पढ़िए देश विदेश, राज्यों से बड़ी बड़ी खबरें, विस्तार से, जिस खबर से होंगे आप अंजान

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पढ़िए देश विदेश, राज्यों से बड़ी बड़ी खबरें, विस्तार से, जिस खबर से होंगे आप अंजान




🔻 : *खालिस्तानी आतंकियों पर कसने लगा शिकंजा, पांच पर इनाम घोषित; 54 की जानकारी जुटाई जानी शुरू*

 कनाडा से जारी तनाव के बीच राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) ने खालिस्तानी आतंकियों के खिलाफ कार्रवाई तेज कर दी है। जांच एजेंसी ने बुधवार को हरविंदर सिंह संधू उर्फ ‘रिंदा’ और लखबीर सिंह संधू उर्फ ‘लांडा’ सहित प्रतिबंधित संगठन बब्बर खालसा इंटरनेशनल (बीकेआई) के पांच सदस्यों की गिरफ्तारी के लिए सूचना देने वाले को नकद इनाम दिए जाने की घोषणा की। यह वीडियो/विज्ञापन हटाएं इसके अलावा एनआईए ने देश में आतंकी-गैंगस्टर नेटवर्क को खत्म करने के लिए पिछले साल दर्ज दो मामलों की जांच में वांछित 54 व्यक्तियों की तस्वीरें जारी की हैं। तस्वीरों के साथ दो सूची सोशल मीडिया पर साझा की गई है। पहली सूची में 11 और दूसरी में 43 व्यक्तियों का नाम शामिल हैं। इनमें से कई का कनाडा और खालिस्तान से कनेक्शन बताया जा रहा है। इस सूची में गोल्डी बराड़, लॉरेंस बिश्नोई, अनमोल बिश्नोई और अर्शदीप सिंह गिल सहित कई वांछित गैंगस्टर शामिल हैं। एजेंसी ने मोबाइल नंबर साझा करते हुए कहा कि यदि आपके पास इनके नाम पर या इनके सहयोगियों, दोस्तों और रिश्तेदारों के स्वामित्व वाली संपत्तियों, परिसंपत्तियों या व्यवसाय के बारे में कोई जानकारी है, तो कृपया व्हाट्सएप पर सूचित करें


🔻 : *भारत-कनाडा विवाद: शशि थरूर ने रिपोर्टिंग को लेकर पश्चिमी मीडिया पर साधा निशाना, कही यह बात*

 भारत और कनाडा के बीच राजनयिक विवाद पर बीबीसी की एक रिपोर्ट को लेकर कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने पश्चिमी मीडिया पर निशाना साधा। थरूर ने सोशल मीडिया एक्स पर रिपोर्ट का लिंक साझा करते हुए लिखा, पश्चिमी मीडिया द्वारा नियमित रूप से लगाए जाने वाले आक्षेपों से मुझे कभी हैरानी नहीं हुई। वे दूसरे देशों का आकलन करने में बहुत तेजी दिखाते हैं, जबकि अपने देश के प्रति आंखें मूंद लेते हैं। बीबीसी का यह विश्लेषण कहता है कि पश्चिमी देशों ने रूस या ईरान या सऊदी अरब जैसे देशों द्वारा दूसरों की सीमा में की गई कथित हत्याओं की निंदा की है। वे नहीं चाहते कि भारत उस सूची में शामिल हो।


🔻 : *खौफनाक कदम: दहेज की मांग नहीं हुई पूरी तो बहू को इतना परेशान किया कि फंदे पर झूल गई*

पंजाब के फिरोजपुर जिले के गांव सदरदीन वाला में दहेज के लालचियों से तंग आकर एक विवाहिता ने फंदा लगाकर खुदकुशी कर ली। थाना ममदोट पुलिस ने बुधवार को आरोपी पति समेत तीन लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। गुरदासपुर निवासी मृतका की मां परमजीत कौर ने कहा कि उनकी बेटी मनप्रीत कौर (30) की शादी कमलप्रीत सिंह के साथ 2012 में हुई थी। शादी के चार माह बाद कमलप्रीत पुर्तगाल चला गया। बाद में ससुराल पक्ष के लोग बेटी को दहेज की खातिर तंग करने लगे और कई बार उससे मारपीट भी की। मरने से पूर्व बेटी का फोन आया और कहा कि वह इन लोगों से बहुत परेशान हो चुकी है। फोन पर कमलप्रीत ने भी उसके संग गाली-गलौज की। यह भी कहा कि मायके से धनराशि लेकर आ। मायके वाले शादी के समय ही अपनी हैसियत से अधिक बेटी को जरूरत का सामान दे चुके थे। परमजीत कौर ने कहा कि ससुरालियों से परेशान होकर बेटी ने पंखे से फंदा लगाकर खुदकुशी की है। थाना ममदोट पुलिस ने परमजीत कौर के बयान पर आरोपी पति कमलप्रीत सिंह, हरदेव सिंह व हरप्रीत कौर के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। सभी आरोपी फरार हैं। पुलिस ने पोस्टमार्टम करवाने के बाद शव मायके परिवार को सौंप दिया है। चाय का खौलता पानी बहू पर फेंका उधर, गुरदासपुर के आर्य नगर में दहेज की मांग पूरी न होने पर सास ने चाय का खौलता पानी बहू पर फेंक दिया। इससे बहू की बाजू बुरी तरह झुलस गई गई। उसे सिविल अस्पताल में दाखिल कराया गया है। थाना सिटी पुलिस ने आरोपी सास, ससुर और ननद के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। फिलहाल किसी आरोपी की गिरफ्तारी नहीं हो पाई है


🔻 : *बैंक में है पैसा तो सावधान: मैनेजर ने शातिरों को बेचा ग्राहकों का डाटा, एक के खाते से 57 लाख रुपये निकाले*

