दरअसल, निजी स्कूलों में बच्चों के अभिभावकों को रिपोर्ट कार्ड दिया जाता है। इसी तर्ज पर अब सरकारी स्कूलों में भी बच्चों के परिमाण को उनके अभिभावकों को दिया जाएगा। बच्चों के रिपोर्ट कार्ड में ग्रेड लिखा होगा।
वहीं अगर वार्षिक परीक्षा में कोई छात्र-छात्रा फेल होता है तो इसके जिम्मेदार स्कूल के प्रिंसिपल और शिक्षक होंगे। वहीं शिक्षा विभाग के इस आदेश के बाद स्कूल में शिक्षक प्रतिदिन कमजोर बच्चों को पढ़ाने में व्यस्त हैं। मिशन दक्ष के तहत शिक्षक प्रतिदिन एक से आठ तक के छात्रों की विशेष कक्षा ले रहे हैं।
बता दें कि राज्य के प्राथमिक एवं मध्य विद्यालय में कक्षा एक से आठ तक के लिए वार्षिक परीक्षा की तैयारी शुरू हो गई है। बिहार शिक्षा परियोजना परिषद ने इसके लिए परीक्षा कार्यक्रम की भी घोषणा कर दी है। इसके तहत कक्षा पांच और आठ की परीक्षा 18 से 21 मार्च तक होगी। इसी तरह कक्षा एक से चार तथा कक्षा छह और सात की परीक्षा 21 से 28 मार्च तक होगी। सभी कक्षाओं की परीक्षा दो पाली में होगी। पहली पाली की परीक्षा सुबह 10 से दोपहर 12 बजे तक और दूसरी पाली की परीक्षा दोपहर एक से तीन बजे तक चलेगी।
जानकारी के अनुसार किस दिन किस विषय की परीक्षा होगी उसकी सूची जारी कर दी गई है। 18 मार्च को कक्षा पांच और आठ की भाषा (हिंदी, उर्दू, बंगला) और अंग्रेजी विषय की परीक्षा होगी। 19 मार्च को गणित-पर्यावरण, सामाजिक विज्ञान, 20 मार्च को विज्ञान (केवल कक्षा आठ) संस्कृत (केवल कक्षा आठ) और 21 मार्च को राष्ट्र भाषा हिंदी - शैक्षणिक गतिविधि की परीक्षा होगी। वहीं 21 मार्च को कक्षा एक से चार एवं कक्षा छह और सात का सह शैक्षणिक गतिविधि, 23 मार्च को भाषा (हिंदी, उर्दू, बंगला) अंग्रेजी, 25 मार्च को गणित, पर्यावरण सामाजिक विज्ञान और 28 मार्च को संस्कृत, राष्ट्रभाषा हिंदी अन्य और विज्ञान की परीक्षा होगी।
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