मीडिया रिपोर्टस में कहा जा रहा है कि नीतीश कुमार बीजेपी के साथ जाने के लिए फैसला लेंगे। यह फैसला एक से दो दिन में लिया जाएगा।
इंडिया टूडे की खबर के अनुसार नीतीश एक बार फिर बिहार में नई सरकार बनाने के लिए बीजेपी के पक्ष में जा सकते हैं। कहा जा रहा है कि नीतीश कुमार आरजेडी और इंडिया ब्लॉक सदस्य कांग्रेस दोनों से नाराज हैं। वह लालू यादव की बेटी रोहिणी आचार्य के द्वारा किए गए ट्वीट से भी आहत हैं, जिसमें उन्होंने बिहार के मुख्यमंत्री पर तंज कसा था।
भारत जोड़ो न्याय यात्रा से किसे लाभ
इंडिया टूडे की खबर के अनुसार, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का मानना है कि लोकसभा चुनाव करीब आने के साथ कांग्रेस सांसद राहुल गांधी की 'भारत जोड़ो न्याय यात्रा' पूरी तरह से सबसे पुरानी पार्टी के लाभ के लिए निकाली गई है, न कि भारत गठबंधन के लिए। नीतीश कुमार पहले भारतीय ब्लॉक नेता नहीं हैं जिन्होंने सीट बंटवारे की विफल वार्ता पर नाराजगी दिखाई है।
हाल ही में, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो ममता बनर्जी ने घोषणा की कि उनकी पार्टी सीट बंटवारे से असंतुष्ट होकर राज्य में आगामी लोकसभा चुनाव अकेले लड़ेगी। यही नहीं पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने भी पंजाब की 13 सीटों पर अकेले चुनाव लड़ने का एलान कर दिया है।
बीजेपी में जाने के संकेत
नीतीश कुमार पहली बार नहीं कि वह आरजेडी का दामन छोड़ बीजेपी में शामिल हो रहे हैं। वह पहले भी ऐसा कर चुके हैं। इसलिए उनके दोबारा बीजेपी में जाने से किसी को हैरानी नहीं होनी चाहिए। नीतीश बीजेपी में जाएंगे इसके संकेत उन्होंने तब ही दिया था जब वह इंडिया गठबंधन के संयोजक बनने से इंकार कर चुके थे।
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