 बैंकों से लोगों का डाटा लेकर लाखों रुपये निकालने वाले साइबर ठग गिरोह के चार शातिरों को पंजाब की लुधियाना कमिश्नरेट पुलिस ने गिरफ्तार किया है। इन आरोपियों को खाते का डाटा बैंक के मुलाजिम बेचते हैं। बैंक के मैनेजर ने 14 लाख में डाटा बेचा था। आरोपियों ने एनआरआई रमनदीप सिंह गरेवाल के एचडीएफसी बैंक से डाटा लेकर उनकी जाली मेल आईडी तैयार की और मोबाइल फोन लिंक कर खाते से करीब 57 लाख रुपये की ट्रांजक्शन की। यह वीडियो/विज्ञापन हटाएं जब एनआरआई को पता चला तो उन्होंने इसकी शिकायत कमिश्नरेट पुलिस को दी। पुलिस की जांच में पता चला कि एनआरआई के खाते का डाटा एचडीएफसी बैंक के रिलेशनशिप मैनेजर ने बेचा था। पुलिस ने इस मामले में अभी तक चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जबकि दो महिलाएं अभी फरार है। वहीं, एचडीएफसी बैंक के रिलेशनशिप मैनेजर सुखदीप सिंह, गिरोह के सरगना बिहार के जिला गया स्थित चंद्रू आंचल मोहनपुर लथूआ निवासी कुमार लव, उत्तर प्रदेश के गाजीपुर स्थित शास्त्री नगर निवासी नीलेश पांडे और अभिषेक सिंह के खिलाफ मामला दर्ज किया है। पुलिस आरोपियों से पूछताछ कर इनकी फरार साथी हरियाणा के बल्लभगढ़ निवासी किरण देवी और थरीके की स्नेहा की तलाश में जुटी है। पुलिस कमिश्नर मंदीप सिंह सिद्धू ने कहा कि आरोपी लोगों के बैंक खातों का डाटा बैंक मुलाजिमों की मिलीभगत से खरीदते हैं। शातिरों ने कई जगहों के बैंक खातों से लोगों के लाखों रुपये निकलवाए थे। आरोपियों ने कुछ दिन पहले एनआरआई रमनदीप सिंह गरेवाल के खाते से 57 लाख रुपये उड़ा दिए और अलग-अलग खातों में डाले।

🔻 : *राहत भरी खबर: पंजाब में रोडवेज की हड़ताल खत्म, अगला वेतन 5% बढ़ोतरी के साथ मिलने की शर्त पर माने कर्मचारी*

 पनबस और पीआरटीसी के आउटसोर्स व कॉन्ट्रैक्ट मुलाजिमों ने बुधवार को राज्यभर में बसों का चक्का जाम किया। मगर दोपहर बाद परिवहन मंत्री लालजीत सिंह भुल्लर के साथ बैठक के बाद उनकी हड़ताल खत्म हो गई है। इस दौरान दिन भर बस यात्रियों को भारी परेशानी झेलनी पड़ी। यह वीडियो/विज्ञापन हटाएं पंजाब भवन में दोपहर को पंजाब रोडवेज, पनबस व पीआरटीसी कॉन्ट्रैक्ट वर्कर्स यूनियन के पदाधिकारियों ने परिवहन मंत्री भुल्लर से मुलाकात की। इस मौके पर परिवहन सचिव दिलराज सिंह संधावालिया और स्टेट ट्रांसपोर्ट कमिश्नर अमनदीप कौर भी उपस्थित थे। बैठक के दौरान हड़ताल कर रहे आउटसोर्स व कॉन्ट्रैक्ट मुलाजिमों की मांगों के बारे में परिवहन मंत्री को जानकारी दी गई। इसके साथ ही उन्हें बताया गया कि परिवहन विभाग के अधिकारी मुलाजिम यूनियन की मुख्यमंत्री के साथ बैठक की बार-बार तिथि बढ़ाते हुए यूनियन की मांगों को टाल रहे हैं। इस पर लालजीत भुल्लर ने यूनियन के पदाधिकारियों से कहा कि मुख्यमंत्री भगवंत मान के नेतृत्व में पंजाब सरकार राज्य के सभी मुलाजिमों की भलाई के लिए काम कर रही है। परिवहन मंत्री ने मुलाजिमों को अगला वेतन पांच फीसदी बढ़ोतरी के साथ देने, ब्लैक लिस्ट किए गए मुलाजिमों को नियम अनुसार बहाल करने, जिन बसों में बैटरियां या टायर बदले जाने वाले हैं, उन्हें तुरंत बदलने का आदेश अधिकारियों को दिए गए। इसके साथ ही उन्होंने हड़ताल करने वाले मुलाजिमों से अपील की कि उनकी सभी जायज मांगें, जिनमें से अधिकतर पहले ही मानी जा चुकी हैं लेकिन नियमों के अनुसार लागू करने में कुछ समय लग रहा है,


🔻 : *अपमान का बदला: कनाडाई गायक शुभनीत का देशभर में विरोध, मुंबई का शो रद्द, बोट के बाद इस कंपनी ने लिया एक्शन*

