इस ट्रैक्टर मार्च को सफल बनाने को लेकर भारतीय किसान यूनियन की शनिवार को बैठक हुई। इसकी अध्यक्षता रणवीर मुखिया और संचालन रॉबिन नागर ने किया।
पश्चिम यूपी के प्रदेश अध्यक्ष पवन खटाना ने कहा 26 फरवरी को सुबह 10:00 बजे दनकौर सलारपुर अंडरपास पर सभी किसान और मजदूर ट्रैक्टर-ट्रॉली लेकर इकट्ठा होंगे। इसके बाद यमुना एक्सप्रेसवे से दिल्ली की तरफ कूच करेंगे। संगठन ने शांतिपूर्वक ट्रैक्टर मार्च निकालने का आह्वान किया है।
किसानों के ट्रैक्टर मार्च की घोषणा के बाद एक बार फिर पुलिस प्रशासन में खलबली मच गई है। पुलिस-प्रशासन ने किसानों को मनाने का प्रयास शुरू कर दिया है। इस मौके पर राजे प्रधान, मटरू नागर, गुलफाम जीते गुर्जर, सुनील प्रधान, राजीव मलिक, विनोद पंडित, वीरेंद्र चपराना, संदीप एडवोकेट आदि किसान मौजूद रहे।
धारा-144 लागू
संयुक्त किसान मोर्चा ने 26 फरवरी को राजमार्गों पर ट्रैक्टर मार्च निकालने का ऐलान किया। रविवार को शब-ए-बारात और सोमवार को ट्रैक्टर मार्च निकालने के ऐलान को देखते हुए जनपद में धारा 144 लागू कर दी गई है। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि जनपद के किसान ट्रैक्टर मार्च में हिस्सा नहीं लेंगे। सभी किसान संगठनों के पदाधिकारियों से इस संबंध में वार्ता की जा रही है।
पुलिसकर्मी तैनात होंगे
दिल्ली और नोएडा के सभी प्रवेश और निकासी द्वार पर अतिरिक्त पुलिसकर्मियों की तैनाती रविवार से कर दी जाएगी। डीसीपी ट्रैफिक अनिल यादव ने बताया कि रूट डायवर्जन भी किया जा सकता है। इस संबंध में बैठक के बाद निर्णय लिया जाएगा। लोगों को असुविधा न हो इसके लिए यातायात संबंधी जानकारी नियमित अंतराल पर विभिन्न प्लैटफॉर्म पर साझा की जाएगी।
किसानों का कल एक्सप्रेसवे पर प्रदर्शन
वहीं, गाजियाबाद में भी भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) सोमवार को एमएसपी पर कानून बनवाने और अन्य मांगें को लेकर ईस्टर्न पेरिफेरल और मेरठ एक्सप्रेसवे पर ट्रैक्टर के साथ प्रदर्शन करेगी। पिछले दिनों भाकियू प्रवक्ता राकेश टिकैत ने यह घोषणा की थी। भाकियू नेता ओमपाल सिंह ने बताया कि प्रदर्शन के दौरान यातायात बंद नहीं किया जाएगा। किसान केवल विरोध जताएंगे। एक्सप्रेसवे पर ट्रैक्टरों के साथ कुछ दूर तक मार्च निकालेंगे। इस दौरान सिर्फ एक तरफ की लेन पर ही विरोध जताया जाएगा। इस दौरान यातायात बंद नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा कि सरकार को किसानों की मांग पूरी करनी होगी। उन्होंने बताया कि 14 मार्च को किसान दिल्ली जाएंगे।
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