तेल के दाम छह से दस रुपये तक घटाए जा सकते हैं। मालूम हो कि लंबे समय से देशभर में पेट्रोल और डीजल के दामों में कोई बढ़ोतरी नहीं की गई है। कच्चे तेल की कीमत में भी कमी आई है, जिसका फायदा अब सरकार जनता को देने जा रही है।
पेट्रोल और डीजल के रेट्स में कटौती करने के लिए केंद्र सरकार तेल कंपनियों से बात कर रही है, ताकि आने वाले दिनों में जनता को राहत दी जा सके। हालांकि, सरकार यह राहत कब देगी, इसके बारे में कोई तय तारीख नहीं सामने आई है, लेकिन माना जा रहा है कि या तो इसी साल यानी कि कुछ ही दिनों में या नए साल की शुरुआत में जनता को पेट्रोल-डीजल के रेट्स में कमी का तोहफा मिल सकता है।
देश में रोजाना तेल की कीमतें तय होती हैं। तेल कंपनियां रोजाना समीक्षा करती हैं और इंटरनेशनल मार्केट में कच्चे तेल की कीमत के हिसाब से पेट्रोल और डीजल के दाम घटते-बढ़ते रहते हैं। इस समय इंटरनेशनल मार्केट में ब्रेंट क्रूड ऑयल की कीमत 78.71 डॉलर पर आ गई है। सूत्रों के अनुसार, वित्त मंत्रालय और पेट्रोलियम मंत्रालय के पास तेल के दाम कम करने का खाका तैयार है और सिर्फ प्रधानमंत्री कार्यालय की मंजूरी का इंतजार किया जा रहा है।
6 अप्रैल 2022 से दो ईंधनों की पूर्व-रिफाइनरी कीमतों में कोई बदलाव नहीं होने से चालू वित्त वर्ष में कच्चे तेल की कम कीमतों से तीन सरकारी तेल कंपनियों - इंडियन ऑयल कॉर्प (आईओसी), भारत पेट्रोलियम कॉर्प (बीपीसीएल) और हिंदुस्तान पेट्रोलियम कॉर्प (एचपीसीएल) को बड़ा प्रॉफिट हुआ है। इस वित्तीय वर्ष के पहले छह महीनों में IOC, BPCL और HPCL ने संयुक्त रूप से 58,198 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ कमाया है। इसके बाद, 22 मई, 2022 को केंद्र सरकार ने पेट्रोल और डीजल पर एक्साइज ड्यूटी में बंपर कमी की थी। पेट्रोल पर आठ रुपये और डीजल पर छह रुपये कम कर दिए गए थे। इससे पेट्रोल-डीजल की कीमतों में और कमी आ गई थी।
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