 भारत और कनाडा के बीच तनाव बेहद चरम पर है। इस बीच कनाडाई मूल के पंजाबी गायक को भारत का अपमान करना बहुत भारी पड़ गया है। देशभर में इस कनाडाई गायक का विरोध हो रहा है। बुधवार को ऑनलाइन टिकटिंग साइट बुकमायशो ने कनाडाई गायक शुभनीत सिंह का भारत दौरा रद्द करने की घोषणा की। बुकमायशो ने सभी उपभोक्ताओं की टिकट राशि लौटानी शुरू कर दी है। अब मुंबई में शुभ का शो नहीं होगा। यह वीडियो/विज्ञापन हटाएं इससे पहले शुभनीत ने अपने इंस्टाग्राम स्टोरी पर भारत का एक गलत नक्शा साझा किया था। इसके बाद वह विवादों में घिर गए थे। इस नक्शे के साथ उन्होंने कैप्शन दिया था कि 'पंजाब के लिए प्रार्थना करें'। आलोचनाओं के बीच घिरे शुभनीत सिंह को क्रिकेटर विराट कोहली ने इंस्टाग्राम पर अनफॉलो कर दिया है। मुंबई में शुभ के पोस्टर भी फड़े गए हैं। इलेक्ट्रॉनिक्स ब्रांड बोट (BOAT) ने उनके भारत दौरे की स्पॉन्सरशिप वापस ले ली है। विराट कोहली के बाद हार्दिक पांड्या और केएल राहुल ने भी उन्हें अनफॉलो कर दिया है। रैपर शुभ उर्फ शुभनीत सिंह का एक कॉन्सर्ट मुंबई में आयोजित किया जाना था। यह शो कॉर्डेलिया क्रूज पर आयोजित होने वाला था। भारतीय जनता युवा मोर्चा ने सिंगर का पोस्टर भी उतार फेंके थे। मोर्चा ने खालिस्तान समर्थक सिंगर शुभनीत सिंह के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई करने और उसके सभी परफॉर्मेंस को निरस्त करने की मांग की थी।

🔻 : *पंजाब: 'ताजा हुई ऑपरेशन ब्लू स्टार और सिख नरसंहार की याद', कनाडा के खुलासे पर बोले श्री अकाल तख्त के जत्थेदार*

 आतंकवादी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के संबंध में भारत और कनाडा के बीच तनाव चरम पर है। कनाडा ने भारत पर हत्या का आरोप लगाया है। अब श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार ज्ञानी रघबीर सिंह ने इस पूरे मामले में अपनी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि हरदीप सिंह निज्जर की हत्या मामले में जस्टिन ट्रूडो के खुलासे से दुनिया भर के सिखों का दिल टूटा है। इस घटना ने ऑपरेशन ब्लू स्टार और 1984 सिख नरसंहार की यादें ताजा कर दी हैं। उन्होंने कहा कि अगर भारत सरकार हरदीप सिंह निज्जर की हत्या में शामिल है तो इससे बुरा कुछ नहीं हो सकता है। उन्होंने आगे कहा कि अगर बाड़ ही खेत को खाने लगे तो खेत की रक्षा कौन करेगा? इस पूरे घटनाक्रम का सच दुनिया के सामने आना चाहिए।


🔻 *बठिंडा: छात्रों के कड़े उतरवाने पर सिख जत्थेबंदी का धरना, स्कूल स्टाफ ने माफी मांगी, एसजीपीसी ने भेजी जांच टीम*

 बठिंडा के परसराम नगर चौक के पास स्थित शहीद संदीप सिंह सरकारी सीनियर सेकेंडरी स्कूल में बीते दिनों स्कूल स्टाफ ने छात्रों के कड़े और कंगन उतरवाने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ। इसके बाद बुधवार को सिख जत्थेबंदियों ने स्कूल स्टाफ के खिलाफ धरना दिया। मामला बढ़ता देख स्कूल स्टाफ ने सभी छात्रों और सिख जत्थेबंदियों से माफी मांगकर मामला शांत करवाया। यह वीडियो/विज्ञापन हटाएं सिख जत्थेबंदी के नेता परमिंदर सिंह बालियांवाली और रोबनदीप सिंह ने कहा कि छात्रों के धार्मिक चिह्न वाले कड़े को स्कूल स्टाफ किसी भी कीमत पर नहीं उतरवा सकता। इस धरने के दौरान स्कूल की महिला अध्यापकों और जत्थेबंदी के सदस्यों के बीच बहसबाजी शुरू हो गई। धरने पर बहसबाजी की सूचना मिलने पर पहुंची पुलिस ने दोनों पक्षों से बातचीत की। इसके बाद स्कूल स्टाफ ने सिख जत्थेबंदी के सदस्यों और उन बच्चों से माफी मांग ली, जिनके कड़े उतरवाए गए थे। माफी मांगने के बाद सिख जत्थेबंदी ने अपना धरना समाप्त कर दिया। एसजीपीसी ने भेजी जांच टीम उधर, शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (एसजीपीसी) ने मामले की जांच के लिए एक जांच टीम भेजी है। शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के अध्यक्ष एडवोकेट हरजिंदर सिंह धामी के आदेश पर धर्म प्रचार केंद्र तलवंडी साबो के प्रभारी जगपाल सिंह, प्रचारक भाई निरभैय सिंह, भाई अमरीक सिंह और भाई हरदीप सिंह को स्थानीय स्कूल में जाकर रिपोर्ट देने को कहा गया है। हरजिंदर सिंह धामी ने कहा कि यह सिख भावनाओं से जुड़ा मामला है,


 🔻 *लॉरेन्स बिश्नोई गैंग ने पीनीपेग सिटी में भारत से फरार गैंगस्टर सुखदूल सिंह उर्फ सुक्खा दुनुके की हत्या की जिम्मेदारी ली है. लारेंस बिश्नोई के एक फेसबुक प्रोफाइल से पोस्ट की गई है जिसमें कनाडा में हुई हत्या की जिम्मेदारी ली गई है.* 



 *भारत ने कनाडा के लोगों के लिए वीजा सेवाएं सस्पेंड कर दी हैं। दरअसल, खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के मुद्दे पर भारत और कनाडा के बीच तनाव बढ़ता जा रहा है। इसी को देखते हुए कनाडा में मौजूद भारत के वीजा एप्लिकेशन सेंटर ने ये घोषणा की है।*


🔻 : *यूक्रेन को लेकर मंत्रिस्तरीय बैठक में भिड़े रूस-अमेरिका, एक-दूसरे पर लगाए गंभीर आरोप*

