Russia-India Visa: रूस ने भारत के सामने रखा वीजा झंझट खत्म करने का प्रस्ताव, पुतिन के ऑफर पर क्या होगा मोदी सरकार का फैसला?

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Russia-India Visa: रूस ने भारत के सामने रखा वीजा झंझट खत्म करने का प्रस्ताव, पुतिन के ऑफर पर क्या होगा मोदी सरकार का फैसला?



Russia-India Visa: रूस ने भारत के साथ वीजा फ्री व्यवस्था बनाने का प्रस्ताव रखा है और अगर मोदी सरकार रूस के प्रस्ताव पर सहमति जताती है, तो फिर दोनों देशों के बीच वीजा का झंझट खत्म हो जाएगा और रूस के नागरिक भारत में बिना वीजा दिए आ सकते हैं और भारत के नागरिक, बिना वीजा रूस जा सकते हैं।

रूस के आर्थिक विकास मंत्री मक्सिम रेशेतनिकोव ने गुरुवार को कहा, कि रूस ने भारत के साथ एक ऐसी व्यवस्था का प्रस्ताव रखा है, जो दोनों देशों के पर्यटकों को संगठित समूहों में यात्रा करने पर, बिना वीजा के एक-दूसरे के देशों में जाने की अनुमति देगी।

*रूस के प्रस्ताव में क्या है?*

इससे पहले 1 अगस्त से, रूस ने भारतीय पासपोर्ट धारकों को इलेक्ट्रॉनिक वीज़ा (ई-वीज़ा) जारी करना शुरू कर दिया है, जो लोगों को व्यापार यात्राओं, अतिथि यात्राओं और पर्यटन जैसे विभिन्न उद्देश्यों के लिए यात्रा वीजा जल्दी प्राप्त करने में मदद करता है।

रूस 24 टीवी से बात करते हुए रेशेतनिकोव ने कहा, कि मॉस्को पहले ही चीन के साथ इसी तरह की योजना शुरू कर चुका है। उन्होंने कहा, कि "भारत अगले स्थान पर है। हमने उन्हें एक प्रस्ताव भेजा है। फिलहाल, इस पर राजनयिक चैनलों के माध्यम से बातचीत चल रही है, और इस बातचीत की गति को हम आगे बढ़ाएंगे।"

रूस के मंत्री ने यह भी कहा, कि देश का पर्यटन उद्योग, पर्यटकों की संख्या को कोविड महामारी से पहले के स्तर पर बहाल करने की चुनौती का सामना कर रहा है, जो यूक्रेन संघर्ष से भी प्रभावित हुआ है।

1 अगस्त को, रूस और चीन ने पर्यटक समूहों के लिए वीज़ा-मुक्त यात्रा समझौते को बहाल किया है, जिस पर पहली बार साल 2000 में बातचीत हुई थी, लेकिन 2020 में कोविड-19 महामारी के कारण निलंबित कर दिया गया। यह सौदा एक यात्रा कार्यक्रम और कार्यक्रम पर यात्रा करने वाले कम से कम पांच लोगों के समूह पर लागू होता है। ऐसी ही एक व्यवस्था रूस और ईरान के बीच भी हुई थी।

उसी दिन, रूस ने भी 55 देशों के विदेशी नागरिकों को लगभग 52 डॉलर के शुल्क पर इलेक्ट्रॉनिक वीज़ा प्राप्त करने की अनुमति देने वाली एक योजना शुरू की। ये दस्तावेज़ 60 दिनों के लिए वैध होगा और धारक को 16 दिनों से ज्यादा देश में रहने की अनुमति नहीं देता है।

हालांकि, रूस के प्रस्ताव पर भारत का आधिकारिक रूख क्या है, ये फिलहाल सार्वजनिक नहीं हो पाया है, लेकिन अगर इस प्रस्ताव पर भारत सरकार सहमति जताती है, तो भारतीय नागरिक सिर्फ पासपोर्ट दिखाकर रूस में एंट्री पा सकते हैं और वीजा पर लगने वाला ना सिर्फ करीब 4 हजार का खर्च बचेगा, बल्कि वीजा बनाने की प्रक्रिया में लगने वाला समय भी बचेगा।

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