे के पास घटी है। जिस जगह शिव बरात में कई बच्चे धार्मिक झंडे लेकर चल रहे थे। इस दौरान एक झंडा हाइटेंशन लाइन से टच हो गया जिस वजह से यह हादसा हो गया। हादसा होने के बाद घटनास्थल पर अफरा-तफरी का महौल मच गया। इस दौरान, करंट में झुलसे बच्चों को MBBS अस्पताल पहुंचाया गया। वहां दो बच्चे की स्थिति नाजुक बनी हुई है। प्रशासन भी सक्रिय हो गया है।
हादसे की जानकारी मिलते ही मेडिकल टीम को अलर्ट कर दिया गया है। बताया जा रहा है कि एक बच्चा 70 प्रतिशत और एक 50 प्रतिशत झुलस गया है। बाकि बच्चे 10 प्रतिशत तक झुलसे हैं। करंट में झुलसे बच्चों की लगभग उम्र नौ से 16 साल बताई जा रही है। दो बच्चों की हालत अभी नाजुक अस्पताल में दो बच्चों की हालत अभी नाजुक बताई जा रही है। डॉक्टर्स की टीम लगातार उनके ट्रीमेंट में जुटी हुई है।
उधर, हादसे की सूचना मिलते ही लोकसभा स्पीकर लोकसभा स्पीकर ओम बिड़ला और ऊर्जा मंत्री हीरालाल नागर भी अस्पताल पहुंच गए और घटना पर दुख जताते हुए अधिकारियों को बेहतर इलाज के निर्देश दिए। वहीं ऊर्जा मंत्री ने पूरे मामले की जांच के भी निर्देश दिए हैं। घटना के बाद विद्युत विभाग के अधिकारी भी मौके पर पहुंचे और मौके का मुआयना किया।
आयोजकों की गलती की वजह से हुआ हादसा
जानकारी के लिए बता दें कि हर साल काली बस्ती में शिव बरात का आयोजन किया जाता है। ज्यादातर बच्चे अपने परिजनों के बिना ही शिव बरात का हिस्सा बनने पहुंच जाते थे। वहां के लोगों का कहना है कि आयोजकों की गलती से यह हादसा हुआ है। इसी वजह से जब आयोजक अस्पताल पहुंचे तो नाराज परिजनों ने उनकी पिटाई कर दी।
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