फरवरी में होनी थी शादी, लेकिन साथ छोड़ गया कांस्टेबल, होने वाली पत्नी ने दिया कंधा, सबकी आंखें नम

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फरवरी में होनी थी शादी, लेकिन साथ छोड़ गया कांस्टेबल, होने वाली पत्नी ने दिया कंधा, सबकी आंखें नम

यूपी के कन्नौज जिले में हिस्ट्रीशीटर की गोली लगने से इलाज के दौरान सिपाही शहीद हो गया. सिपाही सचिन राठी को पूरे राजकीय सम्मान के साथ गॉड ऑफ ऑनर देते हुए सभी अधिकारियों ने नम आंखों से अंतिम विदाई दी.

वहीं सचिन की मंगेतर जो कि खुद भी एक पुलिसकर्मी है, वह सचिन के पार्थिव शरीर के पास बेसुध होकर बैठी रही. इस मंजर को देख उस वक्त मौजूद सभी की आंखे नम हो गईं. सिपाही की मंगेतर ने उसकी अंतिम यात्रा में कंधा भी दिया.

मुठभेड़ के बाद घायल हुए सचिन को कानपुर के रीजेंसी हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था जहां पर इलाज के दौरान सचिन शहीद हो गए. कानपुर में ही सचिन के पोस्टमार्टम की प्रक्रिया को पूरा किया गया जिसके बाद वहां से सचिन के पार्थिव शरीर को कन्नौज के पुलिस लाइन ग्राउंड में लाया गया. यहां पर उनको पूरे राजकीय सम्मान के साथ गॉड ऑफ ऑनर दिया गया. इस दौरान कानपुर मंडल के कमिश्नर आलोक कुमार कानपुर मंडल के आईजी प्रशांत कुमार कन्नौज के जिला अधिकारी शुभ्रांत शुक्ला कन्नौज के पुलिस अधीक्षक अमित कुमार आनंद सहित जिले भर के पुलिसकर्मी मौके पर मौजूद रहे.

5 फरवरी को होनी थी शादी

इन सब के बीच एक ऐसी तस्वीर सामने आई जिसको देखकर वहां पर खड़ा व्यक्ति अपने आंसुओं को रोक नहीं पाया. कुछ पुलिसकर्मी तो ऐसे थे जोकि फूट-फूट कर रो रहे थे. उन्होंने कहा कि मेरा भाई, मेरा साथी चला गया. शहीद सचिन के पार्थिव शरीर के पास उसकी मंगेतर बिल्कुल उसके साये की तरह हर पल बैठी रही. सचिन की मंगेतर भी एक पुलिसकर्मी है और कन्नौज के सौरिख थाने में तैनात हैं.

दोनों की 2 माह पहले सगाई हुई थी और 5 फरवरी 2024 को दोनों की शादी तय हुई थी. जैसे ही सचिन के पार्थिव शरीर को उठाया गया मंगेतर ने भी तुरंत कंधा दिया. सचिन को जिस गाड़ी से उनके घर भिजवाया गया, सचिन की मंगेतर उस वाहन में सचिन के पार्थिव शरीर के साथ बैठ गई. वहीं, मुजफ्फरनगर से शहीद के पिता वेदपाल भी पहुंच गए. बेटे का पार्थिव शरीर देखकर वेदपाल भी बेशुद्ध हो गए.

राज्य मंत्री भी अंतिम यात्रा में शामिल

मौके पर राज्य मंत्री असीम अरुण ने भी शहीद सचिन के पिता से बात की और उनका हौसला बढ़ाया. उन्होंने कहा कि जल्द से जल्द अपराधी को सजा दिलाई जाएगी. वहीं, कानपुर मंडल के पुलिस कमिश्नर आलोक कुमार ने भी आश्वासन दिया कि आरोपियों को जल्द जल्द से सजा दी जाएगी.


सैन्य सम्मान के साथ नवादा के लाल चंदन कुमार का हुआ अंतिम संस्कार, अंतिम यात्रा पर लोगों ने बरसाए फूल
आतंकी हमले में शहीद चंदन कुमार का पार्थिव शरीर नवादा पहुंचा. उनके पैतृक गांव नारोमुरार के बाहर श्मशान घाट में सैन्य सम्मान के साथ उन्हें अंतिम विदाई दी गई. इस दौरान लोगों की आंखें नम हो गईं. मातमी धुनों के बीच उन्हें भावभीनी विदाई दी गई.


नवादा: आतंकी हमले में शहीद चंदन कुमार का पार्थिव शरीर नवादा पहुंचा. उनके पैतृक गांव नारोमुरार के बाहर श्मशान घाट में सैन्य सम्मान के साथ उन्हें अंतिम विदाई दी गई. इस दौरान लोगों की आंखें नम हो गईं. मातमी धुनों के बीच उन्हें भावभीनी विदाई दी गई. इससे पहले नवादा शहर और वारिसलीगंज में अंतिम यात्रा निकाली गई. वंदे मातरम, भारत माता की जय के नारे लगाते हुए लोग तिरंगा लेकर अंतिम यात्रा में शामिल हुए. लोगों ने पाकिस्तान मुर्दाबाद के नारे भी लगाए. जुलूस में शामिल लोग भावुक दिख रहे थे. जगह-जगह पर लोगों ने उन्हें श्रद्धासुमन अर्पित किया. जिस रास्ते से अंतिम यात्रा गुजर रही थी, लोग पार्थिव शरीर पर फूलों की बारिश कर रहे थे.

पति का शव देख बिलख पड़ी शिल्पी

गांव पहुंचते ही तिरंगे में लिपटे पति के शव को देख उनकी पत्नी शिल्पी कुमारी फूट-फूटकर रोने लगी. वह लगातार पति के शव में लिपट कर रोते रहीं. मां जयंती देवी, पिता मौलेश्वर सिंह, बडे भाई पीयूष, छोटे भाई अभिनंदन समेत पूरा परिवार विलाप करने लगा. यह मार्मिक दृष्य देख लोग दहल उठ रहे थे. ग्रामीणों की आंखें भी नम हो जा रही थी. ग्रामीण महिलाओं की आंखों से भी आंसू बह रहे थे.
हर किसी के चेहरे पर गम का था भाव
अपने वीर सपूत की अंतिम यात्रा के दौरान हर किसी के चेहरे पर गम का भाव साफ झलक रहा था. इस दृष्य को देख लोग भावुक भी हो रहे थे. कई युवा इस दृष्य को अपने मोबाइल में कैद करते दिखे. सभी लोग शहीद जवान को श्रद्धांजलि देते नजर आए.
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