फ्रांस की प्रधानमंत्री एलिजाबेथ बोर्न ने सोमवार (8 जनवरी) को अपने पद से इस्तीफा दे दिया. उन्हें प्रधानमंत्री बने दो साल से भी कम समय हुआ था. उन्होंने इस्तीफा ऐसे वक्त दिया जब ऐसी खबरें है कि राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों इस साल के अंत में होने वाले यूरोपीय चुनावों से पहले अपनी शीर्ष टीम में फेरबदल करने के लिए तैयार हैं.
एक बयान में राष्ट्रपति मैक्रों ने कहा कि एलिजाबेथ बोर्न ने कार्यालय में अपने समय के दौरान साहस, प्रतिबद्धता और दृढ़ संकल्प दिखाया.अभी तक यह पता नहीं चल पाया है कि उनकी जगह अब किसे पीएम नियुक्त किया जाएगा.
न्यूज एजेंसी एपी के मुताबिक, राष्ट्रपति कार्यालय ने कहा कि राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने सोमवार को प्रधानमंत्री एलिजाबेथ बोर्न का इस्तीफा स्वीकार कर लिया. बोर्न का इस्तीफा अन्य उपायों के अलावा कुछ विदेशियों को निर्वासित करने की सरकार की क्षमता को मजबूत करने के लिए मैक्रों की ओर से समर्थित विवादास्पद आव्रजन कानून पर हालिया राजनीतिक तनाव के बाद आया है.
मैक्रों के दूसरे कार्यकाल के लिए फिर से चुने जाने के बाद मई 2022 में एलिजाबेथ बोर्न को नियुक्त किया गया था. वह फ्रांस की दूसरी महिला प्रधानमंत्री थीं. मैक्रों के कार्यालय के बयान में कहा गया है कि नई सरकार नियुक्त होने तक बोर्न दैनिक घरेलू मुद्दों को संभालना जारी रखेंगी
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