 रूस-यूक्रेन युद्ध वैश्विक मुद्दा बन चुका है। संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की मंत्रिस्तीय बैठक में भी रूस यूक्रेन युद्ध का मुद्दा छाया रहा। रूसी विदेश मंत्री ने संयुक्त राष्ट्र को धन्यवाद दिया और कहा कि विश्व युद्ध टल गया। वहीं, अमेरिका ने कहा कि रूस यूक्रेनी नागरिकों पर ड्रोन हमला कर रहा है। यह वीडियो/विज्ञापन हटाएं परमाणु हमले का आरोप मंत्रिस्तरीय बैठक में अमेरिकी विदेश सचिव एंटनी ब्लिंकन ने कहा कि रूस लापरवाही बरत रहा है। रूस बेलारूस में परमाणु हथियार तैनात कर रहा है। रूस लगातार परमाणु हमले की तैयारी कर रहा है। रूस विनाशकारी परिणामों का खतरा उठा रहे हैं। रूस यूक्रेन की मजबूरी का फायदा उठा रहा है। रूस भूख को हथियार बना रहा है। यूक्रेन पर हमले के लिए रूस ईरानी ड्रोन का इस्तेमाल कर रहा है। रूस ने सुरक्षा परिषद के प्रस्तावों को दरकिनार कर ईरानी ड्रोन खरीदे हैं। अमेरिका खुद को श्रेष्ठ मानता है बैठक में रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने संयुक्त राष्ट्र को धन्यवाद दिया है। लावरोव का कहना है परिषद के कारण परमाणु आपदा से भरा एक नया विश्व युद्ध टल गया। शीत युद्ध की समाप्ति के कारण दुर्भाग्य से अमेरिका ने एकल नेतृत्व किया। अमेरिका ने अपनी श्रेष्ठता साबित करने के लिए संयुक्त राष्ट्र को नजरअंदाज करता रहा। उन्होंने कहा कि यूएसएसआर के पतन के बाद अमेरिका का यूक्रेन में हस्तक्षेप बढ़ गया। 2013 में न्यूलैंड में पश्चिम की ओर से कीव में यूक्रेनी राजनेताओं को तैयार करने पर पांच अरब अमेरिकी डॉलर खर्च किए थे।


🔻 : *हाँ, हमने कनाडा सरकार को सूचित किया है कि हमारी पारस्परिक राजनयिक उपस्थिति में समानता होनी चाहिए। उनकी संख्या कनाडा में हमारी तुलना में बहुत अधिक है...: MEA प्रवक्ता अरिंदम बागची* 

 *हां, मुझे लगता है कि कुछ हद तक पूर्वाग्रह है। उन्होंने(कनाडा सरकार) आरोप लगाए हैं और उन पर कार्रवाई की है। हमें ऐसा लगता है कि कनाडा सरकार के ये आरोप मुख्य रूप से राजनीति से प्रेरित हैं: MEA प्रवक्ता अरिंदम बागची* 


 *कनाडा में वीजा सेवाओं की मौजूदा स्थिति पर विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा, "आप कनाडा में हमारे उच्चायोग और वाणिज्य दूतावासों द्वारा सामना किए जा रहे सुरक्षा खतरों से अवगत हैं। इससे उनका सामान्य कामकाज बाधित हो गया है। हमारे उच्चायोग और वाणिज्य दूतावास अस्थायी रूप से वीज़ा आवेदनों पर काम करने में असमर्थ हैं। हम नियमित आधार पर स्थिति की समीक्षा करेंगे..."* 


*हमें उपलब्ध कराई गई किसी भी विशिष्ट जानकारी पर गौर करने के लिए तैयार हैं, लेकिन अभी तक हमें कनाडा से कोई विशेष जानकारी नहीं मिली है। हमारी ओर से कनाडा में रहकर कुछ लोगों के द्वारा आपराधिक गतिविधियों के बारे में विशिष्ट सबूत कनाडा के साथ साझा किए गए हैं, लेकिन उन पर कार्रवाई नहीं की गई है: भारत-कनाडा विवाद पर विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची*

 *कनाडा में भारतीय वाणिज्य दूतावास में सुरक्षा बढ़ाने के सवाल के जवाब में विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा, "हमारा मानना है कि सुरक्षा प्रदान करना मेजबान सरकार की ज़िम्मेदारी है। कुछ जगहों पर हमारी अपनी सुरक्षा व्यवस्था भी है। लेकिन इस पर सार्वजनिक रूप से चर्चा नहीं करना ठीक नहीं है। यह उचित स्थिति नहीं है।"*




🔻 : _Punjab : गैंगस्टर गोल्डी बराड़ के गुर्गों के खिलाफ पंजाब पुलिस का एक्शन, जगह-जगह मार रही रेड_*N&II
चंडीगढ़ : पंजाब पुलिस ने कुख्यात गैंगस्टर गोल्डी बराड़ से जुड़े अपराधियों को पकड़ने के लिए गुरुवार को कई जगहों पर छापेमारी की. आधिकारिक सूत्रों ने यह जानकारी दी. उन्होंने बताया कि विशेष अभियान सुबह करीब सात बजे शुरू हुआ जो अब भी राज्य के सभी जिलों में जारी है. सूत्रों ने बताया कि वरिष्ठ अधिकारियों सहित पुलिस की कई टीम इस अभियान का हिस्सा है. बता दें कि गोल्डी बराड़ गायक सिद्धू मूसेवाला की हत्या का मुख्य आरोपी है. सिद्धू मूसेवाला के नाम से लोकप्रिय शुभदीप सिंह सिद्धू की पिछले साल 29 मई को मानसा जिले में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. सतींदरजीत सिंह उर्फ गोल्डी बराड़ पंजाब में श्री मुक्तसर साहिब का रहने वाला है और वह 2017 में छात्र वीजा पर कनाडा चला गया था. वह लॉरेंस बिश्नोई गिरोह का सक्रिय सदस्य है.


