द्वारका तट पर PM मोदी ने की स्कूबा डाइविंग, समंदर में गश्त भी लगाई, देखें तस्वीरें

Digital media News
By -
3 minute read
0
द्वारका तट पर PM मोदी ने की स्कूबा डाइविंग, समंदर में गश्त भी लगाई, देखें तस्वीरें

लक्षद्वीप के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुजरात के द्वारका में स्कूबा डाइविंग की. इस दौरान उनकी सुरक्षा में भारतीय नौसेना के अधिकारी तैनात रहे. प्रधानमंत्री ने द्वारका में टूरिज्म और एडवेंचर स्पोर्ट्स को बढ़ावा देने के मकसद से यहां स्कूबा डाइविंग की.

बता दें कि पीएम मोदी ने इस साल जनवरी में लक्षद्वीप की यात्रा की थी. यहां उन्होंने स्नॉर्कलिंग का आनंद उठाया था और अपनी तस्वीरें शेयर करते हुए देशवासियों से छुट्टियां बिताने के लिए यहां आने की अपील की थी.
 

पीएम मोदी ने एडवेंचर स्पोर्ट्स के लिए लक्षद्वीप को एक बेहतरीन जगह बताते हुए अपने एक्स हैंडल से किए एक पोस्ट में कहा था, 'जो लोग अपने साहस को आजमाना चाहते हैं, उनके वेकेशन डेस्टिनेशन की लिस्ट में लक्षद्वीप होना ही चाहिए'. प्रधानत्री ने स्नॉर्कलिंग के दौरान पानी के भीतर ली गई तस्वीरें भी शेयर की थीं. इन तस्वीरों में समुद्र की गहराई में स्थित चट्टानें और समुद्री जीव दिख रहे थे. भारत में टूरिज्म को प्रमोट करने का पीएम मोदी का यह एक सफल प्रयास था.

 

स्नॉर्कलिंग क्या होता है?

स्नॉर्कलिंग का मतलब होता है पानी की सतह के कुछ नीचे तैरना. यह उन लोगों के लिए होता है जो पानी में बिल्कुल अंदर तक जाने से डरते हैं या जिन्हें पानी में जाना पसंद है, लेकिन सांस लेने में दिक्कत होती है. ऐसे लोग स्नॉर्कलिंग करना पसंद करते हैं. स्नॉर्कलिंग करने वाले व्यक्ति को एक ट्यूब दिया जाता है, जिससे वे सांस ले सकते हैं. चूंकि स्नॉर्कलिंग में व्यक्ति डीप डाइविंग न करके वाटर सर्फेस तक ही रहता है, इस तरह वह ट्यूब को ऊपर निकालकर सांस ले लेता है. स्नॉर्कलिंग में स्वीमर को डाइव मास्क और एक वेटसूट और लाइफ जैकेट पहनाया जाता है.

 

स्कूबा डाइविंग क्या है?

स्नॉर्कलिंग के उलट स्कूबा डाइविंग का मतलब होता है पानी के नीचे तैरना. यह डीप डाइविंग होती है. स्कूबा डाइविंग के लिए ऑक्सीजन सिलेंडर की जरूरत पड़ती है. साथ ही इसमें डाइव करने वाले को स्विमिंग कॉस्ट्यूम, स्विमिंग गॉगल्स की जरूरत पड़ती है और लाइफ जैकेट नहीं होता. स्नॉर्केलिंग के विपरीत, स्कूबा डाइवर्स लंबे समय तक पानी के नीचे रहते हैं. वे समुद्र की गहराई में जाते हैं. स्कूबा का फुल फॉर्म सेल्फ कंटेंड अंडरवाटर ब्रीदिंग एपरेटस (Scuba) होता है.

बता दें कि गुजरात सरकार ने वाइब्रेंट गुजरात समिट के दौरान द्वारका मे अंडर वाटर टूरिज्म के लिए कई कंपनियों के साथ MoU साइन किए थे. इससे पहले प्रधानमंत्री मोदी आज सुबह बेट द्वारका स्थित मंदिर गए. यहां दर्शन पूजन करने के बाद उन्होंने ओखा को बेट द्वारका द्वीप से जोड़ने वाले 2.32 किमी लंबे समुद्री पुल सुदर्शन सेतु का उद्घाटन किया. यह देश का सबसे लंबा केबल ब्रिज है, जिसकी आधारशिला पीएम मोदी ने 2017 में रखी थी. यह ब्रिज 900 करोड़ रुपए से अधिक की लागत से बनकर तैयार हुआ है.

तीर्थ नगरी द्वारका में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने द्वारकाधीश मंदिर का भी दौरा किया. उन्होंने यहां पूजा-अर्चना की और द्वारकाधीश भगवान के दर्शन किए. पीएम ने दान भी दिया. उन्होंने द्वारिका पीठ के शंकराचार्य के भी दर्शन किए और उन्हें पुष्पमाला अर्पित की. शंकराचार्य ने पीएम को अंगवस्त्र और रुद्राक्ष की माला भेंट की. इसके बाद पीएम बोट पर सवार होक समुद्र के बीच गए और स्कूबा डाइविंग का आनंद उठाया. यहां हम आपको बता दें कि स्कूबा डाइविंग और स्नॉर्कलिंग दो अलग-अलग तरह के वाटर एडवेंचर स्पोर्ट्स हैं.

एक टिप्पणी भेजें

0टिप्पणियाँ

एक टिप्पणी भेजें (0)