डीसीपी सागर सिंह कलसी ने बताया कि 3 जुलाई को शहजादा बाग इलाके में एक युवक का शव मिला था। इंद्रलोक चौकी प्रभारी एसआई सत्येंद्र सिंह मौके पर पहुंचे तो देखा कि युवक की चाकू से वारकर हत्या की गई है। चूंकि युवक की पहचान नहीं हुई थी, इसलिए डीडी एंट्री पर एफआईआर दर्ज की गई। एटीओ इंस्पेक्टर कुलदीप सिंह और एसआई सत्येंद्र की टीम ने जांच शुरू की। पुलिस ने सीसीटीवी कैमरे की फुटेज के सहारे मृतक की पहचान 20 वर्षीय राजकुमार के तौर पर की।
राजकुमार बिहार के अररिया जिले का रहने वाला था। डीसीपी ने बताया कि सीसीटीवी कैमरे की फुटेज, सीडीआर और मोबाइल टावर की लोकेशन के आधार पर अशफाक और मेराज को गिरफ्तार कर लिया।
बहाने से बुलाकर ले गए
आरोपी ने बताया कि राजकुमार को 30 जून को मारने की योजना थी, लेकिन पुलिस ने उसे शांति भंग में गिरफ्तार कर लिया। छूटने के बाद से अशफाक और मेराज ने दो जुलाई की रात को राजकुमार को खास दोस्त से मिलाने के बहाने शहजादा बाग बुलाया और हत्या कर दी। आरोपियों ने बताया कि राजकुमार अपने गांव नहीं जाता था, इसलिए उन्हें पकड़े जाने की उम्मीद नहीं थी।
अवैध संबंध का शक था
अशफाक खिलौना फैक्ट्री में सुपरवाइजर था, जबकि मेराज उसके अधीन काम करता था। अशफाक को शक था कि राजकुमार के संबंध उसकी भाभी से हैं। इस बीच 27 जून को राजकुमार ने रील बनाकर फेसबुक पर डाल दी। यह वीडियो सराय रोहिल्ला से लेकर अशफाक के गांव तक पहुंच गया। अशफाक ने बताया कि उसे बेइज्जती महसूस हुई इसलिए उसने हत्या कर दी।