🔻 : *_कनाडा में खालिस्तानी आतंकी सुखदूल सिंह उर्फ सुक्खा दुनुके की हत्या, लॉरेंस बिश्नोई ने ली जिम्मेदारी_*
नई दिल्ली: कनाडा में खालिस्तानी आतंकवादी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के बाद एक और गैंगस्टर का मर्डर हो गया है. जानकारी के मुताबिक कनाडा के पीनीपेग सिटी में सुखदूल सिंह उर्फ सुक्खा दुनुके की गोली मारकर हत्या की गई है. बता दें, सुखदूल सिंह उर्फ सुक्खा आतंकवादी अर्शदीप सिंह उर्फ अर्श का राइट हैंड माना जाता था और वह खुफिया एजेंसी एनआईए की वॉटेंड लिस्ट में भी शामिल था. सुक्खा कनाडा में रहकर भारत में रंगदारी मांगने का काम करता था. सूत्रों से जो जानकारी मिली है उसके मुताबिक सुक्खा को करीब 15 गोलियां मारी गई हैं।

सुखदूल सिंह 2017 में जाली पासपोर्ट की सहायता से भारत से कनाडा भाग गया था. सुक्खा के खिलाफ कई आपराधिक मामले भी दर्ज हैं. बता दें, जून में खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की भी गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. उसके बाद कई खालिस्तानी आतंकवादी निशाने पर आ गए हैं.
हत्या

गैंगस्टर लॉरेन्स बिश्नोई गैंग ने ली जिम्मेदारी
सुखदूल सिंह उर्फ सुक्खा दुनुके की हत्या की जिम्मेदारी गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई गैंग ने ली है. लॉरेंस बिश्नोई के फेसबुक प्रोफाइल से एक पोस्ट की गई है, जिसमें इस हत्या की जिम्मेदारी लेने की बात लिखी गई है. इसके साथ-साथ गैंगस्टरों को धमकी भी दी गई है कि जो जहां भाग जाए, उन सभी लोगों को उनके पापों की सजा जरूर दी जाएगी.

फेसबुक पर लिखी गई ये पोस्ट
लॉरेंस बिश्नोई के फेसबुक पोस्ट में लिखा गया है कि हां जी सत श्री काल, राम राम. ये सुक्खा दुनुके के बंबिहा ग्रुप का जो इंचार्ज बनता था, उसका मर्डर कर दिया गया है. कनाडा के विनिपेग शहर में उसकी हत्या की गई है. आगे लिखा गया कि इस नशेड़ी ने कई लोगों के घर उजाड़े हैं. इसने गुरलाल बराड़, विक्की मिद्दुखेड़ा की हत्या में सब कुछ किया था. इसे इसके पापों की सजा मिल गई है. गैंगस्टरों को धमकी देते हुए लिखा कि जहां मन हो भाग जाओ, लेकिन पापों की सजा एक दिन जरूर मिलेगी।
वहीं, इन घटनाओं के बाद से कनाडा और भारत के आपसी रिश्ते भी खटाई में पड़ गए हैं. कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रुडो ने एक बयान दिया था, जिसमें उन्होंने इन हत्याओं के पीछे भारत का हाथ बताया. भारत ने इस बयान को बेतुका बताया और निंदा की.कनाडाई प्रधानमंत्री के इस बयान के बाद जस्टिन ट्रुडो निशाने पर आ गए हैं. बता दें, जी20 समिट के दौरान वे प्रेसिडेंसियल सुइट में भी नहीं रुके थे. उन्होंने अपने लिए होटल में एक साधारण से कमरा बुक कराया था।

🔻 : *_Sagar : बस से उतरते वक्त स्कूली छात्र की मौत, गुस्साए ग्रामीणों ने बस में लगाई आग, ड्राइवर कंडक्टर की जमकर पिटाई_*N&II
सागर। जिले के बीना के सुनेटी गांव में बस हादसे में एक स्कूली छात्र की मौत के बाद जमकर बवाल हो गया. दरअसल स्कूली छात्र अपनी परीक्षा देकर बस से घर वापस आ रहा था और अपने गांव सुनेटी पहुंचने पर चलती बस से उतरने लगा, तो बस की चपेट में आ गया. घटना की जानकारी मिलते ही काफी संख्या में ग्रामीण इकट्ठे हो गए और बस के ड्राइवर और कंडक्टर की जमकर पिटाई करने के बाद बस को आग के हवाले कर दिया. ग्रामीणों की मांग थी कि तत्काल पीड़ित परिवार को चार लाख रूपए और एक करोड़ की सहायता राशि दी जाए और आरोपी ड्राइवर कंडक्टर के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाए.
क्या है मामला:बीना एसडीओ की प्रशांत सुमन ने बताया कि ''बीना-खिमलासा रोड पर सुनेटी गांव का रवि अहिरवार (17) कला संकाय का 12 वीं का छात्र था. जो बुधवार को गांव के पास के शासकीय स्कूल बसाहरी से भूगोल विषय की तिमाही परीक्षा देकर बस से घर लौट रहा था. तिरुपति ट्रैवल्स की बस जैसे ही सुनेटी गांव पहुंची, तो बस के ड्राइवर ने बिना बस को रोके बस की गति धीमी करके छात्र से उतरने को कहा. रवि अहिरवार जैसे ही बस से उतरने लगा, तो बस की चपेट में आ गया और हादसे का शिकार हो गया. उसकी मौके पर ही मौत हो गई.'' घटना की जानकारी मिलते ही काफी संख्या में ग्रामीण मौके पर इकट्ठा हो गए और बस ड्राइवर और क्लीनर की जमकर पिटाई कर दी. ड्राइवर और क्लीनर को पीटने के बाद मौके पर मौजूद ग्रामीणों ने बस में आग लगा दी और बस धू-धूकर जलने लगी.
एक करोड़ मुआवजे को लेकर चक्का जाम:बस को आग के हवाले करने के बाद ग्रामीणों ने बीना खिमलासा रोड को जाम कर दिया. घटना की सूचना मिलते ही एसडीओपी प्रशांत सुमन के अलावा बीना और खिमलासा थाने की पुलिस मौके पर पहुंची. तत्काल फायर ब्रिगेड को बुलाया गया, लेकिन फायर ब्रिगेड के पहुंचने तक बस जलकर खाक हो चुकी थी. चक्का जाम कर रहे ग्रामीणों की मांग थी कि पीड़ित परिवार को तत्काल चार लाख रुपए की सहायता राशि दी जाए और एक करोड़ रूपया मुआवजा दिया जाए. साथ ही बस के ड्राइवर और कंडक्टर के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाए.


