उन्होंने बताया कि ट्रेन पांच मिनट ही रुकी और 45 यात्रियों को लिए बिना मनमाड स्टेशन से रवाना हो गई। अधिकारी ने बताया कि जब यात्री ट्रेन में चढ़ने के लिए सुबह करीब नौ बजकर 45 मिनट पर स्टेशन पहुंचे तो वे यह देखकर हैरान रह गए कि ट्रेन उन्हें छोड़कर कब की जा चुकी है। परेशान यात्री स्टेशन प्रबंधक के कार्यालय गए और वैकल्पिक व्यवस्था की मांग की।
मध्य रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी डॉ. शिवराज मानसपुरे ने बताया कि यह रेलवे कर्मचारियों से गलती से हुआ और मामले की जांच शुरू कर दी गई है। अधिकारी ने बताया कि प्रभावित यात्रियों को गीतांजलि एक्सप्रेस में बिठाया गया।
गीतांजलि एक्सप्रेस को ठहराव न होने के बावजूद मनमाड पर रोका गया। यात्री जलगांव पहुंचे, जहां गोवा एक्सप्रेस को उनके आने तक रोक दिया था। उन्होंने बताया कि गोवा एक्सप्रेस अपने निर्धारित समय से पहले मनमाड इसीलिए पहुंची, क्योंकि इसका नियमित मार्ग बेलगामी-मिराज-दौंड मार्ग बदल कर रोहा-कल्याण-नासिक रोड मार्ग कर दिया गया था।
एक टिप्पणी भेजें
0टिप्पणियाँ