Bihar: केके पाठक का "कड़ा आदेश" बिहार के स्कूलों के लिए नया टाईम टेबल जारी, शिक्षकों में हड़कंप

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Bihar: केके पाठक का "कड़ा आदेश" बिहार के स्कूलों के लिए नया टाईम टेबल जारी, शिक्षकों में हड़कंप

पटना. बिहार के शिक्षा विभाग ने प्रदेश के विद्यालयों के लिए नया टाइम टेबल तैयार किया है, जो एक दिसंबर से लागू होगा. इसमें टाइमिंग से लेकर पहली क्लास कितने बजे लगेगी इसकी भी जानकारी दी गई है.

इसके साथ ही बताया गया है कि शिक्षकों को किस तरह के अनुशासन का पालन करना होगा. शिक्षा विभाग के आदेश के अनुसार, अब स्कूलों की टाइमिंग सुबह 9 बजे से शाम 5 बजे तक होगी और मीडिया तथा संघ बनाने को लेकर भी गाइडलाइन दी गई है. इन आदेशों का पालन नहीं करने पर कठोर कार्रवाई की चेतावनी भी दी गई है.

बिहार के शिक्षा विभाग ने अपने आदेश में प्रदेश के स्कूलों के लिए नया टाइम टेबल जारी किया है. इसके तहत अब अब सुबह 9 बजे से शाम 5 बजे तक प्रदेश के स्कूल खुले रहेंगे और सभी शिक्षकों को शाम 5 बजे तक स्कूलों में ड्यूटी होगी. इस टाइम टेबल के अनुसार, 3.30 बजे से मिशन दक्ष के तहत विशेष कक्षा का संचालन होगा और शाम 4.15 से 5 बजे तक शिक्षक छात्रों का होम वर्क चेक करेंगे. यह नया टाइम टेबल मिशन दक्ष कार्यक्रम को लेकर 1 दिसंबर से लागू हो जाएगा. लेशन प्लान के साथ मिशन दक्ष के बच्चों का प्रोफाइल भी बनाया जाएगा. आदेश में कहा गया है कि टाइम टेबल का पालन नहीं करने पर शिक्षा विभाग द्वारा बड़ी कार्रवाई की जाएगी.



शिक्षा विभाग के अवर मुख्य सचिव केके पाठक के आदेश के अनुसार, शिक्षक नेताओं को भी कड़ी चेतावनी देते हुए अब मीडिया, सोशल मीडिया और अखबारों में बयान देने पर रोक लगा दी गई है. मीडिया में किसी प्रकार के विचार प्रकट करने की भी मनाही हो गई है. शिक्षा विभाग ने साफ कहा है कि किसी शिक्षक संघ को मान्यता नहीं दी गई है इसलिए शिक्षकों और कर्मियों को संघ के सदस्य बनने की भी मनाही की गई है.


आदेश के अनुसार, शिक्षकों और कर्मियों के द्वारा संघ बनाने पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी. विभाग इसे गंभीर कदाचार मानेगा और कठोर कार्रवाई करेगा. इसके साथ ही किसी प्रकार के प्रदर्शन और हड़ताल करने पर भी रोक लगा दी गई है. इसको लेकर सभी डीईओ को केके पाठक ने आदेश जारी कर दिया है और कहा है कि बयान देने, संघ बनाने, सदस्यता ग्रहण करने और प्रदर्शन करने पर कड़ी कार्रवाई की जाए.


मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने उन्हें जब से शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव की जिम्मेदारी सौंपी है, तब से वह लगातार एक्टिव मोड में दिख रहे हैं। केके पाठक के कड़े एक्शन की वजह से सभी शिक्षकों ने भी सही राह पकड़ ली है।

केके पाठक छात्रों और शिक्षकों दोंनो की उपस्थिति को लेकर लगातार अपनी पैनी निगाह बनाए हुए हैं। वे स्कूल में शौचालय से लेकर इंफ्रास्ट्रक्चर पर भी नजर बनाए हुए हैं। केके पाठक जितने कड़क मिजाज छवि के दिखते हैं वह उतने ही टैलेंट भी हैं। उन्होंने कई महत्वपूर्ण डिग्रियां हासिल कर रखी हैं।

तो चलिए आज हम आपलोगों को बताएंगे कि केके पाठक कितने पढ़े लिखे हैं और कौन-कौन सी डिग्रियां उन्होंने हासिल कर रखी है। इसके साथ बताएंगे कि यूपीएससी उन्होंने किस साल पास की थी और किस जगह सबसे पहले पोस्टिंग हुई थी।

कितने पढ़े लिखे हैं केके पाठक? (kk pathak qualification)

केके पाठक (kk pathak) का जन्म 15 जनवरी 1968 को उत्तर प्रदेश में हुआ था। वह बचपन से पढ़ाई में मेधावी थे। उन्होंने दो महत्वपूर्ण डिग्रियां हासिल कर रखी हैं। उन्होंने अर्थशास्त्र (Economics) से स्नातक कर रखा है। इसके बाद उन्होंने अर्थशास्त्र से ही एम. फिल (m phil in economics) कर रखा है। यूपीएससी में उनकी रैंक टॉप 40 में थी।

1990 में केके पाठक की पहली पोस्टिंग कटिहार में हुई थी

1990 में केके पाठक की पहली पोस्टिंग कटिहार में हुई थी। केके पाठक को डीएम के रूप में पहली पोस्टिंग 1996 में मिली। फिर साल 2005 में नीतीश कुमार की सरकार बनी तो केके पाठक को बिहार औद्योगिक क्षेत्र विकास प्राधिकरण के एमडी की जिम्मेदारी मिली थी।

इतना ही नहीं बिहार आवास बोर्ड का सीएमडी भी बनाया गया। वह 2010 में केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर दिल्ली चले गए थे लेकिन फिर 2015 में नीतीश कुमार की रिक्वेस्ट पर केंद्र ने उन्हें बिहार भेज दिया। 2016 में ही शराबबंदी अभियान में उन्हें बड़ी जिम्मेदारी दी गई थी। 2021 में उन्हें फिर से उत्पाद एवं मद्य निषेध विभाग का अपर मुख्य सचिव बनाया गया।

जून 2023 में केके पाठक को बिहार शिक्षा विभाग का अपर मुख्य सचिव बनाया गया

केके पाठक (kk pathak) को जून 2023 में मद्य निषेध विभाग से हटाकर बिहार शिक्षा विभाग का अपर मुख्य सचिव बनाया गया। शिक्षा विभाग में आते ही उन्हें कई बड़े फैसले लेने शुरू कर दिए और इसका असर बिहार की शिक्षा व्यवस्था पर दिख रहा है।

फेम इंडिया मैगजीन में उन्हें प्रमुख नौकरशाह के रूप में जगह मिली

केके पाठक को फेम इंडिया मैगजीन- एशियो पोस्ट 2021 में प्रभावशाली नौकरशाह के रूप में जगह मिली। यह जगह उन्हें उनकी कार्यशैली, व्यवस्था में सुधार, त्वरिक कार्रवाई के लिए मिली।

केके पाठक के पिता भी ऊंचे पद पर थे

केके पाठक के पिता भी बिहार में लघु जल संसाधन विभाग में प्रधान सचिव रह चुके थे। केके पाठक के पिता का नाम मेजर जीएस पाठक था।

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