🔻 : *_फर्जी दस्तावेज पर लोन लेकर सपा नेता हुआ फरार, तीन साल बाद गिरफ्तार_*
आगरा: ताजनगरी में बैंक से धोखाधड़ी करने वाले फरार सपा नेता को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. सपा नेता ने खुद को शिक्षक बताकर फर्जी दस्तावेज के सहारे बैंक से लोन लिया था. सिकंदरा थाना पुलिस ने आरोपी से पूछताछ करते हुए कानूनी कार्रवाई की.सिकंदरा थाना प्रभारी निरीक्षक आनंद कुमार शाही ने बताया कि समाजवादी पार्टी के जिला महासचिव विपिन यादव ने 5 साल पहले 2018 में सेक्टर-16 स्थित एचडीएफसी बैंक शाखा से 4 लाख 33 हजार रुपये का लोन लिया था. लोन आवेदन के समय सपा नेता ने खुद को शमसाबाद के एक प्राथमिक विद्यालय में सरकारी शिक्षक के पद पर बताया था. इसके साथ ही उन्होंने बैंक को फर्जी वेतन स्लिप और शिक्षक होने का प्रमाण पत्र भी सौंपा था.



जब लोन की एक भी किश्त बैंक में जमा नहीं हुई, तो बैंक लोन देने वाले अधिकारियों को कुछ शंका हुई. इसके बाद बैंक अधिकारियों द्वारा जांच में सामने आया कि लोन आवेदन के समय प्रस्तुत किये गए सभी दस्तावेज फर्जी थे. आरोपी सपा नेता द्वारा बताए गए निवास स्थान पर भी बैंक के जांच अधिकारी को कोई नहीं मिला. जांच अधिकारियों ने जब प्राथमिक विद्यालय में विपिन यादव नाम के शिक्षक के बारे में जानकारी जुटाई, तो पता चला कि विद्यालय में विपिन यादव नाम का कोई शिक्षक ही नहीं है.सिकंदरा थाना प्रभारी ने बताया कि इसके बाद बैंक के अधिकारियों ने सपा नेता विपिन यादव के खिलाफ कूटरचित दस्तावेज से धोखाधड़ी करने के आरोप में मुकदमा दर्ज कराया गया था. मुकदमा दर्ज होने के बाद से आरोपी फरार चल रहा था. बुधवार को पुलिस ने 3 साल से फरार चल रहे आरोपी सपा नेता को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है.


🔻: *_नोएडा में रेप के आरोपी ने पुलिस की पिस्टल छीन कर की फायरिंग, हमला कर भागने की थी कोशिश_*
नई दिल्ली/ नोएडा:नोएडा के सेक्टर-39 में पुलिस उस समय सकते में आ गई जब कस्टडी में रेप के आरोपी ने सब इंस्पेक्टर की पिस्टल छीन ली और पुलिस पार्टी पर तान दी. घटना उस समय हुई जब गुरुवार को 6 साल की बच्ची से रेप के आरोपी को पुलिस मेडिकल टेस्ट के लिए ले गई थी. इस दौरान पुलिस आरोपी को घटनास्थल लेकर पहुंची जहां से पुलिस ने वारदात के समय के कपड़े बरामद किए.
पुलिस जब वहां से निकली तो सेक्टर 42 के पास पुलिस वाहन से अचानक हवा निकलने की आवाज आई. इसके बाद पुलिस की टीम ने गाड़ी से नीचे उतारकर गाड़ी को चेक किया तभी मौका मिलते ही आरोपी ने सब इंस्पेक्टर की पिस्टल छीन ली और भागने की फिराक में पुलिस पर फायरिंग कर दी. पुलिस ने भी आत्मरक्षा में आरोपी पर फायरिंग की. जिस दौरान आरोपी के पैर में गोली लगी और वो घायल हो गया, जिसके बाद पुलिस ने उससे पिस्टल जब्त कर उसे हिरासत में ले लिया.
एडिशनल डीसीपी नोएडा शक्ति मोहन अवस्थी ने बताया कि पकड़े गए आरोपी ने अपने पड़ोस में रह रही 6 साल की नाबालिग बच्ची के साथ बुधवार को रेप की वारदात को अंजाम दिया था. इसके बाद बच्ची के परिजन और आसपास के लोगों ने मौके पर ही पकड़ कर पुलिस के हवाले कर दिया था. गुरुवार को पुलिस आरोपी को लेकर घटना से संबंधित सामान बरामद करने जा रही थी. उसी दौरान यह मुठभेड हुई. घायल आरोपी को अस्पताल में भर्ती कराया गया है और उस पर कानूनी कार्रवाई में पुलिस जुटी है.

