केरल के वायनाड में मेप्पाडी के पास मंगलवार को भूस्खलन के कारण मरने वालों की संख्या 93 से बढ़कर 108 हो गई है. इसके अलावा 128 से अधिक घायलों को अस्पतालों में भर्ती कराया गया है.
पोस्टमार्टम और जांच के लिए कदम उठाए जा रहे हैं."
केरल सरकार में वन मंत्री एके शशीधरण ने बीबीसी हिंदी को बताया कि एनडीआरएफ़ की टीमें रस्सियों के बचाव कार्य में लगी हुई है. इसलिए थोड़ा अधिक समय लग रहा है. वहीं सेना की टीम ने काम करना शुरू कर दिया है.
रेस्क्यू ऑपरेशन के दौरान हजारों लोगों को बचा लिया गया है.
केरल की स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज ने बताया कि भूस्खलन की घटना मंगलवार तड़के दो-तीन बजे की है.
मंगलवार को वायनाड में भूस्खलन पर चर्चा संसद में भी हुई. नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने राहत बचाव कार्य को लेकर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से भी बात की है.
राज्य के मुख्य सचिव डॉ. वी वेणु ने समाचार एजेंसी एएनआई को बताया, "हमें खबर मिली है कि कई लोग अब भी लापता हैं और मृतकों का आंकड़ा बढ़ सकता है. एक परेशानी ये भी है कि एक क्षेत्र पूरी तरह अलग-थलग है. हम उस क्षेत्र के बड़े हिस्से तक पहुंचने में सक्षम नहीं हैं."
मुख्य सचिव ने आगे कहा, "एनडीआरएफ की टीम वहां मौजूद है और बैकअप के लिए सेना भी है. हमारे पास अन्य महकमों से भी मदद की पेशकश आ रही है."
128 लोग घायल हैं. वायनाड के अस्पतालों में मेडिकल संबंधी ज़रूरी दवाएं पहुंचाई जा रही हैं.
भूस्खलन में बड़ी संख्या में लोगों के फँसे होने की आशंका है. मरने वालों की संख्या बढ़ सकती है.
वन मंत्री एके सासीनद्रन ने कहा- भूस्खलन में कितने लोग फँसे हैं, इसकी संख्या फ़िलहाल बता पाना मुश्किल है.
एनडीआरएफ, कन्नूर डिफेंस सिक्योरिटी कोर और एयर फोर्स के हेलिकॉप्टर बचाव कार्य में जुटे हैं.
मगर बारिश के कारण बचाव कार्य में मुश्किलें आ रही हैं.
मुख्यमंत्री विजयन के कार्यालय की ओर से बताया गया है कि भूस्खलन वाली जगह तक पहुंचने के लिए सेना से एक अस्थायी पुल बनाने में मदद करने के लिए कहा गया है.
केरल में बीते दिनों में कई जगहों पर भारी बारिश हुई है.
इन जगहों में मुंडक्कई, अट्टामाला और कुंहोम जैसे इलाके भी शामिल हैं.
राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और राहुल गांधी ने क्या कहा
केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने वायवाड में रेक्स्यू ऑपरेशन शुरू करने से संबंधित निर्देश दिए हैं.
पीएम नरेंद्र मोदी ने भूस्खलन में मारे गए लोगों के परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त की है. पीएम मोदी ने पिनराई विजयन से भी बात की है.
प्रधानमंत्री कार्यालय की ओर से बताया गया है कि जो लोग भूस्खलन में मारे गए हैं, उनके परिवारों को दो-दो लाख रुपए दिए जाएंगे. घायलों को 50 हज़ार रुपए दिए जाएंगे.
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने इस घटना पर दुख जताते हुए घायलों को स्वस्थ होने और रेक्स्यू ऑपरेशन के सफल होने की कामना की.
वायनाड से सांसद रहे राहुल गांधी ने सोशल मीडिया पर लिखा, ''वायनाड में हुए भूस्खलन से व्यथित हूँ. जिन लोगों ने अपनों को खोया है, उनके प्रति मैं दुख व्यक्त करता हूं. मैं उम्मीद करता हूं कि जो लोग अब भी फँसे हैं, उन्हें जल्द सुरक्षित निकाल लिया जाएगा.''
राहुल गांधी ने पिनराई विजयन और वायनाड के ज़िलाधिकारी से भी बात की है.
राहुल गांधी ने कंट्रोल रूम बनाने की गुज़ारिश करते हुए कहा कि राहत कार्य में अगर कोई ज़रूरत हो तो हमें बताएं. राहुल ने यूडीएफ़ कार्यकर्ताओं से बचाव कार्य में मदद करने की अपील की है.
प्रियंका गांधी ने भी भूस्खलन की घटना पर दुख जताया है. वायनाड की सीट राहुल गांधी के छोड़ने के बाद प्रियंका गांधी इस सीट से कांग्रेस की टिकट पर चुनाव लड़ेंगी.
वायनाड में भूस्खलन के बाद हुई भीषण तबाही में बड़ी संख्या में लोगों की मौत के बाद राज्य सरकार ने राज्य में दो दिनों के लिए शोक की घोषणा की है।
पीएम मोदी ने भी केंद्र सरकार की ओर से हर संभव मदद मुहैया करवाने की बात कही है।
एक टिप्पणी भेजें
0टिप्पणियाँ