मुनक नहर की बांध टूटी, कई इलाके हुए जलमग्न, वीडियो आया सामने, देखें वीडियो

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मुनक नहर की बांध टूटी, कई इलाके हुए जलमग्न, वीडियो आया सामने, देखें वीडियो

नई दिल्ली/ टीम डिजिटल। मुनक नहर का बैराज अचानक देर रात (करीब 11 से 2 बजे) टूटने से राजधानी दिल्ली के कई इलाकों में पानी भर गया। बैराज टूटने का असर सबसे ज्यादा दिल्ली के बवाना और जेजे कॉलोनी पर पड़ा है।

जलभराव की स्थिति देखकर लोगों को अपने घर से बाहर निकलने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। कॉलोनी में 10 से 12 फुट तक पानी भर गया है। कॉलोनी के लोगों ने इस बात की शिकायत केजरीवाल सरकार के विभाग से की, तो उनको कहा गया कि, बैराज टूटने वाला हिस्सा हरियाणा सरकार के अधीन आता है। इसके बाद से प्रसाशनिक अमला सुबह 6 बजे अपनी नींद पूरी करके वहा पहुंचा। और बचाव के कार्य शुरू हो सके।

मरम्मत का काम शुरू दिल्ली की जल मंत्री आतिशी ने कहा कि मुनक नहर के क्षतिग्रस्त हिस्से की मरम्मत का काम बृहस्पतिवार रात तक पूरा होने की उम्मीद है, हालांकि इसके कारण 4 जल उपचार संयंत्र प्रभावित हुए हैं। आतिशी ने मुनक नहर के क्षतिग्रस्त हिस्से का दौरा किया है। उन्होंने कहा कि आपातकालीन स्थिति समाप्त होने के बाद नहर के क्षतिग्रस्त होने के कारण की दिल्ली और हरियाणा द्वारा जांच की जाएगी। उन्होंने कहा कि मुनक नहर का तटबंध बुधवार रात (12 बजे से 2 बजे के बीच) टूट गया जिससे नहर का पानी बवाना के कई इलाकों में घुस गया। 

हरियाणा टीम देर रात से मौजूद मंत्री आतिशी ने कहा कि यमुना नदी के पानी को दिल्ली तक पहुंचाने वाली मुनक नहर का रख-रखाव हरियाणा सरकार करती है। हरियाणा के सिंचाई विभाग की टीम कल रात से ही दरार वाली जगह पर मौजूद है और दिल्ली जल बोर्ड (DJB) की टीम भी हर प्रकार की मदद के लिए वहां मौजूद है। उन्होंने कहा कि, इस दरार को भरने के लिए युद्ध स्तर पर मरम्मत का कार्य किया जा रहा है। हम हरियाणा के सिंचाई विभाग के साथ लगातार संपर्क में हैं। 'सीएलसी' में पानी का बहाव पूरी तरह बंद होने के बाद तटबंध बनाया जाएगा। फिर टूटे हुए हिस्से की मरम्मत की जाएगी। उम्मीद है कि देर रात तक काम पूरा हो जाएगा। 

ये इलाके हुए प्रभावित मंत्री आतिशी ने कहा, "सीएलसी (कैरियर लाइन चैनल) के माध्यम से पानी की आपूर्ति शुक्रवार दोपहर तक फिर से शुरू हो सकती है। द्वारका, हैदरपुर, बवाना और नांगलोई में जल उपचार संयंत्र दरार के कारण प्रभावित हुए हैं। उन्होंने कहा कि बवाना, नांगलोई और हैदरपुर उपचार संयंत्रों से जल शोधन बृहस्पतिवार शाम तक सामान्य हो जाएगा, लेकिन द्वारका संयंत्र जो पानी की आपूर्ति के लिए पूरी तरह से सीएलसी पर निर्भर है, शुक्रवार शाम तक प्रभावित रहेगा। आतिशी ने कहा कि नहर टूटने के कारण बवाना में जमा पानी को बाहर निकालने के लिए विभिन्न एजेंसी 'मोबाइल पंप' की मदद से लगातार काम कर रही हैं।

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