Bihar Crime: बिहार के गोपालगंज में सनसनीखेज मामला, जमीनी विवाद में 5 लोगों को स्कॉर्पियो से कुचला, मौत
Crime news (गोपालगंज)। फुलवरिया थाने के सहायक श्रीपुर ओपी क्षेत्र के माझा चतुर्भुज गांव में सोमवार की सुबह जमीन पर पराली (पुआल) रखने को लेकर हुए विवाद में मारपीट के बाद एक पक्ष ने दूसरे पक्ष के पांच लोगों को स्कॉर्पियो से कुचल दिया।इलाज के दौरान एक किसान की मौत हो गई, जबकि गंभीर रूप से घायल अन्य चार लोगों का इलाज सदर अस्पताल में चल रहा है।
पुलिस मामले की जांच करने पहुंची तो पता चला कि महज तीन धुर जमीन के लिए विवाद है। इसके बाद पुलिस मामले की जांच करते हुए दो आरोपितों को गिरफ्तार करने के साथ ही स्कॉर्पियों को भी जब्त कर लिया।
विवाद सुलझाने के दौरान हुई मारपीट
जानकारी के अनुसार, मांझा चतुर्भुज गांव निवासी 65 वर्षीय किसान उस्मान मियां व रोजिद मियां के बीच तीन धुर जमीन को लेकर विवाद चल रहा है। विवाद को सुलझाने के दिशा में प्रयास किया गया, लेकिन रोजिद मियां के घर के लाेग मानने को तैयार नहीं हुए।
वहीं, विवादित जमीन पर पराली रखने को लेकर सोमवार को मारपीट शुरू हो गई। 50 वर्षीय रोजीद मियां एवं उसके पुत्र 23 वर्षीय रिजवान मियां ने आधा दर्जन लोगों के साथ मिलकर पांच लोगों को स्कॉर्पियों से कुचल दिया।पांचों घायलों को फुलवरिया रेफरल भर्ती कराया गया है।
यहां से सभी घायलों की गंभीर स्थिति देखते हुए सदर अस्पताल रेफर कर दिया गया। यहां इलाज के दौरान उस्मान मियां की मौत हो गई। वहीं, चार घायलों में जुम्मन अंसारी के पुत्र नूर आलम अंसारी व खुर्शीद अंसारी, हकीम मियां के पुत्र अली मियां एवं नूर मोहम्मद अंसारी के पुत्र लड्डन अंसारी शामिल हैं।
आक्रोशित लोगों ने स्कॉर्पियो को किया क्षतिग्रस्त
मांझा चतुर्भुज में स्कॉर्पियो से पांच लोगों को कुचले जाने के बाद आक्रोशित लोगों ने हंगामा किया। दूसरे पक्ष की स्कॉर्पियो पर पत्थर से हमला कर क्षतिग्रस्त कर दिया गया। इस दौरान मौके पर पहुंची पुलिस ने समझाकर उग्र लोगों को शांत कराया। इस घटना के बाद मृतक के घर में मातमी सन्नाटा छाया हुआ है।
घटना में शामिल आरोपित पिता-पुत्र को गिरफ्तार कर लिया गया है। अन्य आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है। घटना में प्रयुक्त स्कॉर्पियो जब्त कर ली गई है। एहतियातन पुलिस गांव में कैंप कर रही है। घटना में शामिल आरोपितों के विरुद्ध प्राथमिक करने की कार्रवाई चल रही है। - अनुराग कुमार, हथुआ एसडीपीओ