जिलाधिकारी आशीष सिंह ने बताया कि हमने 26 एंबुलेंस और दमकल की 10 गाड़ियां हरदा के लिए रवाना की हैं। वहीं, मुख्यमंत्री मोहन यादव ने कहा है कि पटाखा कारखाने में हुये विस्फोट में छह लोगों की मौत और 50 घायल हैं। सभी के समुचित इलाज के लिए तत्परता से प्रसास किए जा रहे हैं। वहीं, घायलों को एयर लिफ्ट कर भोपाल एम्स में शिफ्ट करने की तैयारी की जा रही है। एम्स को तत्काल प्रभाव से अलर्ट रहने के लिए कहा गया है।
इंदौर के अस्पतालों में बेड आरक्षित
उन्होंने बताया कि पटाखा कारखाने में हुए विस्फोट में घायल लोगों को भर्ती करने के लिए इंदौर के अलग-अलग अस्पतालों में करीब 70 बिस्तर आरक्षित किए गए हैं और चिकित्सा अमला इनके इलाज के लिए तैयार है। इंदौर से हरदा करीब 150 किलोमीटर दूर है।
कारखाने में कई लोगों के फंसे होने की आशंका
वहीं, हरदा में मौजदू अधिकारी ने बताया कि कारखाने और उसके आसपास कई लोगों के फंसे होने की भी आशंका है। घटना के कुछ वीडियो सोशल मीडिया पर सामने आए हैं, जिसमें घटनास्थल पर रुक-रुक कर हो रहे धमाके के साथ ऊंची आग की लपटें दिखाई दे रही हैं और लोग खुद को बचाने के लिए भागते हुये नजर आ रहे हैं। जिलाधिकारी ऋषि गर्ग ने बताया कि कारखाने और उसके आसपास कई लोगों के फंसे होने की आशंका है।
सीएम ने दिए निर्देश
मुख्यमंत्री ने मंत्री उदय प्रताप सिंह, अपर मुख्य सचिव अजीत केसरी और होम गार्ड के महानिदेशक अरविंद कुमार को हेलीकॉप्टर से हरदा पहुंचने का निर्देश दिया। अधिकारी ने बताया कि इंदौर, भोपाल के अस्पतालों और राज्य की राजधानी स्थित अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) को आपात स्थिति के लिए आवश्यक व्यवस्था करने का निर्देश दिया गया है। आग पर काबू पाने के लिए इंदौर और भोपाल से भी दमकल गाड़ियां भेजी गईं। मुख्यमंत्री ने घटना के संबंध में एक बैठक भी बुलाई है।
एक टिप्पणी भेजें
0टिप्पणियाँ