दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट किया, "यमुना के किनारे रहने वाले कई बेहद गरीब परिवारों को बहुत नुकसान हुआ है। कुछ परिवारों का पूरा घरेलू सामान बह गया। बाढ़ प्रभावित हर परिवार को आर्थिक मदद के तौर पर प्रति परिवार दस हजार रुपये दिए जाएंगे। विशेष शिविर लगाए जाएंगे।"
मुख्यमंत्री ने कहा, यह उन लोगों के लिए आयोजित किया गया है जिनके आधार कार्ड आदि कागजात बह गए हैं। जिन बच्चों के कपड़े और किताबें बह गईं, उन्हें स्कूलों की ओर से ये चीजें दी जाएंगी।
इसके अलावा रेलवे ने यमुना नदी के ऊपर बने लोहा पुल के बारे में बयान जारी किया। उत्तर रेलवे ने कहा, जलस्तर घटने और हालात में सुधार के बाद दिल्ली के पुराने यमुना पुल (लोहा पुल) पर रेल यातायात 20 किमी प्रति घंटे की गति प्रतिबंध के साथ आज सुबह 11 बजे बहाल कर दिया गया।
रविवार शाम दिल्ली सरकार की तरफ से जारी बयान में कहा गया, बाढ़ के मद्देनजर यमुना नदी की सीमा से लगे इलाकों के स्कूलों में राहत शिविर चलते रहने की संभावना है।
सभी सरकारी, डीओई के प्रभावित जिलों - पूर्व, उत्तर पूर्व, उत्तर पश्चिम-ए, उत्तर, मध्य और दक्षिण पूर्व में सरकारी सहायता प्राप्त और निजी मान्यता प्राप्त स्कूल 17 और 18 जुलाई को छात्रों के लिए बंद रहेंगे।
बता दें कि बाढ़ और जलभराव के कारण दिल्ली-एनसीआर के कई इलाके बुरी तरह प्रभावित हुए हैं। यमुना नदी का जलस्तर बढ़ने के कारण पानी में लापरवाही और खिलवाड़ कर रहे कई बच्चों की मौत डूबने से हुई है।
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