🔻1984 सिख दंगे में सज्जन कुमार किस मामले में हुए बरी, किसमें हुई सजा और किस मामले में चल रही सुनवाई_*N&II
नई दिल्ली: सन्1984 में दिल्ली में हुए सिख विरोधी दंगे में बड़ी संख्या में सिखों का कत्लेआम हुआ था. यह दंगे 31 अक्टूबर 1984 को तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की हत्या का बदला लेने के लिए भड़काए गए थे, जिसमें सिख समुदाय के लोगों को निशाना बनाया गया था. इसका कारण यह था कि इंदिरा गांधी की हत्या करने वाले उनके दोनों सुरक्षाकर्मी सिख थे, जिन्होंने गोली मारकर तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की हत्या की थी.
मारे गए थे तीन हजार से अधिक सिख:इसके बाद कांग्रेसी नेताओं ने उनकी हत्या का बदला लेने के लिए सिख समुदाय को निशाना बनाना और उनके घरों को आग लगाने के लिए लोगों को भड़काना शुरू कर दिया था. इस दंगे में तीन हजार से अधिक सिख समुदाय के लोग मारे गए थे. एक से चार नवंबर, 1984 में हुए इन दंगों को भड़काने का आरोप कांग्रेस नेता सज्जन कुमार, जगदीश टाइटलर, कमलनाथ सहित अन्य कांग्रेस कार्यकर्ताओं पर लगा था.
दो मामले में हो चुके हैं बरी: इसके बाद कड़कड़डूमा कोर्ट सहित कई जिला अदालतों में आरोपियों के खिलाफ मुकदमे दर्ज किए गए. इनमें सज्जन कुमार को कई मामलों में नामजद किया गया था, जिनमें से एक मामले में उन्हें उम्र कैद की सजा हुई, जबकि दो मामलों में वो बरी हो चुके हैं. वहीं तीसरे मामले की सुनवाई राउज एवेन्यू कोर्ट में विशेष सीबीआई जज एमके नागपाल के कोर्ट में चल रही है. सिख विरोधी दंगों में सज्जन कुमार पर कितने मुकदमे दर्ज हुए, क्या-क्या आरोप लगे और अभी किस केस की क्या स्थिति है, 

सवाल-सज्जन कुमार, पूर्व कांग्रेस पार्षद बलवान खोखर, पूर्व नौसेना अधिकारी कैप्टन भागमल और अन्य तीन आरोपियों को किस कोर्ट ने और कब बरी किया था?
जवाब-सज्जन कुमार के अलावा कोर्ट ने पांच अन्य आरोपियों को भी वर्ष 2013 में राज नगर दंगे में एक ही परिवार के पांच सदस्यों की हत्या और भीड़ को उकसाने के मामले में दोषी ठहराया था. लेकिन 2013 में कड़कड़डूमा कोर्ट ने सज्जन कुमार को इस मामले से बरी कर दिया. इसे सीबीआई ने हाईकोर्ट में चुनौती दी, जिसके बाद हाईकोर्ट ने इस मामले में सज्जन कुमार को उम्र कैद की सजा सुनाई थी.

सवाल-1984 के सिख विरोधी दंगे के दौरान सज्जन कुमार पर क्या-क्या आरोप लगे?

जवाब-सिख विरोधी दंगे के दौरान कांग्रेस नेता सज्जन कुमार पर भीड़ का नेतृत्व करने, भीड़ को भड़काने और सिख समुदाय के घरों को टारगेट करने का आरोप लगा था. साथ ही उनपर दंगे की साजिश रचने और दो समुदायों के बीच वैमनस्य बढ़ाने का भी आरोप लगा था.

सवाल-सिख विरोधी दंगे के किस-किस घटना में सज्जन कुमार का नाम आया, केस चला और बाद में आरोप साबित न होने पर उन्हें बरी किया गया?

जवाब-दंगे के दौरान सज्जन कुमार पर राजनगर, दिल्ली कैंट, जनकपुरी व विकासपुरी और सुल्तानपुरी में दंगों को भड़काने का आरोप लगा था. सज्जन कुमार द्वारा भीड़ भड़काने के कारण सिख समुदाय के कई लोगों की हत्या हुई. बाद में संदेह का लाभ (बेनेफिट ऑफ डाउट) देते हुए कोर्ट ने सज्जन कुमार को दिल्ली कैंट दंगा मामले में बरी किया. वहीं सुल्तानपुरी दंगा मामले में 20 सितंबर, 2023 को बरी किया.

सवाल-सज्जन कुमार पर 1984 सिख विरोधी दंगों का अब कौन सा केस, किस कोर्ट में चल रहा है?

जवाब-सिख विरोधी दंगा मामले में सज्जन कुमार पर अभी, जनकपुरी इलाके में हुई सिख सोहन सिंह और उनके दामाद की हत्या व विकासपुरी पुलिस थाना इलाके में गुरूचरण सिंह को भीड़ द्वारा जलाकर मारने का केस चल रहा है. इस मामले में एसआईटी ने सज्जन कुमार के खिलाफ आईपीसी की धारा 147, 148, 149, 153A, 295, 436, 395, 307, 302, 102B के तहत चार्जशीट दाखिल की थी.

सवाल-किस केस में कोर्ट ने सज्जन कुमार पर लगी 302 (हत्या) की धारा हटाई थी?

जवाब-जनकपुरी और विकासपुरी में हुई हिंसा के दौरान तीन लोगों की हत्या में लगाई गई 302 (हत्या) की धारा को कोर्ट ने सज्जन कुमार के खिलाफ पेश की गई चार्जशीट से आरोप तय करते समय हटा दिया था.

सवाल-सज्जन कुमार को सिख दंगे के किस मामले में दिल्ली हाई कोर्ट द्वारा उम्र कैद की सजा सुनाई गई और यह मामला क्या है?

