यह प्रतिमा 150 से 200 किलो की होगी. इस समारोह में पीएम नरेंद्र मोदी, आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत, यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ समेत कई हस्तियां भाग लेंगी.
इन लोगों को दिया गया न्योता
ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने बताया कि प्राण प्रतिष्ठा समारोह में ट्रस्ट के अध्यक्ष महंत नृत्य गोपाल दास, यूपी की राजयपाल आनंदीबेन पटेल, सभी ट्रस्टी, लगभग 140 परम्पराओं के धर्माचार्य, आदिवासी, गिरिवासी समुद्रतटवासी परंपरा के महात्मना, सभी प्रकार के खेल, विज्ञान, प्रशासन, लेखक , साहित्यकार, कलाकार, मूर्तिकार न्यायपालिका और हर विद्या के श्रेष्ठजन आमंत्रित किए गए हैं. सबके आने की संभावना हैं.
उन्होंने बताया कि पद्मश्री सम्मान प्राप्त, राम जन्मभूमि के लिए जिनका उत्सर्ग हुआ उनके परिवार के लोग, मंदिर के निर्माण में योगदान देने वाले लोग आएंगे. मंदिर बनाने में जिनका भी योगदान है, वे सब इस कार्यक्रम के साक्षी होंगे. इंजीनियरिंग ग्रुप, इंजीनियर, वेंडर सब कॉन्ट्रैक्टर., साधु संत, सभी भाषा भाषी, शैव, शाक्त, वैष्णव, गणपति उपासक, बौद्ध, सिक्ख, जैन, कबीर पंथी, वाल्मीकि पंथी, शंकर देव् की परम, इस्कॉन, गायत्री परिवार, अकाली, निरंकारी, राधा स्वामी, स्वामी नारायण, कर्णाटक का लिंगायत, वीर शैव सब इस समारोह में उपस्थित होंगे.
16 जनवरी से शुरू हो जाएगी पूजा
चंपत राय ने बताया कि 22 जनवरी को मृगशिरा नक्षत्र है. उस दिन दोपहर 12.20 बजे प्राण प्रतिष्ठा शुरू होगी. यह मुहूर्त गणेश्वर शास्त्री द्रविड़ ने निकाला है. पूजन विधि वाराणसी के लक्ष्मीकांत दीक्षित के नेतृत्व में 16 जनवरी से शुरू हो जाएगी और 21 जनवरी तक लगातार चलेगी. 22 जनवरी को प्राण प्रतिष्ठा के लिए न्यूनतम आवश्यक पूजा होगी.जिस प्रतिमा की प्राण प्रतिष्ठा होनी है वो पत्थर की है. करीब 150 से 200 किलो वजन वाली यह प्रतिमा 5 वर्ष के खड़े बालक की है. 18 जनवरी को गर्भगृह में उसे अपने आसन पर खड़ा कर दिया जाएगा.
उन्होंने बताया कि जिस प्रतिमा की प्राण प्रतिष्ठा होती है, उसे अनेक प्रकार का निवास कराया जाता है. इसको पूजा पद्धति की भाषा मे अधिवास कहते हैं जलवास, अन्नवास, शैयावास, घृतवास, फलवास.आज के समय के अनुसार व्यवहार करेंगे. गर्भगृह में पीएम मोदी की गरिमामय उपस्थिति होगी. मुख्य समारोह के लिए सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं.
जानें प्राण प्रतिष्ठा का पूरा शेड्यूल
ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने पूजा का पूरा शेड्यूल बताया. उन्होंने बताया कि 16 जनवरी से 21 जनवरी तक प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम चलेगा. 16 जनवरी- प्रायश्चित एवं कर्म कुटी पूजन होगा. इसके अगले दिन 17 जनवरी को रामलला की मूर्ति रामजन्मभूमि परिसर में प्रवेश करेगी. 18 जनवरी को सायंकाल में तीर्थ पूजन और जलयात्रा होगी. इसके अगले दिन 19 जनवरी को सुबह औषधाधिवास, केसराधिवास, घृताधिवास और शाम में धान्याधिवास होगा.
चंपत राय ने बताया कि 20 जनवरी को प्रातः में शर्कराधिवास, फलाधिवास और शाम को पुष्पाधिवास होगा. 21 जनवरी को प्रातः मध्याधिवास और शाम को शय्याधिवास किया जाएगा. 22 जनवरी को रामलला की प्राण प्रतिष्ठा होगी. इस अनुष्ठान में 121 आचार्य होंगे. अनुष्ठान के संयोजक गणेश्वर शास्त्री द्रविड़ और आचार्य लक्ष्मीकान्त दीक्षित होंगे. प्राण प्रतिष्ठा कार्यकम में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, संघ के सरसंघचालक मोहन भागवत, यूपी की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल और यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ मौजूद रहेंगे
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