इसके अलावा मुख्यमंत्री ने झारखंड के लोगों के लिए नौकरियों को लेकर भी बड़ा ऐलान किया है. उन्होंने कहा है कि राज्य में जो भी कंपनियां अपना ऑफिस स्थापित करेंगी, उनमें 75 फीसदी जगह स्थानीय लोगों के लिए रिजर्व रहेगी.
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि झारखंड देश का सबसे गरीब राज्य है और यह कोविड-19 और सूखे से जूझ रहा है. हालांकि इसके बावजूद राज्य सरकार में कोई अराजकता नहीं है. उन्होंने दावा किया कि झारखंड जैसे गरीब राज्यों ने अन्य राज्यों को ऑक्सीजन की आपूर्ति की और महामारी के दौरान गरीब श्रमिकों को बचाया गया, लेकिन दो मंत्रियों की जान चली गई.
राज्य में पिछले BJP शासन पर तंज कसके हुए झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) प्रमुख ने कहा कि 'डबल इंजन' ने सब कुछ नष्ट कर दिया था और उनके कार्यकाल के दौरान किसानों की मौत हुई थी. उन्होंने अपनी सरकार चुनने के लिए लोगों को धन्यवाद दिया और कहा कि झारखंड दिल्ली या राज्य मुख्यालय से नहीं, बल्कि अपने गांवों से शासित होगा. राज्य में कांग्रेस भी गठबंधन सरकार का हिस्सा है.
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