जवाब-दिल्ली हाईकोर्ट ने 17 दिसंबर, 2018 को सज्जन कुमार को दिल्ली के राजनगर इलाके में एक परिवार के पांच सदस्यों की हत्या और गुरुद्वारे में आग लगाने के मामले में उम्रकैद की सजा सुनाई थी. इसके बाद 31 दिसंबर 2018 को सज्जन कुमार ने कड़कड़डूमा कोर्ट में सरेंडर कर दिया था, जहां से उन्हें मंडोली जेल भेजा गया था. इसके बाद उन्हें तिहाड़ जेल में ट्रांसफर कर दिया गया था.

सवाल-सिख दंगा मामले में सज्जन कुमार के खिलाफ चल रहे जनकपुरी और विकासपुरी में हुई तीन हत्याओं के मामले में भीड़ को भड़काने के मामले में अगली सुनवाई कब होगी?

जवाब-जनकपुरी और विकासपुरी में सिख विरोधी दंगे के दौरान हुई तीन सिखों की हत्या के दौरान भीड़ को भड़काने के मामले में सज्जन कुमार के खिलाफ मामले की अगली सुनवाई 12 अक्टूबर को होगी. 21 सितंबर, 2023 को सुनवाई के दौरान कोर्ट ने मामले में गैर जरूरी गवाहों के बयानों और दस्तावेजों को रिकॉर्ड से हटाया. मामले की सुनवाई राउज एवेन्यू कोर्ट में विशेष सीबीआई जज एमके नागपाल कर रहे हैं.


 : 🔻प्राइवेट स्कूलों में EWS कोटे से एडमिशन में आधार अनिवार्य नहीं, दिल्ली हाईकोर्ट से केजरीवाल सरकार को झटका_*N&II
नई दिल्ली: दिल्ली हाईकोर्ट ने एक बार केजरीवाल सरकार को झटका दिया है. कोर्ट ने राजधानी के प्राइवेट स्कूलों में रिजर्व कोटे के तहत एडमिशन में आधार की अनिवार्यता को खत्म कर दिया है. साथ ही एकल पीठ के फैसले का बरकरार रखा है. दिल्ली सरकार ने निजी गैर-सहायता प्राप्त स्कूलों में आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग (ईडब्ल्यूएस), वंचित समूह (डीजी) और विशेष आवश्यकता वाले (सीडब्ल्यूएसएन) श्रेणियों के तहत होने वाले एडमिशन में आधार कार्ड को अनिवार्य किया था. जिसे हाईकोर्ट की एकल पीठ ने रद्द कर दिया था. इसके बाद सरकार डबल बैंच में गई थी, जहां से भी झटका मिला है.

गुरुवार को मुख्य न्यायाधीश सतीश चंद्र शर्मा और न्यायमूर्ति संजीव नरूला की खंडपीठ ने कहा कि किसी बच्चे की संवेदनशील व्यक्तिगत जानकारी प्राप्त करने से भारत के संविधान के अनुच्छेद 21 के तहत उनके निजता के अधिकार का उल्लंघन हो सकता है. कोर्ट की खंडपीठ ने एकल न्यायाधीश द्वारा पारित आदेश को ही मान्य रखा. कोर्ट की नजर में एकल न्यायाधीश का निर्णय पूरी तरह से केएस पुट्टास्वामी (सुप्रा) में सुप्रीम कोर्ट के फैसले के अनुरूप है. न्यायालय ने यह भी कहा कि एकल न्यायाधीश ने अभी तक मामले पर अंतिम विचार नहीं किया है. इसलिए यह राय दी गई कि मामले में सरकार की अपील में कोई योग्यता नहीं थी और इसे खारिज कर दिया गया.
बच्चों को नहीं किया जाएगा मजबूर: न्यायमूर्ति भंभानी ने 27 जुलाई 2023 के अपने आदेश में 12 जुलाई, 2022 और 2 फरवरी, 2023 के परिपत्रों के संचालन पर रोक लगा दी थी. परिपत्रों को चुनौती देने वाली याचिका पांच वर्षीय बच्चे के पिता द्वारा दायर की गई थी. एकल-न्यायाधीश ने कहा कि किसी बच्चे को आधार कार्ड रखने के लिए मजबूर नहीं किया जा सकता है. यदि वे अपना आधार प्रस्तुत करके पहचान स्थापित करने में विफल रहते हैं तो भी उन्हें किसी भी सब्सिडी या लाभ से वंचित नहीं किया जा सकता है.
सरकार ने दिए ये तर्क: दिल्ली सरकार ने इस आदेश को इस आधार पर चुनौती दी कि एकल न्यायाधीश विवादित परिपत्रों के पीछे के इरादे और उद्देश्यों को पर्याप्त रूप से समझने में विफल रहे हैं और आधार कार्ड या आधार संख्या की आवश्यकता एक व्यावहारिक उद्देश्य को पूरा करती है क्योंकि इसका उद्देश्य डुप्लिकेट आवेदनों को खत्म करना है.
सरकार ने तर्क दिया कि निजी, गैर सहायता प्राप्त, मान्यता प्राप्त स्कूलों में प्रवेश स्तर की कक्षाओं में ईडब्ल्यूएस/डीजी श्रेणी के लिए प्रवेश प्रक्रिया को आधुनिक बनाने के लिए डिज़ाइन की गई एक नीतिगत पहल थी. यह फर्जी पहचान के आधार पर फर्जी आवेदनों और प्रवेशों के खिलाफ सुरक्षा के रूप में कार्य करता है. सरकार ने आगे कहा कि उसका आवेदकों की गोपनीयता या सुरक्षा से समझौता करने का कोई इरादा नहीं है और वह सीधे आधार डेटाबेस तक नहीं पहुंच रही है. इन दलीलों के बाद भी खंडपीठ ने हस्तक्षेप करने से इनकार कर दिया और अपील खारिज कर दी.

Source: digital media news 
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